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आबूरोड : रेडियो मधुबन के माध्यम से 10 महिलाओं को मिला आजीविका का संसाधन

आबूरोड, मनमोहिनीवन (ग्लोबल ऑडिटोरियम हॉल):
आदिवासी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उनकी आजीविका पुनर्जीवित करने की एक अनूठी पहल के तहत ब्रह्माकुमारिज रेडियो मधुबन और स्फेरुल फाउंडेशन के संयुक्त प्रयास से “स्वयं शक्ति” कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जो है। इस आयोजन में आबूरोड और आसपास के क्षेत्रों से महिलाओं ने भाग लिया।

रेडियो मधुबन और स्फेरुल फाउंडेशन की पहल:
कार्यक्रम के दौरान रेडियो मधुबन ने स्फेरुल फाउंडेशन की सहायता से 10 महिलाओं को रोजगार शुरू करने के लिए आवश्यक सामग्री प्रदान की। यह पहल उन महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने में मदद करेगी, जो लंबे समय से रोजगार के अवसरों की तलाश में थीं।

रेडियो मधुबन के निदेशक एवं ब्रह्माकुमारिज के अतिरिक्त सेक्रेटेरी जनरल करुणा भाई जी ने कहा, “आज के समय में यह आवश्यक है कि हम ऐसे कार्य करें, जो न केवल हमारे जीवन को बेहतर बनाए, बल्कि दूसरों के लिए भी उपयोगी हो। ईश्वर का ध्यान और राजयोग मेडिटेशन जीवन में सच्चा आनंद और शांति लाता है |

कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारीज की वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका ऊषा दीदी ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि “आत्मनिर्भर बनने के साथ-साथ आध्यात्मिकता को अपने जीवन का हिस्सा बनाना अत्यंत आवश्यक है”। उन्होंने बताया कि आध्यात्मिकता जीवन में खुशियां लाने के साथ-साथ परिवार को बुरी आदतों से बचाने में सहायक होती है।

स्फेरुल फाउंडेशन के प्रोग्राम मैनेजर डा: शांति सागर कांबले ने महिलाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि वे इस सहयोग का सही उपयोग करें और इसे अपने जीवन को बेहतर बनाने के अवसर के रूप में अपनाएं। 

रेडियो मधुबन की प्रोडक्शन हेड बी.के. कृष्णा ने महिलाओं को अपने प्रयासों में दृढ़ रहने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने इस कार्यक्रम में महिलाओं की चयन प्रक्रिया और उनके द्वारा सामना की जाने वाली चुनौतियों के बारे में बताया |

इस कार्यक्रम में रेडियो मधुबन की स्थानीय स्वयंसेवी पवन कंवर ने महिलाओं की वर्तमान स्थिति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि “लंबे समय से रोजगार के लिए की जा रही उनकी मांग आज इस कार्यक्रम के माध्यम से पूरी हो रही है”। उन्होंने महिलाओं को साहस के साथ आगे बढ़ने और अपने परिवारों को सशक्त बनाने का संदेश दिया।

कार्यक्रम का संचालन लवली बहन ने कुशलतापूर्वक किया, जबकि आरुषि बहन ने राजयोग मेडिटेशन का अनुभव कराते हुए सभी को अपने व्यवसाय में सकारात्मक ऊर्जा भरने का अभ्यास करवाया।

“स्वयं शक्ति” कार्यक्रम ने महिलाओं को न केवल रोज़गार के साधन प्रदान किए, बल्कि उन्हें आध्यात्मिक मार्गदर्शन और प्रेरणा भी दी। यह पहल महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो उनके जीवन और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का माध्यम बनेगी। रेडियो मधुबन और स्फेरुल फाउंडेशन का यह प्रयास महिलाओं के लिए नई उम्मीदें और अवसर लेकर आया है। ऐसे आयोजनों से समाज में सकारात्मक परिवर्तन की दिशा में निरंतर कदम उठाए जाते रहेंगे।

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