सुरक्षा के लिए जरूरी है आध्यात्मिकता
अंबिकापुर, छत्तीसगढ़। वर्तमान समय हमारी लाइफ तेज हो गई है फलस्वरूप विचारों की गति भी तेज हो गई है। सड़क दुर्घटनाओं में यह भी एक मुख्य कारण है सड़क सुरक्षा के लिए स्थिर एंव संतुलित मन की बहुत आवश्कता है। जंहा शरीर के साथ मन के विचारों सड़क दुर्घटनाओं में पीड़ितों की स्मृति में विश्व यादगार दिवस का संतुलन होगा वहां दुर्घटनाओं की संभावनाएं कम हो जाएंगी और इसके लिए आध्यात्मिकता की आवश्यकता है आध्यात्मिकता सड़क दुर्घटनाओं से सुरक्षा के साथ एक सुरक्षित जीवन यात्रा का मार्ग प्रशस्त करती है।
उक्त विचार ब्रह्माकुमारीज सरगुजा संभाग की संस्था सेवा प्रभारी ब्रह्माकुमारी विद्या दीदी ने नव विश्व भवन चोपड़ा पारा में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईशवरीय विश्व विद्यालय एवं यातायात प्रभाग द्वारा व्यक्त की । उन्होंने कहा कि हमारा जीवन एक अमूल्य उपहार है इसे सुरक्षित रखने के लिए हर पल जागृत रहने की आवश्यकता है ट्रैफिक जाम के समय अधीर न होकर हम अपने समय का सही सदुपयोग करें । जब घर से निकलें तो कुछ सेकंड परमात्मा को याद करें एंव सुरक्षित यात्रा कर घर लौटने के बाद परमात्मा का धन्यवाद आवश्यक करें । जिससे हमारा मन साकारात्मक रहेगा। हम खुद भी सुरक्षित रहें और औरों को भी सुरक्षित रखें । इसके पश्चात विद्या दीदी ने कॉमेन्ट्री के माध्यम से मेडिटेशन कराया जिससे सड़क दुर्घटनाओं में मृत आत्माओं को शान्ति पहुंचाये गये एवं उनके शोक संतप्त परिवार जनों को आत्मिक संबल प्रदान किया गया।
यातायात पुलिस उप निरीक्षक अभय तिवारी ने यातायात के नियमों की विस्तार से जानकारी दी एवं भारत में यातायात से होने वाली दुर्घटनाओं के आंकड़े बताते हुए कहा कि हर वर्ष लगभग 12 लाख लोगों की मौत सड़क दुर्घटना से होती है। उन्होंने बताया दुर्घटनाओं में छत्तीसगढ़ का 5 वां स्थान एवं अम्बिकापुर 7 वां स्थान मे है । उन्होंने आगे बताया सही तरीके से सड़क का डिजााइन न होने के कारण भी दुर्घटना होती है।
समाजिक कार्यकर्ता मंगल पांडे ने कहा कि यंहा हर एक जीवन रूपी यात्रा कर रहा है और इस जीवन की यात्रा में वाहन की यात्रा की भी आवश्कता होती है जिसके नियमों को अधिकतर हम अनदेखी कर देते है जिसका सामना पूरे परिवार को करना पड़ता है। बच्चे जो इस नियम की अवहेलना करते हैं जिसके जिम्मेदार हम ह।
सामाजिक कार्यकर्ता अनिल मिश्रा -ने इंश्योरेंस के बारे में अवगत कराते हुए कहा कि लोग 3 थर्ड पार्टी को बचाने के लिए इंश्योरेंस कराते हैं। माता – पिता अपने बच्चों को बिना उम्र के ही उन्हें गाड़ी देते हैं जो कि सही नहीं है।यातायात के दौरान नियमों का पालन करना सभी को जरूरी है।
डॉ आकाश सिंह ने भी सुझाव देते हुए बताया कि किसी एक्सीडेन्ट हुए व्यक्ति का गर्दन को सीधा करना रखना है।
सास ले रहा है कि नहीं यह चेक करना है और सर पर चोट लगे तो सबसे पास वाले होस्पीटल में ले जाना है एक घंटे के अन्दर में ।
कार्यक्रम का शुभारंभ एस.आई. यातायात विभाग – अभय तिवारी जी, सामाजिक कार्यकर्ता – मंगल पांडे एवं अनिल मिश्रा , डायरेक्टर जीवन ज्योति होस्पीटल अ.पुर. – डॉ़ आकाश सिंह एवं सेवाकेन्द्र संचालिका सरगुजा संभाग की ब्रह्माकुमारी विद्या दीदी ने द्वीप प्रज्जवलन कर किया और सभी मृत आत्माओं को भी मोमबती जलाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई ।