मन को स्वच्छ, पवित्र व निर्मल बनाएं- डॉ.मोहित गुप्ता
बीकानेर,राजस्थान। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के क्षेत्रीय केन्द्र सार्दुल गंज में शनिवार को ’’सुखी जीवन का रहस्य’’ विषयक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। व्याख्यान में बीकानेर के 400 से अधिक प्रबुद्धजनों, चिकित्सको ने भागीदारी निभाई।
मुख्य वक्ता जी.बी.पंत अस्पताल दिल्ली के निदेशक, सुप्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ प्रोफेसर डॉ. मोहित गुप्ता ने सुखी जीवन जीने के अनेक सूत्र बताएं। उन्होंने कहा कि मन की घर की तरह मन को भी स्वच्छ करें। मन को स्वच्छ, पवित्र व निर्मल बनाने से संकल्प पवित्र होते है। हम ईश्वर के साथ आसानी से जुड़कर उनसे शक्तियां प्राप्त कर सकते हैं। स्वच्छ मन रखने से रिश्तों में मधुरता आती है, रिश्ते सुन्दर हो जाते है। रिश्ते सुन्दर बनाना आध्यात्मिक की पराकाष्ठा है। अहम् का दूसरा नाम ही क्रोध है। उन्होंने कहा कि ईष्या, घृणा, आलोचना, अपेक्षा, शिकायत, नकारात्मक विचार हमें हमेशा घेरे रहते है, इनको सकारात्मक सोच के साथ दूर करने का प्रयास करना चाहिए। इसके लिए दूसरों के सत्य विचार को स्वीकार करें, उनकी प्रशंसा करें व स्नेह दे। डॉ.मोहित गुप्ता ने कहा कि ईश्वर हमें 1440 मिनट प्रतिदिन देता है, उसमें दस मिनट परमात्मा को देने से जीवन में जादुई परिवर्तन आता है। विज्ञान की शक्ति के साथ साइलैंस की शक्ति अर्थात आध्यात्मिक योग की शक्ति को भी हम प्रतिदिन प्रयोग में लाने से जीवन सरल व सजत व सुन्दर बन सकता है।
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की संभाग प्रभारी बी.के.कमल बहन ने कहा कि वर्तमान की भाग दौड़ की जिन्दगी में सकारात्मक सोचन, ईश्वर पर आस्था व विश्वास तथा राजयोग के अभ्यास से जीवन सुखमय बन सकता है।
इस अवसर पर, डॉ. आर.के. काजला जनरल सर्जन, डॉ.रंजन माथुर मुख्य चिकित्सक पी.बी.एम,डॉ.कपिल पारीक वरिष्ठ न्यूरो सर्जन, डॉ वेद गोयल निदेशक प्रकाश लैब,डॉ.संगीता सक्सेना, सुमन सिंह,सूरजाराम राजपुरोहित सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद थे।