दैनिक दिनचर्या में सकारात्मक सोच को प्राथमिकता देंः मीणा
बाड़मेर, जस्थान : दैनिक दिनचर्या में सकारात्मक सोच को प्राथमिकता देने की जरूरत है। इससे प्रशासनिक अधिकारियों की कार्य क्षमता में इजाफा होने के साथ बेहतरीन परिणाम मिलेंगे। आजादी का अमृत महोत्सव के तहत शुक्रवार को जिला प्रशासन एवं प्रशासक सेवा प्रभाग तथा प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय महावीर नगर की ओर से जिला परिषद सभागार में आयोजित कार्यशाला के दौरान सेवानिवृत आईएएस सीता राम मीणा जी ने यह बात कही।
इस दौरान सीता राम मीणा जी ने कहा कि प्रशासनिक सेवा में रहते हुए कई मर्तबा दबाव महसूस होता है। वहीं कई मर्तबा निर्णय को लेकर असमजंस की स्थिति होती है। ऐसे में सकारात्मक सोच के माध्यम से स्वयं निर्णय लेने की क्षमता विकसित होती है। उन्होंने अपने सेवाकाल के अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि आतंरिक कमजोरियों के कारण कार्य एवं निर्णय प्रभावित होते हैं। सकारात्मक सोच तन और मन दोनो को स्वस्थ्य रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह सोच न केवल जीवन को संतुलित रखने में मदद करती है, बल्कि रोजमर्रा के अनुभव को सुखद बना देती है। उन्होंने कहा कि इससे जीवन में किसी भी बदलाव के साथ खुद को भी बदलने में मदद मिलती है। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों से जीवन में आध्यात्म से जुड़ने की जरूरत जताई।
जिला कलक्टर लोकबंधू जी ने कहा कि बेहतरीन परिणाम के लिए जीवन में सकारात्मक सोच जरूरी है। प्रशासनिक सेवा के दौरान अधिकारियों का आमजन से सीधा संपर्क रहता है। जिला कलक्टर ने कहा कि सकारात्मक सोच रखते हुए अपने पास आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को संतोषजनक जबाव देने का प्रयास करें। अगर कोई कार्य संभव नहीं है तो भी संबंधित व्यक्ति को संतोषजनक जबाव देते हुए आश्वस्त करें। उन्होंने कहा कि नकारात्मक सोच रखने से तनाव के साथ संबंधित व्यक्ति की कार्य क्षमता प्रभावित होती है। जबकि सकारात्मक सोच की बदौलत जीवन के हर क्षेत्र में बेहतरीन परिणाम मिलते है।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओमप्रकाश विश्नोई जी ने कहा कि हम हम अपने जीवन में सकारात्मक सोच रखेंगे तो उसके बेहतर परिणाम मिलेंगे। उन्होंने कहा कि जो लोग खुश रहते है वे अपने जीवन में सकारात्मक सोच रखते है। उन्होंने कार्यशाला आयोजन के लिए आभार जताते हुए जीवन के हर क्षेत्र में सकारात्मक पहलुओं पर जोर देने की बात कही।
कार्यशाला में अतिरिक्त जिला कलक्टर उम्मेद सिंह रतनू जी डिस्काम के अधीक्षण अभियंता अजय माथुर, नगर परिषद आयुक्त योगेश आचार्य , महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक प्रहलाद सिंह राजपुरोहित, पुखराज सहारण, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा.बी.एल.विश्नोई, जिला परियोजना प्रबंधक नवलाराम चौधरी बबिता बहिन, सुरेश जाटोल समेत विभिन्न प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।
इससे पहले आध्यात्मिक लीडर एवं मोटिवेशनल स्पीकर बीके डा.रीना दीदी ने कहा कि राजयोग को अपनाने से मन को शक्ति मिलती है। उन्होंने राजयोग के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि कोई भी कार्य हो उसको मुस्करातें हुए संपादित करें। माउंट आबू प्रशासनिक विभाग के हरीश भाई जी ने ईश्वरीय विश्व विद्यालय के संगठन एवं गतिविधियों के बारे में विस्तार से अवगत कराते हुए कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव के तहत पूरे देश में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि सकारात्मक सोच के जरिए मनुष्य के जीवन में आने वाली हर समस्या का समाधान किया जा सकता है। कार्यक्रम का संचालन हरीश जांगिड़ ने किया। कार्यक्रम की शुरूआत में अतिथियों ने दीप प्रज्जवलन कर कार्यशाला का शुभारंभ किया।