बार्शी महाराष्ट्र: ब्रह्माकुमारी सेवाकेंद्र के नवनिर्मित भवन में अद्यावत प्रकाश एवं ध्वनि प्रणालियों से सुसज्जित भव्य सभागार में यह पत्रकार स्नेह मिलन संपन्न हुआ। दैनिक लोकमत के वरिष्ठ पत्रकार नाना गव्हाणे, वरिष्ठ पत्रकार एन. आर. कुलकर्णी, दैनिक संचार के उप संपादक सचिन वायकुळे, साप्ताहिक प्रबोधरत्न के संपादक प्रभुलिंग स्वामी, बार्शी प्रेस क्लब के उपाध्यक्ष संजय बारबोले और साप्ताहिक जनता टाइम्स के संपादक संतोष सूर्यवंशी मुख्य अतिथि के रूप में मंच पर उपस्थित थे। ब्रह्माकुमारीज बार्शी सेवाकेंद्र की संचालिका संगीता बहनजी की आशिर्वाद पर एवं प्रेरक वक्ता अनीता दीदी करवा की मुख्य वक्ता के रूप में मंच पर उपस्थिती थीं। इस अवसर पर ब्र. कु. निशा बहन जी भी उपस्थित थे। मंच पर उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों तथा हॉल में उपस्थित सभी पत्रकारों का तिलक, गुलाबपुष्प तथा दिव्य उपहारों से स्वागत सम्मान किया गया। मंच पर उपस्थित गणमान्यों ने दीप प्रज्वलित कर स्नेह मिलन का उद्घाटन किया।
अपने मुख्य भाषण में प्रेरक वक्ता अनीता दीदी करवा ने ‘धैर्य, विनम्रता के माध्यम से मन की शांति एवं एकाग्रता की प्राप्ति’ विषय पर मार्गदर्शन किया। ‘धीरज धर मनुआ, तुम्हारे सुख के दिन आएंगे।’ गीत की इस पंक्ति का जिक्र करते हुए अनितादीदी ने कहा, ‘ महाभारत में अर्जुन के सफल जीवन का रहस्य धैर्यपूर्वक अध्ययन है। केवल धैर्यपूर्ण अभ्यास के माध्यम से ही अर्जुन एक असली मछली की आंख में तीर मारने का कठिन कार्य पूरा कर सकता था, अंतरिक्ष में चक्कर लगाती मछली के पानी में प्रतिबिंब को देखते हुए असली मछली के आंख के बिंदु को तीर मारना यह संयमपूर्वक अभ्यास का फल है । धैर्य का फल हर कार्य में सफलता है। धैर्य, धर्म, स्त्री और मित्र की सच्ची पहचान संकट के समय ही होती है। धैर्य विकसित करने के लिए आत्मचिंतन और आत्मा के मूल गुणों के प्रति जागरूकता आवश्यक है। जल्दबाजी करने वाला व्यक्ति न तो घर पर संतुष्ट रह सकता है और न ही अपने कार्य स्थल पर।
सबसे पहले विद्यालय की सेवाओं से सभी को अवगत कराते हुए संगीता बहनजी ने कहा, ‘परमात्मा ने 1936 में प्रजापिता ब्रह्मा बाबा पूर्वाश्रम के दादा लेखराज के माध्यम से तत्कालीन सिंध प्रांत के हैदराबाद शहर में संगठन की स्थापना की थी। संगठन का मुख्यालय वर्तमान में माउंट आबू, राजस्थान में स्थित है। देश विदेश में 144 देशों में छोटे-बड़े 9000 सेवा केन्द्रों, उप-सेवा केन्द्रों एवं पाठशालाओं से विद्यालय की सेवाएं शुरु हैं। प्रतिदिन नौ लाख विद्यार्थी आध्यात्मिक साधना करते हैं। ये सभी अपनी-अपनी सांसारिक जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हुए सेवा केन्द्र से जुड़े हुए हैं, जबकि चालीस हजार समर्पित राजयोग शिक्षक इस सेवा केन्द्र का संचालन एवं प्रशासन देखते हैं।
कार्यक्रम का समापन निर्देशित ध्यान के माध्यम से शांतिपूर्ण अनुभव के साथ हुआ। बार्शी प्रेस क्लब के अध्यक्ष अजितदादा कुंकूलोल के मार्गदर्शन में हिंदवी समाचार के संपादक धीरज शेलके ने सभी पत्रकारों को इस स्नेह मिलन में एकत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बार्शी शहर के कुल चालीस पत्रकारों ने यहां प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के सेवा केंद्र में निर्देशित ध्यान गाईडेड मेडिटेशन का आनंद लिया। कार्यक्रम का सुंदर संचालन बी के डॉ. प्रणोती बहन कोकाटे ने किया।