ओमकारेश्वर की पावन तीर्थ नगरी में ओमप्रकाशेश्वर धाम का भूमि पूजन एवं शिलान्यास

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ओमकारेश्वर,मध्य प्रदेश। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा ओमकारेश्वर की पावन तीर्थ नगरी में जो 12 ज्योतिर्लिंगों में से प्रमुख ममलेश्वर ओमकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के नाम से प्रसिद्ध है। दिनांक 25 जून दोपहर 3:00 बजे ओमप्रकाशेश्वर धाम का भूमि पूजन एवं शिलान्यास किया गया ।  जिसमें मुख्य अतिथि के रुप में माउंट आबू स्थित ब्रह्माकुमारीज के कार्यकारी सचिव भ्राता राजयोगी मृत्युंजय भाई जी, मारकंडेश्वर योग आश्रम अन्नपूर्णा मंदिर ओमकारेश्वर से माननीय स्वामी सच्चिदानंद गिरी जी,महामंडलेश्वर धाम खेड़ी घाट मोरटक्का से स्वामी विवेकानंद जी पुरी , संचालिका परम शक्ति पीठ कोठी से माननीय  साध्वी साक्षी चेतना जी, मान्धाता विधायक नारायण जी पटेल एवं सनावद विकास समिति के सदस्य और लायन्स क्लब सनावद सिटी के सभी सदस्य उपस्थित हुए ।                                                                 

मुख्य क्षेत्रीय समन्वयक इंदौर जोन ब्रह्माकुमारी हेमलता दीदी जी ,भिलाई क्षेत्र संचालिका ब्रह्माकुमारी आशा दीदी जी , उज्जैन संचालिका ब्रह्माकुमारी उषा दीदी जी , इंदौर प्रेम नगर ब्रह्माकुमारी शशि दीदी जी ,संचालिका कोटा संभाग ब्रह्माकुमारी उर्मिला दीदी जी ,संचालिका मंदसौर ब्रह्माकुमारी उषा दीदी जी ,भाग्योदय भवन खंडवा संचालिका ब्रह्माकुमारी शक्ति दीदी जी , राजयोग केंद्र हरसूद संचालिका ब्रह्माकुमारी संतोष दीदी,राजयोग केंद्र ओमकारेश्वर संचालिका ब्रह्माकुमारी श्यामा दीदी, कोटा रामगंज मंडी संचालिका ब्रह्माकुमारी शीतल दीदी,राजयोग केंद्र पंधाना संचालिका सुरेखा दीदी,कोटा क्षेत्र संचालिका ब्रह्माकुमारी रजनी दीदी एवं इंदौर से डॉक्टर शिल्पा बहन , डा. प्रग्या बहन भी उपस्थित थे |
कार्यक्रम की शुरुआत में ब्रह्माकुमारी शक्ति दीदी ने सभी अतिथियों का स्वागत किया एवं  अतिथियों का अभिवादन करते हुए धन्यवाद दिया | कार्यक्रम में उपस्थित सभा को संबोधित करते हुए राजयोगी मृत्युंजय भाई जी ने कहा की ओम प्रकाश भाई जी  एवं उनके स्वयं के संकल्प को पूरा करने हेतु  इस धाम का नाम ओमप्रकाशेश्वर धाम रखा गया, उन्होंने कहा कि किसी महापुरुष के सामने अगर कोई हिंसक जानवर या कोई पशु पक्षी प्राणी भी आ जाते हैं तो वह भी उनके शांत शीतल वाइब्रेशन को पाकर शांत हो जाते हैं  वह एक पालतू की तरह व्यवहार करने लग जाते हैं,इसी प्रकार यह ओमप्रकाशेश्वर धाम भी सब प्राणियों के लिए उनके जीवन परिवर्तन का कार्य करेगा
स्वामी विवेकानंद जी पुरी ने दादा लेखराज {ब्रम्हा बाबा} के जीवन के विषय में बताते हुए कहा कि उन्होंने भी 12 गुरु किए थे एवं ब्रह्माकुमारी बहनों को पंचरत्न कहकर संबोधित किया। स्वामी विवेकानंद जी पुरी  ने कहा कि मनुष्य को धार्मिक होना बड़ी बात नहीं लेकिन नैतिक होना बहुत बड़ी बात है. साध्वी चेतना जी ने कहा कि गुरु के संपर्क में आने से गुरु का आश्रय लेने से जीवन पवित्र होता है। इस शुभ अवसर पर स्वामी सुरेन्द्र जी महाराज सनावद ने भी सभी को शुभकामनाए दि |  शशि कपूर जी ने  इस कार्यक्रम में उपस्थित सभी सम्मानित अतिथियो और भाई बहनों का आभार प्रगट किया |  कार्यक्रम का संचालन न्यू हरसूद संचालिका ब्रह्माकुमारी संतोष दीदी ने किया |         
कार्यक्रम के समय होने वाली प्राकृतिक रुकावट  जैसे तेज हवाएं बारिश विघ्नों के रूप में रूकावट डाल रहे थे | ऐसे में उपस्थित महान आत्माओं के करकमल जैसे ही भूमि पर पड़े सारा तूफान शांत हो गया! इन महान आत्माओं के शुभ वाइब्रेशन का प्रमाण था कि प्रकृति  ने भी शांत होकर इनका  स्वागत किया एवं उक्त कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ |

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