बागलकोट : क्रिसमस डे अर्थात अपनी किस्मत जगाने का समय -भगवान भाई

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बागलकोट (कर्नाटक):

स्थानीय ब्रह्माकुमारीज राजयोग सेवाकेंद्र , बागलकोट (कर्नाटक) द्वारा क्रिसमस डे के उपलक्ष्य में कार्यक्रम का आयोजन हुआ |मुख्यालय माउंट आबू से पहुंचे वरिष्ठ राजयोग प्रशिक्षक बीके भगवान भाई जी  सभी को पर्व का आध्यात्मिक रहस्य बताते हुए हर्षोल्लास से पर्व को मनाने की शुभकामनाएं दी। इस मौके पर बीके भगवान ने क्रिसमस का आध्यात्मिक रहस्य बताते हुए कहा, क्रिसमस डे अर्थात अपनी किस्मत जगाने का समय है  | क्रिसमस असल में कलियुग अंत के समय और शिव अवतरण के अभी के संगमयुग का ही यादगार हैं। जैसे संगमयुग काल-चक्र के अंत के थोडा पहले आता हैं वैसे ही क्रिसमस भी साल के अंत से थोडा ही पहले आता हैं। क्रिसमस में यह माना जाता हैं कि एक सांता क्लोज नामक वृद्ध देहधारी लाल और सफेद कपडे पहने आते हैं। उसका मतलब यह है कि आसमां से बहुत दूर लाल रंग परमधाम का या ब्रह्मांड का है और सफेद रंग सूक्ष्म वतन का है। ठीक वैसे ही निराकार परमात्मा शिव एक वृद्ध तन ब्रह्मा बाबा का आधार लेते है। सांता क्लॉज भी गुप्त रीती से आधी रात में और चिमनी के रास्ते आते है। परमात्मा शिव भी चुपके से आते है। उन्होंने बताया, कि जब दुनिया की हालत बद्तर हो जाती है तब वे विश्व परिवर्तन अर्थ पतित दुनिया में अवतरित होते हैं। सांता क्लॉज सिर्फ बच्चों को उनके गुजरे हुए वर्ष के प्रदर्शन के आधार पर सौगात देते हैं जहां भगवान शिव अपने बच्चों पर वरदानों की वर्षा करते है और सर्व शक्तियां, अतिन्द्रीय सुख तथा स्वर्ग की सौगात उनके पुरुषार्थ के आधार पर देते हैं। पेड़ की चोटी पर जगमगाता तारा हैं शिव पिता का प्रतिक और छोटे छोटे स्टार है विश्व परिवर्तन के निमित्त ब्राह्मण आत्माये। क्रिसमस का पेड़ भी मनुष्य आत्मा रूपी कल्प वृक्ष का प्रतीक है। यह वृक्ष पिरामिड के आकार का बताते हैं जो दर्शाता हैं कि कैसे शुरुआत में जनसंख्या कम थी और फिर बढती ही गयी और इसीलिए कहते हैं मेरी क्रिस्मस ।

·      अतिथि कंजूमर कोर्ट के जज डी. आर. बसापुर  जी ने अपना संबोधन देते हुए कहा कि क्षमा करना हमारे लिए इतना कठिन क्यों होता है? कभी-कभी सालों बाद भी, या माफी मांगने के बाद भी हम क्षमा नहीं कर पाते। हम उन्हें अपने दुख के लिए जिम्मेदार मानते हैं और खुद को ठीक न करके, हम उस दर्द को पकड़कर रखते हैं।आज से सबको क्षमा करना करना सीखे |

·      वकील सीनियर राजयोगी बी के प्रकाश भाई जी अपना सम्बोधन देते हुए कहा कि पेड़ पर रोशनी करना; हमें आध्यात्मिक ज्ञान से आत्मा को रोशन करने की याद दिलाता है। काले रंग से ढकी चिमनी के रास्ते से आने वाले; सांता क्लॉज़ सर्वोच्च परमपिता परमात्मा के प्रतीक हैं जो अंधकार के इस समय में भावनात्मक रूप से प्रदूषित दुनिया में; हमें पवित्रता, एकता, प्रेम और शांति का उपहार देने के लिए आते हैं जो हम उनसे हर दिन मांगते हैं।

·      स्थानीय ब्रह्माकुमारी कि प्रभारी बी के नागरत्ना बहन जी ने कहा कि क्रिसमस ट्री सजाने से; हमें आत्मा को करुणा, प्रेम और सच्चाई के गुणों से सजाने की प्रेरणा मिलती है। अपना आत्म दीप जलाय |

·      बसंत बागेवाडी ब्रह्माकुमारी कि प्रभारी बी के सुरेखा बहन जी ने राजयोग द्वारा अपनी किस्मत जगाने कि प्रेरणा दिया |

·      स्थानीय ब्रह्माकुमारी कि राजयोग शिक्षिका बी के माला बहन जी ने सभी का स्वागत किया |

·      स्कुल टीचर ने भी अपना सम्बोधन दिया

·      उपस्थित सभी ने परमात्म प्र

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