अम्बिकापुर: रंगोत्सव होली का पावन पर्व बहुत हर्षोल्लास और धूमधाम से मनाया गया

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अम्बिकापुर, छत्तीसगढ़: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय नव विश्व भवन चोपड़ापारा अम्बिकापुर में रंगोत्सव होली का पावन पर्व बहुत हर्षोल्लास और धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ विवेकानन्द स्कूल के डायरेक्टर स्वामी तन्मयानन्द जी के द्वारा श्री कृष्ण के भजन मधुरम् मधुरम् वदनम मधुरम से हुआ।
होली के इस अवसर पर बच्चों से ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत कर लोगों का मन मोह लिया। बडे़ लोगो ने भी गीत, भजन गाकर पूरे सभा को अलौकिक खुशियों से भर आनन्दित किया।
इस मौके पर सरगुजा संभाग की संचालिका विद्या दीदी होली पर्व की शुभकामनाएं दी और होली का आध्यात्मिक रहस्य बताते हुये कहा कि जैसे विष्णु भक्त प्रहलाद को विष्णु जी की भक्ति करने के लिये बहुत सारी प्रताड़ना सहन करना पडा, इसी कारण होलिका अपने गोद में प्रहलाद को लेकर अग्नि में बैठ गयी, परन्तु होलिका जल गयी किन्तु प्रहलाद बच गये। ये बात इस बात का प्रतीक है कि बुराई के आगे अच्छाई की विजय होती है, वैसे ही भगवान से प्रेम करने वालो को और अध्यात्म के पथ पर चलने वालों को भी इस संसार, समाज व अपने परिजनों की बहुत सारी बातों का, परेशानियों और बाधाओं को सहन करनी ही पडती है। पर आत्मा के ऊपर जब परमात्मा के ज्ञान का श्रेष्ठ रंग चढ़ जाता है तो उसको दुनिया की कोई भी बातें प्रभावित नहीं करती है, बल्कि वो सदा निश्चिंत रहती है। आगे उन्होंने होली का तीन अर्थ बताते हुये कहा होली माना ही मन, वचन और कर्म से पवित्र बन सभी सुख देना है। 2 हो ली अर्थात् भगवान के हो गये और परमात्मा के प्यार में मगन रहना। 3 होली अर्थात् हो ली जो बात बीत गयी, उसे भूल कर जीवन में आगे बढ़ना।
कांग्रेस किसान प्रदेश उपाध्यक्ष सीतापुर भ्राता शैलेष सिंगदेव जी होली पर्व की बधाई देते हुये कहा भौतिक सुख सुविधाओं का अत्याधिक उपयोग करते- करते मन की वास्तविक खुशी, व शांति ही खत्म हो गयी है और मन को सही डायरेक्शन कैसे मिले यह ज्ञान भी गुम हो गया है, जो मेडिटेशन के द्वारा ही प्राप्त हो सकता है। आगे उन्होंने कहा कि स्वच्छता अभियान शुरू होने के कारण हम लोग अपने घर और धर के आस- पड़ोस की साफ सफाई कर देते है किन्तु मन के अन्दर के नकारात्मकता और व्यर्थ के किचडों को साफ करने का एकमात्र उपाय राजयोग मेडिटेशन के नित्य अभ्यास और विद्या दीदी के सानिध्य से ही खत्म हो सकता है, क्योंकि राजयोग करने से सकारात्मक शक्तियों का संचार होता है, जो मन को अनुशासित रखता है, जिससे जीवन में सुख, शांति और आनन्द की अनुभूति होती है।  
होने वाले लोकसभा चुनाव में मतदाता जागरण के लिये विद्या दीदी ने शपथ ग्रहण कराया।
इस अवसर पर राजपरिवार की बहुरानी त्रिषाला जी, स्नेहा बहन, राजमोहिनी देवी कृषि महाविद्यालय के पूर्व अधिष्ठाता भ्राता वी.के. सिंह जी, समाजिक कार्यकर्ता भ्राता अनिल मिश्रा जी, समाजिक कार्यकर्ता भ्राता मंगल पाण्डे जी, समाजिक कार्यकर्ता बहन वन्दना दत्ता जी, समाजिक कार्यकर्ता बहन शिल्पा पाण्डे जी, एवं शहर के गणमान्य लोगों सहित ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान से जुडे़ करीब 500 भाई- बहनें उपस्थित थे। कार्यक्रम का सफल संचालन बी.के. प्रतिमा बहन ने किया।

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