– आज शान्ति शिखर नवा रायपुर में हर्षोल्लास से दीपावली मनाई गई
– नन्हे बाल कलाकारों ने रंगारंग सास्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर मन मोह लिया…
– घर की बाहरी सफाई के साथ मन की सफाई भी जरूरी… ब्रह्माकुमारी सविता दीदी
रायपुर,छत्तीसगढ़: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा नवा रायपुर के सेक्टर-20 स्थित एकेडमी फॉर ए पीसफुल वल्र्ड-शान्ति शिखर में दीपावली मिलन का कार्यक्रम हर्षोल्लास से मनाया गया। समारोह में रायपुर संचालिका ब्रह्माकुमारी सविता दीदी, किरण दीदी, रश्मि दीदी और भावना दीदी सहित रायपुर की छत्तीस ब्रह्माकुमारी बहनों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
रायपुर संचालिका ब्रह्माकुमारी सविता दीदी ने कहा कि दीपावली त्यौहार में हम सब जिस प्रकार घर की सफाई का ध्यान रखते हैं उसी प्रकार अन्तर्मन की सफाई भी जरूरी है। बाहर के अन्धकार को तो मिट्टी के दीपक जलाकर दूर कर सकते हैं किन्तु अन्र्तमन में छाए हुए अन्धकार को दूर करने के लिए हमें सभी के लिए शुभसंकल्पों के दीप जलाने होंगे।
उन्होंने आह्वान करते हुए कहा कि आओ हम सभी सत्य परमात्मा से सत्य ज्ञान लेकर अपने जीवन को पावन बनाएं। अपनी आत्म ज्योति जगाकर ईश्वरीय मिलन का वास्तविक सुख प्राप्त करें। ऐसे मनोपरिवर्तन से ही पृथ्वी पर स्वर्ग आएगा जहाँ श्री लक्ष्मी और श्री नारायण का राज्य होगा।
उन्होंने कहा कि आत्मा ही सच्चा दीपक है। विकारों के वशीभूत हो जाने के कारण आत्मा की चमक आज मलिन हो गयी है। लोगों का अन्तर्मन काम, क्रोध आदि विकारों के अधीन हो चुका है। ऐसे विकारी मनुष्यों के बीच श्री लक्ष्मी का शुभागमन भला कैसे हो सकता है? यह कैसी विडम्बना है कि अन्तर्मन की सफाई करने की जगह हम लोग घर की सफाई करके ही खुश हो जाते हैं।
सविता दीदी ने बतलाया कि हमें हमेशा दूसरों के लिए अच्छा सोचना चाहिए। शुभ सोचेंगे तब हमारा लाभ होगा। इसीलिए हमारी भारतीय संस्कृति में जब कोई नया कार्य शुरू करते हैं तो स्वस्तिक के साथ शुभ और लाभ लिखते हैं क्योंकि शुभ के साथ लाभ जुड़ा हुआ है।
इस अवसर पर पश्चात रायपुर के बाल कलाकारों ने बहुत ही सुन्दर स्वागत नृत्य किया। साथ ही रायपुर की गायिका कुमारी शारदा नाग ने मधुर स्वर में गीत गाकर सभी को भाव विभोर कर दिया।