सरायपाली (छत्तीसगढ़):
मानव जीवन एक अनमोल उपहार है । सफलतापूर्वक सुख-शांति से जीवन जीना भी एक कला है। आज चारो ओर अशांति, दुख, भय, चिंता का माहौल है। ऐसे में हर कोई सुख, शांति खुशी से जीवन जीने की कला सीखना चाहता है। जीवन को सुखमय बनाने के लिए हमे सबसे पहले अपने विचारों को स्वच्छ,श्रेष्ठ बनाना है और इसमें मेडीटेशन का बहुत बडा योगदान है। मेडीटेशनद्वारा हम नकारात्मक विचारों के ऊपर विजय प्राप्त कर सकते है। उक्त उदगार ब्रह्माकुमारी संस्था के मुख्यालय माउंट आबू राजस्थान से आये हुए ब्रह्माकुमार भगवान भाई ने व्यक्त किया ।
· स्थानीय ब्रह्माकुमारीज राजयोग सेवाकेंद्र , सरायपाली (छत्तीसगढ़)
· स्थानीय ब्रह्माकुमारीज राजयोग सेवाकेंद्र पर खुशहाल जीवन हेतु सकारात्मक विचार विषय पर बोल रहे थे।
भगवान भाई जी ने कहा कि अपने नकारात्मक विचारों से सावधान रहें और उन्हें आशावादी और स्वस्थ विचारों से चुनौती देने का प्रयास करें। अपने विचारों पर ध्यान देना शुरू करें और जैसे ही नकारात्मक विचार आपके दिमाग में घूमने लगें, शांति से और बल प्रयोग किए बिना, उन्हें रचनात्मक, खुश और सकारात्मक विचारों से बदल दें। उन्होंने कहा की कोई भी व्यक्ति पूर्ण नहीं होता और हम अक्सर गलतियाँ करते हैं और असफलता का अनुभव करते हैं। इस बात पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय कि आप कैसे असफल हुए, इस बारे में सोचें कि आप अगली बार क्या करने जा रहे हैं | अपनी असफलता को एक सबक में बदलें।
· स्थानीय ब्रह्माकुमारीज कि प्रभारी बी के आहिल्या बहन जी ने मेडिटेशन का महत्व बताते हुए सभी का शब्दो से स्वागत किया। सकारात्मक और रचनात्मक जीवन पद्धती के ऊपर मार्गदर्शन किया | उन्होंने कहा कि नकारात्मक विचारो को हम अपने सकारात्मक व्हायब्रेशन के द्वारा कैसे दूर करे और इसमें राजयोग मेडिटेशन की क्या मुख्य भूमिका है इसके ऊपर प्रकाश डाला।
· हीरालाल पटेल जी ने कहा राजयोग के नित्य अभ्यास से ही हमारा मनोबल और आत्मबल बढ़ता है। |उन्होंने ने कहा कि वर्तमान की परिवेश में हर एक को किसी न किसी बात का तनाव जरूर होता है। राजयोग द्वारा तनाव मुक्त बन सकते है |
· कार्यक्रम में बी के योगेश्वरी बहन जी ने ब्रह्माकुमारी संस्था का परिचय दिया और मंच संचालन किया गया |
· कार्यक्रम के अंत में भगवान भाई ने मनोबल, आत्मबल बढ़ाने के लिए राज योग भी कराया