भोपाल: गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर ब्रह्माकुमारी नीता दीदी जी को सम्मानित किया गया

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गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर  ब्रह्माकुमारी नीता दीदी जी को भोपाल के  सांसद आलोक शर्मा जी ने किया सम्मानित ।

गुरु पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर गुरु पूजन एवं सम्मान समारोह कार्यक्रम का आयोजन 

शिक्षा और दीक्षा दोनों से होगा समाज का उद्धार  

 भोपाल,मध्य प्रदेश। भाजपा गुरु नानक मंडल भोपाल एवं भ्राता  श्री अलोक शर्मा, सांसद, भोपाल द्वारा गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर सभी धर्म गुरुओं एवं शिक्षकों को सम्मानित किया, कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राजयोगिनी  ब्रह्माकुमारी नीता दीदी जी को विशेष सम्मानित किया गया। 

इस अवसर पर राजयोगिनी नीता दीदी जी ने कहा कि मनुष्य की प्रथम गुरु मां होती है तत्पश्चात परिवार एवं समाज से वह सीखता है ।और जब बच्चा बड़ा होकर स्कूल में प्रवेश करता है तब शिक्षक उसको उज्जवल भविष्य की ओर अग्रसर करते हैं जीवन पर्यंत मनुष्य को गुरु का मार्गदर्शन किसी न किसी रूप में आवश्यक है।

जैसे कि हम सभी जानते हैं हमारा भारत देश एक भावना प्रधान देश है यहां की संस्कृति है कि जहां से भी हमें कुछ भी सीखने को मिलता है अथवा हमें किसी से कुछ भी प्राप्ति होती है तो हम उसे देवता अथवा  गुरु की नजर से देखते या पूजने लगते हैं । लेकिन अच्छे शिक्षक या गुरु को योग्य शिष्य का होना आवश्यक है।

आज समाज में गुरु तो अनेक है परंतु सतगुरु केवल एक परमात्मा है । उसी प्रकार शिक्षक अनेक है परंतु परम शिक्षक केवल एक परमात्मा है। यदि मनुष्य उस सर्वोच्च शिक्षक अथवा सतगुरु की शरण में जाता है तो निश्चित रूप से वह आंतरिक संपन्नता का अनुभव करता एवं उसका सर्वांगीण विकास होता है 

परंतु सीखने के लिए हमें कई बार झुकना पड़ता है सहन करना पड़ता है त्याग करना पड़ता है । यदि यह प्रवृत्ति आज सभी विद्यार्थियों में आ जाए तो निश्चित रूप से वह  जीवन में सफल हो सकते है ।

इसी अवसर पर आयोजक भ्राता श्री आलोक शर्मा जी, सांसद भोपाल ने कहा कि शिक्षा एवं दीक्षा दोनों ही जीवन में आवश्यक है शिक्षा से हमें विषय अथवा भौतिकी विषय का ज्ञान होता है जब कि दीक्षा अर्थात धर्म से चरित्र निर्माण का ज्ञान प्राप्त होता है। इन दोनों के प्रयास से ही  बेहतर समाज का निर्माण संभव है।  हमारा समाज ऋणी है शिक्षकों एवं धर्म गुरुओं का जो  शिक्षा और दीक्षा देने का पुण्य कार्य कर रहे हैं शिक्षा एवं दीक्षा के माध्यम से समाज को दिशा दे रहे हैं एवं आज आगे ले जा रहे हैं उन्होंने आज के इस पावन अवसर पर सभी शिक्षकों को एवं धर्म गुरुओं को बहुत-बहुत शुभकामनाएं एवं बधाइयां दी तथा सभी को सम्मानित किया। कार्यक्रम में भोपाल शहर के  लगभग डेढ़ सौ से भी ज्यादा शिक्षक एवं 50 से भी अधिक धर्मगुरु शामिल हुए ।

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