वन विभाग की पहल, ब्रह्माकुमारीज् का सहयोग*
दर्जनों पौधे लगाकर पर्यावरण संरक्षण का दिया संदेश
वाराणसी-सारनाथ,उत्तर प्रदेश । वन विभाग वाराणसी के तत्वावधान और ब्रह्माकुमारीज् के सहयोग से हरियाली महोत्सव का आयोजन किया गया । सारनाथ के वन विभाग परिसर में आयोजित कार्यक्रम में वन विभाग और ब्रह्माकुमारीज् क्षेत्रीय कार्यालय सारनाथ के पदाधिकारियों ने पर्यावरणीय मित्र पौधो को लगाकर प्रकृति और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया ।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए चीफ कंजर्वेशन आफिसर एन. रविन्द्रा ने कहा कि पौधे मानव जीवन और भू-संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण कडी हैं । कार्यक्रम में उपस्थित महाबोधि के छात्र-छात्राओं को मानव जीवन और वृक्ष का आपसी सम्बंध और महत्व के ऊपर प्रकाश डालते हुए उन्होने पौधारोपण करने और उसे बचाने के लिए प्रेरित किया।उक्त अवसर पर मोटीवेशनल ट्रेनर ब्रह्माकुमारी तापोशी बहन* ने कहा कि वृक्ष, प्रकृति और पर्यावरण के उपर मानवीय आहार, विचार और व्यवहार का गहरा प्रभाव पड्ता है । प्रकृति एवम् पर्यावरण को दूषित और असंतुलित करने में मानवीय आचरण की मुख्य भूमिका बताते हुए उन्होने कहा कि सकारात्मक विचार, प्रकृति के प्रति निर्मल प्रेम और सेवाभाव से हम वृक्ष, प्रकृति और पर्यावरण का हम संवर्धन और संरक्षण कर सकते हैं ।
कार्यक्रम में संस्था के राजयोगी ब्र.कु. विपिन ने विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत कर संस्था के द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर चलाए जा रहे कल्पतरूह अभियान की जानकारी दी ।उन्होने बताया कि संस्था देश भर में संस्था एक व्यक्ति, एक पोधा, एक विश्व का लक्ष्य लेकर पर्यावरणीय संतुलन और वृक्षारोपण प्रति जन-जन को जागरूक कर रही है ।
उक्त अवसर पर ब्रह्माकुमारी शाखा प्रभारी ब्र.कु. राधिका दीदी, ब्र.कु. सरिता बहन, सहायक वन संरक्षक राकेश कुमार, क्षेत्रीय वन अधिकारी पन्नालाल सोनकर,पार्षद पति सुरेन्द्र राजभर आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए । कार्यक्रम का कुशल संचालन डी.एफ.ओ. महावीर कौजाल्गी ने किया|
कार्यक्रम के आयोजन में मुख्य रूप से ब्र.कु. गंगाधर, दीपक भाई, एम आर चौरसिया,वन दरोगा रामधनसिंह यादव आदि की मुख्य भूमिका रही । ब्रह्माकुमारी संस्था की ओर से भीमसेन सिंह, अशोक पटेल, मोनू मीश्रा, पूर्व प्रधान वलवंत पटेल, विनोद ए. सिंह, बहनें ब्र.कु. प्रियंका, ब्र.कु. चाँदनी, अनिता बहन विशेष रूप से उपस्थित रहे ।
पौधारोपण के तहत में मुख्य रूप से नागलिंगम, नागकेशर, मदार, अपराजिता, निर्गुंणी, कनेर, रूदाक्ष, सौरचम्पा, कामिनी, बेल, टिंगरी, चाँदनी, धतूरा, पारिजाता आदि पौधे लगाए गए ।