जमशेदपुर,झारखण्ड। दिनांक 21 दिसंबर को ब्रह्माकुमारीज़ के यूनिवर्सल पीस पैलेस में शाम 4 से 6 बजे तक वर्ल्ड मेडिटेशन डे मनाया गया। इस अवसर पर मुख्य प्रवक्ता बीके जया पांडे ने “इनर पीस, ग्लोबल हार्मनी” थीम को समझाते हुए बताया कि दुनिया में शांति तभी स्थापित हो सकती है जब हम स्वयं को पहचानेंगे कि हम शरीर नहीं, बल्कि चेतन आत्मा हैं। आत्मा का स्वधर्म शांति, प्रेम, सुख, आनंद, ज्ञान, शक्ति और पवित्रता है। उन्होंने कहा कि आत्मा के पिता ज्योति बिंदु परमपिता शिव हैं, जिन्हें बाइबल में गॉड इज़ लाइट और कुरान में नूर कहा गया है। जब हम खुद को आत्मा या रूह समझकर ईश्वर को याद करते हैं, तो स्वाभाविक रूप से हमारे भीतर ऊर्जा का संचार होता है और आत्मा की छुपी हुई शक्तियां जागृत हो जाती हैं।
ब्रह्माकुमारीज़ कोल्हान डिवीज़न की निदेशिका राजयोगिनी बीके अंजू दीदी ने राजयोग मेडिटेशन की कमेंट्री के माध्यम से आत्मा की शांति और शक्ति का सुंदर अनुभव कराया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि दिव्यांग सेवा विंग के नेशनल टीम लीडर बीके रिटायर्ड ग्रुप कैप्टन सूरज प्रकाश राव, जो माउंट आबू, राजस्थान से पधारे थे, ने बताया कि ध्यान बहुत सरल है और इसे चित्रों, संगीत, गानों, टीवी डॉक्यूमेंट्री और मूल्य आधारित खेलों के माध्यम से दिव्यांग बच्चों के साथ भी कराया जा सकता है। इससे बच्चों में 1-2 महीने में ही सुधार देखा जा सकता है।
कार्यक्रम में सम्माननीय अतिथि के रूप में आशीष तिवारी जी, डीएसई (पूर्वी सिंहभूम), चेशायर होम की प्रिंसिपल सिस्टर डेज़ी, झारखंड 1E से प्रभात झा, एसएसई न्यूज से एस. दुबे और बीके रागिनी दीदी, जुगसलाई उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का स्वागत भाषण बीके संजू, कदमा ने दिया और मंच संचालन डॉ. पीयूष रंजन ने किया।