दादी प्रकाशमणि माउण्ट आबू इंटरनेशनल मैराथन- विश्व बन्धुत्व के लिए जमीन से पहाड़ तक 21 किमी दौड़े 3 हजार धावक
आबू रोड,राजस्थान। देश और दुनिया में विश्व बन्धुत्व के लक्ष्य को लेकर दादी प्रकाशमणि माउण्ट आबू इंटरनेशनल मैराथन में भारत सहित कई देशों के 3 हजार से ज्यादा धावकों ने मैराथन में हिस्सा लिया। खास बात तो यह रही कि यह मैराथन समतल पर नहीं बल्कि जमीन से पहाड़ पर चढ़ाई की थी। ब्रह्माकुमारीज संस्थान के मनमोहिनीवन से प्रातः 6 बजे हरी झंडी दिखायी गयी। 21.09 किमी की दौड़ लगाते हुए प्रथम विजेता पाली निवासी कल्पेश देवासी ने मात्र 1 घंटे 22 मिनट में ही दूरी पूरी कर ली। वही दूसरा वरुण माउण्ट आबू तथा तीसरा विजेता रोहित टोंक ने जीत हासिल की।
यह मैराथन आबू रोड के तलहटी से प्रारम्भ करते हुए आबू रोड रेवदर विधायक मोतीराम कोली ने कहा कि यह मैराथन वर्तमान समय पूरे विश्व में भाईचारा और एकता का संदेश देगी। इससे लोगों में सदभावना का विकास होगा। आबू रोड पालिका चेयरमैन मगनदान चारण ने कहा कि आज जरुरत है कि हम इसे खेल की भावना से इसे ले। इत तरह के आयोजनों से निश्चित तौर पर समाज में एकता और समरसता का विकास होता है।कार्यक्रम में आबू रोड उपखण्ड अधिकारी वीरमाराम ने कहा कि शरीर और मन को स्वस्थ रखने के लिए ऐसे आयोजनों की जरुरत है ताकि लोगों में जागरुकता आये। इस अवसर पर ब्रह्माकुमारीज संस्थान के मीडिया प्रमुख बीके करुणा तथा कार्यकारी सचिव बीके मृत्युंजय ने कहा कि दादी प्रकाशमणि का सपना था कि पूरे विश्व में विश्व बन्धुत्व की भावना का विकास हो। इसके लिए उनके स्मृति दिवस पर यह आयोजन किया जा रहा है।
ये रहे उपस्थितः अन्तर्राष्ट्ीय ओलम्पियन सुनीता गोदारा, देलदर तहसीलदार हुक्मीचंद, सदर थानाधिकारी राजीव लाड, रोटरी क्लब के अजय सिंह, बीके देव, बीके भानू, बीके सत्येन्द्र, बीके अमरदीप, बीके केामल, बीके मिश्रा, बीके सचिन समेत कई लोगों ने हरी झंडी दिखाकर रवानगी दी।
दो दिन से ही आ गये थे धावकः दादी प्रकाशमणि माउण्ट आबू हॉफ इंटरनेशनल मैराथन में हिस्सा लेने के लिए धावक दो दिन पूर्व ही पहुंच गये थे। इसमें हर उम्र के लोग थे। एक घंटा बन्द रहा माउण्ट आबू मार्गः मैराथन के दौरान माउण्ट आबू मार्ग को एक घंटे तक बन्द रखा गया।