भावनगर : नवनिर्मित भवन भवन टावर ऑफ पीस और 16 ब्रह्मा कुमारी बहनों का समर्पण समारोह धूम धाम से हर्षोल्लास के साथ मनाया गया

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माननीय श्रीमती. नीमुबेन बंभानिया उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के राज्य मंत्री भावनगर  की सांसद और मंच पर उपस्थित महानुभावों ने दीप प्रज्वलित किया

16 ब्रह्माकुमारियों का त्याग तपस्या और सेवा की जीवन के लिए समर्पण 

विशेष एक ही परिवार से  चार बहनें समर्पित हुई।

जिनका कोई नहीं उनका परमात्मा साथी बना, ऐसी भी बहन है जिनके माता पिता नही वह भी समर्पित  हुई

भावनगर गुजरात : ब्रह्मा कुमारीज़ का नवनिर्मित भवन भवन ‘टावर ऑफ पीस’ और 16 ब्रह्मा कुमारी बहनों का समर्पण समारोह धूम धाम से हर्षोल्लास के साथ किया गया। इस सुवर्ण अवसर पर राजयोगिनी जयंती दीदी ,राजयोगिनी भारती दीदी,गुजरात जोन इंचार्ज, राजयोगिनी सरला दीदी मेहसाना, अहमदाबाद से राजयोगिनी चंद्रिका दीदी, हंसा दीदी, बी के सतीश भाई, जयराज भाई तथा 16 समर्पित होने वाली बहनों को श्रृंगारित करके स्टेज पर सुशोभित किया गया।

भावनगर सांसद, राज्य मंत्री माननीय श्रीमती. नीमुबेन बंभानिया ने कहा कि 16 कन्याओं का शिव पर समर्पित होने के लिए बधाई अभिनंदन साथ साथ माता पिता का भी अभिनंदन है जिन्होंने पुत्रियों को शिव परमात्मा पर विश्व कल्याणार्थ समर्पित कराया। । ब्रह्माकुमारी संस्था द्वारा और भारत सरकार के सयुक्त रूप से सराहनीय कार्य हो रहा है, स्वच्छता अभियान के साथ साथ कई सारे प्रोजेक्ट कर रहे है । सभी कुमारियों की अग्रिम विश्व कल्याणार्थ लोकसेवा की शुभ कामना ।

ब्रह्मा कुमारीज़ की सह मुख्य प्रसाशिका राजयोगिनी बी के जयंती दीदी ने कहा कि ज्ञान योग धरना सेवा के यह चार विषय है जिसको, सदा के लिए इन बहनों ने जीवन बनाया है। और मुझे विश्वास है परमात्मा शिव इन्हें तन, मन, धन और जन  से इनको संपन्न रखेगा। ईश्वरीय सेवा में कन्या दान का पुण्य कर्म का माता पिता को भी दिल की दुवाये प्राप्त होती रहेगी। परमात्मा इनको दिल से राजी रखकर दुवाएं सदा देते रहेंगे। इन बहनों ने हो परमात्मा द्वारा  सुख शांति आनंद प्राप्त किया है उसका लोगों को अनुभव कराएंगे। जयंतीदीदी ने दो निमंत्रण दिया कहा कि जीवन को सार्थक करने के लिए टावर ऑफ पीस भवन पधारे और दूसरा शांति का अनुभव करे। जितना जितना भीतर की यात्रा करेंगे उतनी ख़ुशी , शांति आनदं प्राप्त होगी।

गुजरात जोन इंचार्ज भारती दीदी ने कहा कि  भारत देश में पवित्र कन्याओं का बहुत महत्व है। आज मुझे खुशी है कि 16 कन्याओं का विश्व परिवर्तन के लिए समर्पित किया है। माता पिता का भी धन्य हो गए। सौराष्ट्र भूमि पर बहनों को परमात्मा ने योग्य बनाया । सभी को बधाई है मेहनत का फल खुशी मिल रही है प्रभु पिता की इनपर दृष्टि पड़ी है।

मेहसाना सब जोन की सरला दीदी ने कहा कि दादी प्रकाशमणि जी का दृढ़ सांकपों परिणाम का यह सुंदर सफलता प्राप्त हुई। साथ साथ तृप्ति बहन और साथी बहनों की कड़ी मेहनत ने साधना और सेवा का बैलेंस रख कर सफलता को प्राप्त किया।

माननीय निषिथ भाई मेहता सीईओ माइक्रोसाईन प्रोडक्ट ने कहा कि सभी बहनें आध्यात्मिकता की ऊंचाइयों को प्राप्त करे और अपने माता पिता का नाम रोशन करे इसकी शुभ कामना करता हूँ ।  मुझे इस महान अवसर पर निमत्रण देने के लिए धन्यवाद।

आदरणीय बी के तृप्ति दीदी भावनगर ने सभी का हार्दिक स्वागत किया। उन्होंने कहा कि परमात्मा की कृपा से नवनिर्मित भवन टावर ऑफ पीस का उद्घाटन हुआ। 16 बहनों समर्पण करने का स्वप्न साकार हुआ। कुमारियों के माता पिता का समर्पित होनी वाली बहनों पर आशीर्वाद है। 

कला संस्कृति प्रभाग की अध्यक्षा चंद्रिका दीदी ने कहा कि जब जब धर्म की ग्लानि होती है तब परमात्मा धरा पर आते है और उनके कथन अनुसार ब्रह्माकुमारिज संस्था की स्थापना की और वर्तमान में 40 हजार बहनों को लोगों का कल्याणार्थ समर्पण कराया गया है। इस अवसर पर होने वाली 16 बहनों के माता पिता का अभिनंदन किया और कहा आप भाग्यशाली है। 

इस अवसर पर विशेष मेहमान माननीय पियूष भाई तम्बोली चेयरमैन आई पी एल भावनगर ने भी शुभकामनायें दी।

समर्पित होने वाली बहनों में से बी के वर्षा बहन ने कहा कि हम सभी बहनों ने लौकिक को अलौकिक जीवन नाया है। जो सर्व शक्तिवान परमात्मा हम बहनों का साजन है। वे हमें सदा सारे सुख शांति  21 जन्म निरोगी तन, संतुष्टता देते हैं।। तृप्ति दीदी, सरला दीदी ने हमारा जीवन को संवारा , लौकिक अलौकिक माता पिता का नाम बाला करने के योग्य बनाया है।

समर्पित होने वाली बी के नम्रता बहन के पिता ने कहा कि हमारी सभी पुत्रियों ने शिव को जीवन साथी बनाया जिसकी हमे बेहद खुशी है जो परमात्मा परमपिता परम शिक्षक परम सदगुरु है।

मधुर वाणी के सतीश भाई,जयराज भाई,युग रत्न भाई  द्वारा सुंदर स्वागत गीत पेश किया गया। खुशियों भरी शाम में गीतों एवं नृत्य से रंगारंग कार्यक्रम किया, गया कुमारियों ने स्वागत पर पैर थिरकायें।

सभी कुमारियों ने परमात्मा को साक्षी रखकर प्रतिज्ञा की । अंत में सभी प्रभु समर्पित होने वाली बहनों के माता पिता ने कन्याओं को शिव परमत्मा पर विधिवत समर्पित कराया।

आदिपुर की प्रोफ़ेसर बी के किरण ने समर्पण की महत्ता को प्रथम रखते हुए बहुत शालीन तरीके से मंच संचालन किया।

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