सादाबाद (उ. प्र.): प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय शिव शक्ति भवन में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया | जिसमें सभी माता – बहनों ने पौधे लगाए और सभी ने मिलकर संकल्प लिया कि हम आज जो पौधे लगा रहे है उन पौधों की पालना का दायित्व लेते है और उन पौधों को भी संकल्प दिया कि – आज सृष्टि में आपका एक नया जन्म हुआ है , आप भी परमात्मा की विश्व कल्याणकारी संतान हो , आपको अपना स्वास्थ्य विकास करना है, हर कठिन परिस्थिति में खड़े रहना है, सबको सुख देना है, फल -फूल- छांव -ऑक्सीजन देना है , पूरे विश्व को आपका योगदान जरूरी है ।
कुमारी टिंकल ने सुंदर नृत्य के माध्यम से पर्यावरण बचाने का सन्देश दिया |
ब्रह्माकुमारी भावना दीदी ने बताया कि संपूर्ण मानवता का अस्तित्व प्रकृति पर निर्भर है इसलिए एक स्वस्थ और सुरक्षित पर्यावरण के लिए सुख में मानव जीवन की कल्पना ही अधूरी है तो ऐसे समय पर हम प्रकृति के लिए सद्भावना जगाएंगे, प्रकृति को बचाने के लिए दृढ संकल्प करेंगे कि पानी बचाएंगे, बिजली बचाएंगे, गौ सेवा करेंगे , पंछियों की सेवा करेंगे, गैस बचाएंगे, प्रदूषण रोकने में सहयोग देंगे , पेड़ लगाएंगे और पेड़ बचाएंगे भी, प्लास्टिक का उपयोग कम से काम करेंगे, अपनी आदतों में सुधार लायेंगे, मन के संकल्पों और प्राकृतिक संसाधनों की बचत करेंगे , भारतीय संस्कृति को बचाएंगे और स्वच्छ और स्वर्णिम भारत बनाएंगे । प्रकृति और पुरुष (आत्मा) का गहरा संबंध है , हमें अपना योगी जीवन बनाकर हृदय में प्रकृति के प्रति निश्छल प्रेम जगाने की आवश्यकता है और समस्त जीवराशियों से उस संबंध को जोड़ने की आवश्यकता है। आध्यात्मिकता प्रकृति के प्रति हमारी जिम्मेवारी को महसूस कराती है । एक ऐसा समय भी था जब हमारे भारत के लिए कहते थे जहां डाल-डाल पर सोने की चिड़िया करती है बसेरा….. तो पुनः सृष्टि को स्वर्ग बनाते हैं अपने शुद्ध संकल्पों और कर्मों से पर्यावरण को भी शुद्ध करते हैं । इस कार्यक्रम में बीके मिथलेश बहिन, बीके कमलेश बहिन,मनोरमा शुक्ला रामबाबू बघेल, हीरा लाल, गिर्राज सिँह, कृष्णा बघेल, कमलेश वर्मा, स्नेहलता पचौरी, प्रीतम सिँह,रमाबहिन, कुमारी आयुषी, कुमारी छाया,जीते कुमार, हुक्म सिँह, बेबी, नीतू,यश, ज्ञान देवी, ज्ञानवती एवं अन्य माताएं और बच्चे भी उपस्थित रहे ।