आबू रोड: वैश्विक शिखर सम्मेलन-(4 अक्टूबर) शाम का सत्र में केंद्रीय जनजातीय मामलों के राज्य मंत्री दुर्गा दास उइक ने लिया भाग

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सामाजिक परिवर्तन के लिए सामाजिक नेतृत्व करने वालों को आध्यात्मिक वेत्ता होना चाहिए: केंद्रीय मंत्री दुर्गादास

– सामाजिक परिवर्तन के लिए आध्यात्मिक नेतृत्व विषय पर शाम का सत्र आयोजित

आबू रोड,राजस्थान। ब्रह्माकुमारीज़ के शांतिवन में चल वैश्विक शिखर सम्मेलन में शाम के सत्र में राजनीति, मीडिया, इंडस्ट्रीज और अध्यात्म जगत की शख्सियतों ने भाग लिया।

सामाजिक परिवर्तन के लिए आध्यात्मिक नेतृत्व विषय पर मुख्य अतिथि भारत सरकार के जनजातीय मामलों के केंद्रीय राज्य मंत्री दुर्गादास उईके ने कहा कि अध्यात्म का अर्थ है स्वम की खोज। यदि हम सामाजिक परिवर्तन करना चाहते हैं तो सामाजिक नेतृत्व करने वालों को आध्यात्मिक वेत्ता होना चाहिए। जब नेतृत्व कर्ता आध्यात्मिक होगा तो कार्य भी सामाजिक परिवर्तन होगा। 

ये परंपरा आदि काल से हमारे देश में है। भारत संतों, महापुरुषों की भूमि है। आध्यात्मिक चेतना के माध्यम से राजा राज्यों का कुशल संचालन करते थे। स्वस्थ समाज की परिकल्पना आत्म शुद्धि के बिना नहीं हो सकती है। जितने भी बदलाव हुए हैं ये विचारकों, सिद्धों ने किए हैं। स्वम् की साधना के बिना सूक्ष्म परिवर्तन नहीं हो सकता है। वसुदेव कुटुंबकम की भावना और कर्मों में होना बड़ा अंतर है। जब जब आज में विभीषिकाएं आई हैं तब तब बहनों और नारी शक्ति ने नेतृत्व किया है। ब्रह्माकुमारी बहनें निश्चित रूप से एक दिन समाज में परिवर्तन लाएंगी। ये बहनें सामाजिक परिवर्तन लाने के लिए कार्य कर रही हैं इनकी तप, त्याग, साधना को नमन करता हूं। 

दिल्ली से आए वरिष्ठ पत्रकार  उपेंद्र राय को पत्रकारिता में उनके योगदान पर ब्रह्माकुमारीज़ द्वारा राष्ट्र चेतना पुरस्कार से नवाजा गया। इस दौरान राय ने कहा कि हमारे देश में धर्म और अध्यात्म को मिलाकर जोड़ने की कोशिश की गई। लेकिन मेरा अनुभव है कि दोनों अलग – अलग है। मुझे लगता है कि मैं अपने बच्चे को किसी धर्म की शिक्षा न दूं। धर्म अनेक है सभी धर्मों ने परमात्मा तक पहुंचने के रास्ते बताए हैं। अध्यात्म धर्म से ऊपर है। अध्यात्म यही सिखाता है कि जीवन में जो मूल्यवान चीजों को छोड़ता चला जाता है वही सच्चे मायने में जीवन को जीता जाता है। 

गुजरात बड़ोदरा की राजमाता शुभांगिनी राजे गायकवाड़ ने कहा कि यहां आकर बहुत शांति और खुशी का अनुभव कर रही हूं। आज हम देख रहे हैं समाज में एक नही अनेक युद्ध चल रहे हैं। स्वामी विवेकानंद ने अध्यात्म का संदेश विदेश में दिया, उसके बाद विश्व में लोगों का भारत को देखने का नजरिया बदल गया। 

डाइकिन एयरकंडीशनिंग इंडिया प्रा. लिमिटेड की सीएमडी कंवलजीत जावा ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज संस्था बहुत ही सराहनीय कार्य कर रही है। उद्योग के छेत्र में उल्लेखनीय कार्य पर आपको संस्थान की ओर से ज्वैल आफ भारत पुरस्कार से नवाजा गया। 

कर्ली टेल्स की सीईओ कामिया जानी वर्मा ने कहा कि आज यहां आकर बहुत खुशी महसूस हो रही है। आपको भी विशेष कार्य पर राष्ट्र चेतना पुरस्कार से नवाजा गया। 

इन्होंने भी व्यक्त किए अपने विचार-

ऑस्ट्रेलिया में ब्रह्माकुमारीज़ के निदेशक चार्ली हॉग, रामकृष्ण मिशन नई दिल्ली के सचिव स्वामी सर्वलोकानंद, कर्नाटक राज्य मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. शरणप्पा वैजीनाथ हाल्से, मैंगलोर के सौरभ संगीत नृत्य कला परिषद के श्रीविद्या मुरलीधर, ब्रह्माकुमारीज़ की संयुक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी सुदेश दीदी, नई दिल्ली पांडव भवन की निदेशिका राजयोगिनी बीके पुष्पा दीदी, मीडिया निदेशक बीके करुणा भाई, वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके सुमन दीदी ने भी अपने आध्यात्मिक अनुभव सांझा किए। स्वागत भाषण ग्लोबल हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. बीके प्रताप मिड्‌ढा ने दिया। स्वागत नृत्य पुणे से आए नृत्यर्ष कथक नृत्य संस्थान के कलाकारों ने पेश किया। संचालन जयपुर की बीके चंद्रकला दीदी ने किया।

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