सोनीपत : विश्व कल्याण सरोवर में दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन

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उद्घाटन – योग साधना भट्टी 

सोनीपत – विधायक माननीय निखिल मदान के द्वारा योग साधना भट्टी का  शुभारम्भ 

सोनीपत, हरियाणा: विश्व कल्याण सरोवर में “अंतिम स्थिति के लिए कमल पुष्प सम साधना” विषय अंतर्गत स्व उन्नति के लिए एक विशेष योगभट्ठी का आयोजन किया गया। 

माउंट आबू से पधारे राजयोगी ब्रह्मा कुमार सूर्य भाई जी, रुपेश भाई जी तथा गीता बहन जी ने योग व धारणा युक्त क्लास कराई।  कार्यक्रम का शुभारंभ बाबा की याद के गीत से हुआ। तत्पश्चात मुख्य अतिथि  व अतिथियों का स्वागत तिलक, बैज व गुलदस्तों से किया गया। सोनीपत के विधायक भ्राता निखिल मदान जी विशेष रूप से स्वागत सत्र में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे  उन्होंने कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए शुभ कामनाएँ दीं। 

1600 से अधिक ब्रह्मा वत्सों ने इस योगभट्ठी का लाभ लिया।

Public Program Detail

विश्व कल्याण सरोवर सोनीपत (दिल्ली जोन) द्वारास्वस्थ व स्वच्छ समाज के लिए आध्यात्मिक सशक्तिकरण विषय के अंतर्गत “उस पार ….” कार्यक्रम का आयोजन

माननीय मोहन लाल बड़ोली , भाजपा अध्यक्ष  हरियाणा तथा पूर्व कैबनेट मिनिस्टर हरियाणा  ने  उपस्थिति दर्ज कराई 

कार्यक्रम का शुभारंभ परमात्म  स्मृति के गीत से हुआ।  उपस्थित मुख्य अतिथि माननीय मोहन लाल बड़ोली तथा अतिथियों का स्वागत तिलक व पुष्प गुच्छ से किया गया। 

अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के पश्चात माउंट आबू से पधारी राजयोगिनी ब्रह्मा कुमारी गीता दीदी जी ने अपने सम्बोधन में ब्रह्मा कुमारीज द्वारा सिखाए जा रहे मेडिटेशन से होने वाले लाभ का विस्तार से वर्णन किया। हमें जीवन में कभी भी होपलेस नहीं होना चाहिए। हमारा अंतर्मन जो स्वीकार कर लेता है वही हमारे साथ घटित होता है। इसलिए हमें सदैव पॉजिटिव थिंकिंग करना चाहिए।  परिवार में हमें प्रेम से रहना है। 

बतौर मुख्य वक्ता माउंट आबू से वरिष्ठ राजयोगी ब्रह्मा कुमार सूर्य भाई जी ने अपने सम्बोधन में कहा कि अपने जीवन की पतवार भगवान के हाथों में देकर निर्विघ्न हो जाना चाहिए। हम जो कुछ सोचते हैं उसकी तरंगें ब्रम्हांड में जाती हैं। और प्रकृति उसी को वापस लौटा देती है। इसलिए हमें वही सोचना और करना है जो हमारे लिए उचित हो। क्योंकि जो हम देंगे वही वापस आना है। इसलिए हमें अपने अंदर देखना है। अंदर की यात्रा करनी है जो हमें हमारी वास्तविक रूप का दर्शन कराएगा। मैं आत्मा हूँ, मैं आत्मा पीसफुल हूँ, मैं आत्मा शांत हूँ, मैं शांति के सागर भगवान की संतान हूँ।  इसका रोज सुबह सात बार अभ्यास करना है। मन बना लीजिए कि छोटी छोटी बातें हमारी शांति को नहीं छीन सकतीं। बातें बड़ी नहीं होतीं, हम सोच सोच कर उसे बड़ा कर देते हैं। हम जितना कम सोचेंगे हमारी समस्या उतनी ही कम होंगी। जिन परिस्थितयों पर हमारा वश नहीं है उसको ज्ञानी बन स्वीकार करना चाहिए, अन्यथा दुखी रहेंगे। जिनको हम भगवान कहते हैं वो मेरे मात पिता हैं, इसे स्वीकार कर लीजिए। हम देवताओं की संतान हैं, हमारे अंदर देवत्व है इसे हमें जगाना है और भारत को स्वर्णिम भारत बनाना है। अंत में भ्राता जी ने पूरी सभा को मेडिटेशन भी कराया।

मुरथल स्थित – विश्व कल्याण सरोवर ब्रह्मा कुमार सतीश भाई  ने मुख्य अतिथि माननीय मोहन लाल बड़ोली, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हरियाणा तथा विशिष्ट अतिथियों और उपस्थित (1500) डेढ़ हजार जिज्ञासुओं को धन्यवाद ज्ञापित किया।  

मंच संचालन का सफल संचालन राजयोगी ब्रह्मा कुमार रुपेश भाई जी (माउंट आबू) एंकर लोकप्रिय कार्यक्रम समाधान ने किया। करनाल से पधारे विजय भाई जी ने अपने गीतों से पूरी सभा का मनोरंजन किया।

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