रीवा: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा 07 मई को विश्व एथलेटिक्स दिवस बड़े ही धूमधाम से एपीएस स्टेडियम में मनाया

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विनम्रता , धैर्य ,  अनुशासित जीवन एवं कठोर परिश्रम जैसे श्रेष्ठ गुण ही खिलाड़ियों को महान बना सकते हैं डॉक्टर सौरभ  सोनवणे  ,सहायक कलेक्टर एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी

रीवा,( मध्य प्रदेश): प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा 07 मई को विश्व एथलेटिक्स दिवस बड़े ही धूमधाम से एपीएस स्टेडियम में मनाया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्य कार्यपालन अधिकारी सहायक कलेक्टर आई ए एस सौरभ सोनवणे रहे।

इस कार्यक्रम में एमपीसीए अंडर 22 के पूर्व सिलेक्टर शकील खान, डॉ बृजेश सिंह, एमपीईबी अभिषेक शुक्ला राजपूत, बीके प्रकाश, बीके सुभाष रहे।

मुख्य कार्यपालन अधिकारी सौरभ सोनवणे जी ने कहा विनम्रता , धैर्य ,  अनुशासित जीवन एवं कठोर परिश्रम जैसे श्रेष्ठ गुण ही खिलाड़ियों को महान बना सकते हैं ।

राजयोगिनी निर्मला दीदी ने अपने संबोधन में बताया कि खेल हमारे जीवन का एक हिस्सा है जो की सारे दिन कुछ न कुछ हम खेल खेलते रहते हैं। लेकिन इस सृष्टि का मुख्य  खिलाड़ी परमपिता परमात्मा है। उन्होंने इतनी सुंदर दुनिया बनाई जहां पर पहले हम मूल्यों से भरपूर थे,और आज के समय में मूल्यों का पतन हो रहा है। आवश्यकता है कि हम ऐसे खेल खेलें की पुनः हमारे जीवन में मूल्यों का विकास हो। शकील खान ने कहा हमारे बच्चे बहुत मेहनत कर रहे हैं, बहुत डिसिप्लिन है, इस उम्र में बच्चे सुन रहे हैं अनुशासन में है यह अपने लिए बहुत बड़ी सफलता की बात है ब्रह्मा कुमारीज का आशीर्वाद सदा मिला है और मिलता रहेगा। बच्चों खुद को पहचानो जानो कि आप किस चीज के लिए आ रहे हैं खेल हमारे लाइफ में जीना भी सीख रहा है और आगे बढ़ना भी सीख रहा है। अगर आप आउट हो जाते हैं तो इतनी क्षमता आप में हो कि दूसरे साथी का आप सपोर्ट कर सको।

अभिषेक शुक्ला ने कहा  कि खिलाड़ियों को अपने अंदर का हुनर ग्राउंड में देना है ना कि जवाब में। 

राजपूत ने कहा एकाग्रता बहुत जरूरी है चाहे हमारे पढ़ाई का विषय या खेल का हो।

वरिष्ठ वक्ता बीके प्रकाश वरिष्ठ संयोजक ने कहा कि खेल हमारे जीवन की एक कड़ी है जो हमें शिखर तक ले जाती है उन्होंने बताया कि चाहे आप सुनने पर आउट हो रहे हैं लेकिन उसके बाद अगर आप अपना मूल्य नहीं खो रहे हैं तो आप इस संसार में सबसे अधिक महान है। साथ ही बच्चों को एकाग्रता के लिए मनोबल बढ़ाने की उन्होंने राजयोग सीखने की प्रेरणा विधि और बच्चों को राजयोग मेडिटेशन का अभ्यास कराया साथ ही साथ नशा मुक्त होकर के सारे देश को नशा मुक्त बनाने की प्रेरणा दी। इस अवसर पर सैकड़ो की तादाद में रीवा जिले के खिलाड़ी एथलीट एवं सभी खिलाड़ियों की अभिभावक भी उपस्थित रहे।

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