मुंबई-मालाड-दिंडोशी, महाराष्ट्र: कारगिल दिवस 26 जुलाई को मनाया जाता हैं उसके निममित 17 जुलाई को यह कार्यक्रम मालाड दिडोशी सेवाकेन्द्र पर रखा गया ।यह कार्यक्रम ब्रह्मा कुमारी व सैनिक फेडरैशन के सहयोग से आयोजित किया गया । इस कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि 1) कुंती बहन मालाड संचालिका 2 ) ब्रिगेडीयर ( रिटायर्ड ) सुधीर सावंत, कारगिल WORRIOR ( भूपुर्व MP ,MLA ) सैनिक फेडरैशन महाराष्ट्र के अध्यक्ष3 ) मेजर अभय तिवारी ( रिटायर्ड मेजर , कारगिल wariors )4 ) सुभाष दरेकर उपाध्यक्ष सैनिक फेडरैशन महाराष्ट्र राज्य 5 ) सुरक्षा कोसालकर महिला सैनिक फेडरैशन उपाध्यक्ष सैनिक फेडरैशन महाराष्ट्र राज्य 6) ब्रह्माकुमारी शोभा ( मालाड दिंडोषी सेवा केंद्र संचालिका )7 ) शत्रुघन महामुंकर सचिव सैनिक फेडरैशन
मुख्य वक्ता आदरणीय कुंती बहन जिन्होंने कारगिल हीरो की महिमा करते हुए देश को सुरक्षित रखने में सैनिकों के योगदान की सराहना की । उन्होंने कहा की विपरीत परिस्थति मे अपने मनोबल को कायम रखते देश की सेवा करते है ।
ब्रिगडियर सुधीर सावंत ने कहा उन्होंने उन लोगों को देश भक्त बनाया जिन्होंने लोगों के उकसाने पर आतंकी बन गए थे 26 जुलाई जब मुंबई मे पानी भर गया था तब भी उन्होंने कैसी लोगों को सुरक्षित किया उस अनुभव को साझा किया।
मेजर अभय तिवारी ने अपने युद्ध के समय अनुभव मे कहा की वो समय भी था कि कई दिनों तक युद्ध के दौरान उन्होंने नमक व चावल पर बिताया । खास बात बताई की ये लड़ाई सबसे मुश्किल लड़ाई थी जो इतनी उचाई से लड़ी गई । जिसकी NATO में केस स्टडी में है । बहन सुरक्षा कोसलकर ने ब्रह्मा कुमारी की भूरी भूरी प्रशंशा की कहा की हम एडवांस टेक्नॉलजी उसे कर रहे है फिर भी इंसान शांति है बुराई का मन में वास हैं और ब्रह्माकुमारी इस बुराई को निकालने का बहुत बढ़िया प्रयास कर रही हैं।
बी के शोभा बहन ने तन की सुरक्षा के साथ मन की सुरक्षा पर समझते हुए कहा की देश के सैनिक हमे शत्रु से बचाते है । लेकिन मन को बुराई से बचाना हर एक की अपनी जिम्मेदारी है। सैनिकों को प्रशिक्षण दिया जाता है ऐसे हमे अपने मन की प्रशिक्षण देना होगा । मेडिटेशन एक ऐसी विधि जिसे अपने जीवन में अपना कर मानव खुद को बुराई से बचा सकता है । मेडिटेशन का अभ्यास करने की प्रेरणा दी व राजयोग का अभ्यास भी कराया ।
सैनिक फेडरैशन ने मोमेंटों के द्वारा दीदीयों का सम्मान किया।
कार्यक्रम का संचालन आश्विन भाई ने बखूबी से किया ,लगभग 80 से अधिक सैनिक ,उनके परिवार के सदस्यों व अन्य लोगों इस कार्यक्रम का लाभ लिया ।मोमबाती जला कर कारगिल सैनिकों को श्रद्धांजलि दी गई ।