ब्लेसिंग हाउस भोपाल द्वारा “मीडिया के बदलते परिदृश्य और चुनौतियाँ” के संबंध में संगोष्टी आयोजित
मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने किया संबोधित
होटल लेक व्यू अशोका में हुआ आयोजन
भोपाल,मध्य प्रदेश। जर्नलिस्ट यूनियन ऑफ मध्यप्रदेश (जम्प) द्वारा नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट (इंडिया) विश्व की एक मात्र प्रेस संगठन इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ जरनेलिस्ट की मान्यता प्राप्त संस्था “नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट (इंडिया)” की राष्ट्रीय पदाधिकारी की बैठक एवं “मीडिया के बदलते परिदृश्य और चुनौतियाँ” के संबंध में आयोजित संगोष्टी भोपाल के लेक व्यू अशोका होटल में आयोजित की गई | जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में श्री कैलाश विजयवर्गीय जी, नगरीय प्रशासन एवं संसदीय कार्य मंत्री (म. प्र. शासन) रहे | कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री रास बिहारी जी, राष्ट्रीय अध्यक्ष (एन यू जे) इंडिया सदस्य – केन्द्रीय अधिमान्यता समिति सूचना प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार ने की | विशिष्ट अतिथि के रूप में श्रीमती राधा सिंह ग्रामीण विकास राज्य मंत्री (म. प्र. शासन) रही | विधायक सिंगरौली रामनिवास शाह भी मौजूद थे। डॉ. पंकज शुक्ला, चेयरमैन ऐब्सलूट ग्राम्य प्रा. लि. रहे , श्री अश्विनी दुबे, ए ओ आर, सुप्रीम कोर्ट , ऑथर मीडिया पेनलिस्ट, कालम्निस्ट , श्री प्रदीप तिवारी जी, राष्ट्रीय महासचिव (एन यू जे) इंडिया बी के डॉ रीना ज़ोनल कोऑर्डनैटर मीडिया प्रभाग, एवं न्यूज कोऑर्डनैटर मधुबन न्यूज रहे ।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और मध्यप्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है कि आज के दौर में पत्रकारिता के क्षेत्र में तेजी से बदलाव आ रहा है। नई तकनीक के कारण पत्रकारिता में सुविधा बढ़ी है।
इस दौर में कई कारणों से पत्रकारों की निष्पक्षता पर सवाल खड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि बदलते दौर में भी पत्रकार अपनी निष्पक्ष खबरों से जनता में अपनी विश्वसनीयता और मजबूत कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि वे पत्रकारों के हित में हरसंभव सहयोग करेंगे
मंत्री श्री विजयवर्गीय आज भोपाल में नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट (इंडिया) की राष्ट्रीय पदाधिकारी बैठक को संबोधित कर रहे थे।
इस मौके पर संगोष्ठी के माध्यम से “मीडिया के बदलते परिदृश्य और चुनौतियों” के संबंध में विचार विमर्श किया गया। कार्यक्रम में पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्रीमती राधा सिंह एवं विधायक सिंगरौली रामनिवास शाह भी मौजूद थे।
कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त करते हुए मंत्री श्री विजयवर्गीय ने कहा कि लोकतंत्र के जरिये समाज में सभी को समान अधिकार मिले हैं। इस वजह से पत्रकारों के अधिकारों की भी सीमा है। उन्होंने कहा कि प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया के साथ सोशल मीडिया का भी विस्तार हुआ है। इस विस्तार में खबरों की जिम्मेदारी को लेकर समाज में खतरे भी बढ़े हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि पत्रकार स्वयं अपने मानक तैयार कर समाज में आदर्श प्रस्तुत करें। मंत्री श्री विजयवर्गीय ने कहा कि देश की आजादी के बाद नवगठित सरकारों ने देश में तुष्टिकरण को बढ़ाया है। इससे समाज में असमानता का माहौल निर्मित हुआ। वर्ष 2014 के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने देशहित में धारा 370 को समाप्त कर एक महत्वपूर्ण फैसला लिया।
उन्होंने कहा कि संविधान के माध्यम से देश के प्रत्येक राज्य के नागरिकों को एक समान अधिकार दिये गये हैं।
मंत्री श्री विजयवर्गीय ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में भारत ने सभी क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। इस वजह से दुनिया में भारत की साख मजबूत हुई है और भारत की आवाज को दुनिया पूरी गंभीरता से सुनती है।
मध्यप्रदेश की ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्रीमती राधा सिंह ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि क्षेत्रीय पत्रकारिता का अपना अलग महत्व है। क्षेत्रीय खबरों से ही राष्ट्रीय स्तर की खबरें बनती है। उन्होंने क्षेत्रीय पत्रकारों के लगातार प्रशिक्षण पर भी जोर दिया। कार्यक्रम में एन यू जे के राष्ट्रीय अध्यक्ष रासबिहारी शर्मा ने कहा कि यह पत्रकार हितों के लिए काम करने वाला देश का सबसे पुराना संगठन है। यह संगठन पत्रकारों को विधि प्रकोष्ठ के माध्यम से कानूनी सहायता भी उपलब्ध करवाता है।
ब्रह्माकुमारीज मीडिया प्रभाग की जोनल कोऑर्डिनेटर एवं मधुबन न्यूज कोऑर्डनैटर बी.के. डॉ. रीना दीदी ने कहा कि आज की संगोष्ठी का विषय वर्तमान समय के अनुसार बिल्कुल उपयुक्त है। मीडिया का परिदृश्य पिछले 20-25 वर्षों में जितना तेज़ी से बदला है, एवं वर्तमान में लगातार बदल रहा है, उतनी तेजी से मीडिया के परिदृश्य में बदलाव कभी देखने को नहीं मिला। प्रिंट मीडिया एवं रेडियो तो पिछली एक सदी में मीडिया के सशक्त माध्यम रहे। परंतु कुछ वर्षों में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के बाद सोशल मीडिया उभर कर सामने आया। परन्तु चिंता मीडिया के माध्यमों की नहीं है, बल्कि उनकी चुनौतियों एवं दुष्परिणामों की है। 5जी टेक्नोलॉजी, आर्टिफिशियल इन्टेलिजेन्स (एआइ) जितनें सशक्त माध्यम है। उतने ही खतरे समाज के सामने इन माध्यमों के आने लगे हैं। धार्मिक एवं आध्यात्मिक संस्थाएँ भी इस बारे में समाज को जागरूक करने का प्रयास कर रही हैं। व्यक्ति के अंदर धैर्यता की कमी,जल्दबाजी के संस्कार, निर्णय शक्ति एवं परखने की सख्ती की कमी, लोभ के संस्कार आदि से वशीभूत व्यक्ति नई टेक्नोलॉजी के दुष्प्रभाव का शिकार हो जाता है। आवश्यकता है एक तो लोगों को जागरूक करने की, दूसरा उनके अंदर मूल्य एवं दिव्य गुणों का संचार करने की। इसमें मीडिया का रोल अहम है। मीडिया, सरकार एवं धार्मिक संस्थाओं के साथ मिलकर इस दिशा में महत्वपूर्ण कार्य कर सकती है।
इस मौके पर राष्ट्रीय महासचिव प्रदीप तिवारी ने एन यू जे द्वारा पत्रकारों के लिए चलाई जा रही गतिविधियों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एन यू जे की अगली बैठक शीघ्र ही हरिद्वार में होगी।
कार्यक्रम को एब्सोल्यूट ग्राम्य के डॉ. पंकज शुक्ला, सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता अश्वनी दुबे ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर प्रजापति ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय भोपाल की बालिकाओं ने धार्मिक गीतों की सुंदर प्रस्तुति की । संगोष्ठी में देशभर के 13 राज्यों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
कार्यक्रम में आए सभी पत्रकारों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
किताब का विमोचन :
नगरीय विकास मंत्री श्री विजयवर्गीय ने इस अवसर पर आर्टिकल 32 पर लिखित सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता अश्विनी दुबे की पुस्तक का इस कार्यक्रम में अनिता चौधरी, उषा पाहवा, प्रतिभा शुक्ला, संजय तलवार, नवीन जोशी, शिवा कुमार, वीरेंद्र सक्सेना, मुकेश वत्स, राजेश तिवारी, एन पी पाठक सिंगरौली, के साथ ही भोपाल से विकास तिवारी, हरि अग्रहरि, राजेश राय, दीपक राय , शुभकरण शास्त्री, सहित अनेक पत्रकार उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन पूर्वा शर्मा त्रिवेदी ने किया और आभार प्रदर्शन वरिष्ठ पत्रकार श्री गोस्वामी ने किया।