धड़गांव, महाराष्ट्र: मातेश्वरी जगदम्बा सरस्वती के ५९ वां स्मृति दिवस पर बी.के. सरिता बहन ने जगदम्बा माँ की विशेषताओं पर बताते हुए कहा कि मम्मा जितनी गंभीर उतनी रमणीक भी थी,उन्होंने पिताश्री ब्रह्मा बाबा को सदा `हां जी` करते हुए निश्चय बुद्धि रही। मौन और विचार सागर मंथन करती थी। सदा बाबा की याद में रहती थीं और यज्ञ वत्सों के अवगुण चित पर नहीं रखती थीं। मम्मा बहुत रॉयल थीं। इस अवसर पर सभी ने पुष्प अर्पित किए। अंत में आज के दिन भोग स्वीकार कर योग भट्टी करते रहे।