शिव अनुराग भवन राजकिशोर नगर में 15 दिवसीय बाल संस्कार शिविर – ‘उड़ान’ जारी

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मन को अच्छे विचारों से भर ले तो बुरी आदतें सहज छूट सकती है: बीके गायत्री

बिलासपुर,छत्तीसगढ़: शिव अनुराग भवन राजकिशोर नगर मे बाल संस्कार शिविर उड़ान का शुभारंभ हुआ।शिविर की शुरुआत अभिभावकों व कुछ बच्चों के द्वारा दीप प्रज्वलन से हुई । बीके गायत्री बहन ने बच्चों को विशेष चित्र प्रदर्शनी के माध्यम से राजयोग मेडिटेशन का आधारभूत ज्ञान सरल शब्दों मे दिया । उन्होंने सोल, एनर्जी, आत्मा, मन, बुद्धि, संस्कार, सुप्रीम एनर्जी परमात्मा, समय चक्र, मेडिटेशन की विधि आदि विषयों के साथ साथ मैनर्स के बारे मे भी बच्चों को सीख दी।  बीके प्रीति बहन ने मन को एकाग्र करने के लिए कॉमेन्ट्री के साथ मेडिटेशन का अभ्यास कराया। अमर भाई और गौरी बहन की टीम ने व्यायाम, आसन, प्राणायाम का प्रारंभिक अभ्यास कराया।
*रोचक अभ्यास, ज्ञान और पहेलियों के माध्यम से संपन्न हुआ उड़ान शिविर का दूसरा दिन*
ओम् ध्वनि से प्राण ऊर्जा का संचार होता है, नियमित अभ्यास से सकारात्मक परिवर्तन का अनुभव कर सकते है: बीके प्रीति
शिव अनुराग भवन राज किशोर नगर मे बाल संस्कार शिविर उड़ान के दूसरे दिन ताड़ासन, वृक्षासन, उज्जायी प्राणायाम, सिंहासन प्राणायाम का अभ्यास कराया गया। बीके प्रीति ने ओम् उच्चारण करने के लाभ बताते कहा कि इसके सतत् अभ्यास से शरीर मे प्राण ऊर्जा का संचार होता है। मस्तिष्क की क्रियाशीलता बढ़ती है।आगे कहा कि बाया मस्तिष्क तर्क प्रधान है और दायां मस्तिष्क भावना प्रधान । हमारी निर्णय करने की शक्ति इस बात पर निर्भर करती है कि हम किसे महत्व देते है।
गौरी बहन ने *आत्मविश्वास* कविता के माध्यम से बच्चों को बताया कि असफलता से कभी निराश नहीं होना, एक रास्ता बंद होने पर अनेक रास्ते खुल जाते है।
गायत्री बहन ने बहुत ही सहज तरीके से कहानी के माध्यम से बच्चों को आत्मा का परिचय दिया।
बच्चे टोली पाकर उमंग उत्साह से प्रस्थान हुए।

*बाल संस्कार शिविर उड़ान मे दी गई स्वस्थ रहने के लिये टिप्स*

*थोड़ी सी सावधानी से दाँतो की बडी समस्याओं से बच सकते है: डा. सुशांत कसेर*

शिव अनुराग भवन राजकिशोर नगर मे बाल संस्कार शिविर उड़ान मे दांतों को स्वस्थ रखने के लिये दिनचर्या के जरूरी उपायों को शामिल करने के टिप्स दिये। डेन्टिस्ट डॉक्टर सुशांत कसेर ने दांतों के मॉडल द्वारा ब्रश करने के सही तरीके की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सिर्फ दांतों की नहीं बल्कि पूरे मुंह की सफाई के लिए गुनगुने नमक पानी से कुल्ला करने, दांतों के बीच फंसे अन्नकण को धागे का प्रयोग कर निकालने की सलाह दी। जंक फूड, ज्यादा मीठा खाने की आदतें दांतों को बहुत नुकसान पहुंचाती है। उन्होंने ने बताया कि दांतों का गहरा संबंध आँख कान से भी रहता है।

न्यूरोथेरेपी के संबंध मे जानकारी देते हुए डॉक्टर रानी दीपाली गंगोत्री ने बताया कि शरीर की रक्त वाहिनियों के असंतुलित प्रवाह एवं विभिन्न जोड़ों मे दूषित वायु जमा होने कारण कई समस्याएं उत्पन्न हो जाती है जिसे बिना दवाओं के न्यूरोथेरेपी, योग आसन प्राणायाम से ठीक किया जा सकता है। न्यूरोथेरेपी के कुछ विधियों को बच्चों पर प्रयोग कर दिखाया गया।

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