ब्रह्माकुमारीज संस्था के पवित्र तपस्वी माताओ का दिनांक 8 डिसम्बर 2024 के रोज सुरत वराछा में महासम्मेलन
सुरत -वराछा,गुजरात: ब्रह्माकुमारीज संस्था नडियाद सबजोन के 42 सेवाकेन्द्र से 1500 जितनी पवित्र तपस्वी माताए पधारी थी। ब्रह्माकुमारीज भगिनी संस्था R.E.R.F के महिला प्रभाग के राष्ट्रीय अध्यक्षा आद.राजयोगी चक्रधारी दीदी ने मंगल उदबोधन दीया।
पवित्र तपस्वी माताओका महासंमेलन 8 डिसम्बर 2024 रविवार सुबह 10 से 1 हेवन हेपिनेस पार्टी प्लोट सुरत वराछा मे आयोजीत किया गया था।
महासम्मेलन के विविध आकर्षण महानुभावोका मंगलदायी उदबोधन, सुंदर सांस्कृतिक कार्यक्रम, प्रासंगिक प्रवचन, महोत्सव सेलिब्रेशन, प्रेरणादायी अनुभव, आशीवचन, परमात्मा की माताओ प्रति प्रेरणा की विडियो किल्प, केन्डल लाइटिंग, केक कटिंग और ब्रह्माभोजन था।
इस महासम्मेलन मे ब्रह्माकुमारीज के महिला प्रभाग के राष्ट्रिय अध्यक्षा राजयोगिनी चक्रधारीदीदी, नडियाद सबजोन संचालिका राजयोगिनी पूर्णिमा दीदी, ब्रह्माकुमारीझ के ग्राम विकास प्रभागके राष्ट्रीय अध्यक्षा राजयोगीनी सरलाबहन, वलसाड सबजोन संचालिका राजयोगीनी रंजनबेन, धारासभ्य श्री कांतिभाई बलर, पूर्व मेयर अस्मिताबहन, सुरत जिल्ला होमगार्ड के कमान्डर भ्राता प्रफुलभाई शिरोया, सुरत शहेर के अन्य विशिष्ट महानुभावोका पवित्र माताओ को प्रेरणादायी उदबोधन प्रासंगिक प्रवचन, मंगल उद्बोधन और आर्शीवचन दीया।
इस महासम्मेलन में ब्रह्माकुमारीज संस्था के 1500 जीतनी तवस्वी माताए, आमंत्रित महेमान और ब्रह्माकुमारीझ संस्था के 2500 जितने भाई-बहन विशाल सभा मे उपस्थित रहे।
यह पवित्र तपस्वी माताए परमात्मा के इश्वरीय ज्ञान को अपने जीवन में धारण कर व्यक्तिगत परिवर्तन से विश्व परिवर्तन के इश्वरीय कर्तव्य मे अपने तन, मन और धन से सहयोगी बने है। धरगृहस्थ मे रहकर अपने परिवार की पालना के साथ-साथ संस्था के चो तरफ के विकास मे माताओ का विशेष सहयोग है।
ऐसी माताओ का संस्था के मुख्यालय में विशेष कार्यक्रम होते रहते है। परंतु नडियाद सबजोन जिसमे 42 सेवाकेन्द्र समाविष्ट है। उस सेवाकेन्द्र की माताओ का सन्मान और प्रेरणा अर्थ सुरत वराछा मे महासंमेलन का आयोजन किया गया।
अंत मे सभी माताओ ने इश्वरीय सौगात और ब्रह्माभोजन स्वीकार किया सभी ने यह संकल्प किया की इस इश्वर्यी कार्य को स्व परिवर्तन से विश्व परिवर्तन कर स्वर्ण़ीम संसार बनायेगे।
इस कार्यक्रम का संपूर्ण आयोजन ब्र.कु.तृप्तिबहन(सुरत वराछा सेवाकेन्द्र संचालिका) के नेतृत्व मे किया गया।