तिनसुकिया (आसाम):
आज समाज देश और विश्व की स्थिति को हम देख रहे है भौतिक विकास तेजी से हो रहा है | भौतिक विकास से समाज विकसित नहीं होता बल्कि नैतिक शिक्षा से मानसिक, बौद्धिक, शारीरिक विकास होगा |उन्होंने कहा कि शिक्षा एक बीज है और जीवन एक वृक्ष हैं जब तक हमारे जीवन रूपी वृक्ष को नम्रता ,धैर्यता ,भाईचारा ,आपसी स्नेह, सत्यता इमानदारी आदि सद्गुण रूपी फल नहीं आते तब तक हमारी शिक्षा अधूरी है। नैतिकता से हमारे व्यवहार संस्कार में निखार आता है|दिन प्रतिदिन समाज में बढ़ती हिंसा एवं अपराध एक चिंतनीय विषय है नैतिक शिक्षा के द्वारा अपराध मुक्त समाज का निर्माण किया जा सकता है | अपराध मुक्त समाज के लिए नैतिक शिक्षा आवश्यक है | उक्त उदगार माउंट आबू से ब्रह्माकुमारी के पधारे हुए बी के भगवान भाई जी ने कहे | वे नवजागृति हायस्कुल में छात्र ,छात्राए और शिक्षको को जीवन में नैतिक शिक्षा का महत्व विषय पर कार्यक्रम में बोल रहे थे |
कुसंग, व्यसन, सिनेमा और फैशन से आज की युवा पीढ़ी भटक रही है जिससे वर्तमान समय अपराध बढ़ते जा रहे हैं| उन्होंने बताया कि नैतिक शिक्षा और आध्यात्मिकता से ही युवा पीढ़ी को सही दिशा मिल सकती है |नैतिक शिक्षा से ही मानवीय मन में रचनात्मक और सकारात्मक चेतना का विकास होता है |
भगवान भाई ने कहा कि नैतिक शिक्षा से समाज मैं फैली हुई ईर्ष्या घृणा नफरत वैर विरोध और अहंकार को नष्ट किया जा सकता है ।संस्कारित शिक्षा की कमी ही वर्तमान समय अपराधों के मुल कारण है |उन्होंने कहा कि हम विकसित देशों की श्रेणी में शामिल होने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन समाज में फैली हुई दुर्भावना और हिंसा चिंता का विषय है |
स्थानीय ब्रह्माकुमारीज राजयोग सेवाकेंद्र की राजयोग शिक्षिका बी के सुमन बहन जी ने कहा कि विपरीत परिस्थितियों में सामना कर तनावमुक्त बनने के नैतिक शिक्षा की जरूरत है अपराध मुक्त बनने के लिए आत्मानुभूति की आवश्यकता है |
प्रिंसिपल दिगंत पासनी जी ने कहा कि नैतिक शिक्षा की कमी के कारण मानसिक बीमारियां , शरीर की अनेक बिमारिया हो जाती है जीवन में रूखापन आता है |उन्होंने कहा नैतिक शिक्षा से बच्चो में संस्कार आते है ।
सीनियर शिक्षका मालविका गगोई भी अपना उद्बोधन देते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया |
कार्यक्रम में बी के रूबल भाई जी , बी के सुलोचना माता जी , बी के ममता माता जी, सीनियर शिक्षका मालविका गगोई , मणिमाला सोनावल और सभी शिक्षक स्टाफ भी उपस्थित थे |
कार्यक्रम के अंत में बी के भगवान भाई जी ने मन को एकाग्र करने हेतु राजयोग मेडिटेशन कराया |
कुछ बच्चो ने आज के इस नैतिक शिक्षा के कार्यक्रम के लाभ भी सूनाये|