मुंबई,महाराष्ट्र: राजयोगी ब्रह्माकुमार निकुंज को मुंबई के सोमैया विश्वविद्यालय में “अतिथि वक्ता” के रूप में आमंत्रित किया गया।
के.जे. सोमैया ट्रस्ट, सोमैया संस्कृती विहार और सोमैया विद्याविहार मुंबई ने सोमैया विश्वविद्यालय परिसर में एक विशेष सत्र का आयोजन किया | सत्र का उद्देश्य प्रतिभागियों के बीच आध्यात्मिक और सांस्कृतिक समृद्धि को बढ़ावा देना था , जिससे उन्हें आत्म-उन्नति और समग्र विकास प्राप्त करने में मदद मिल सके।
राजयोगी ब्रह्माकुमार निकुंज – आध्यात्मिक प्रेरक वक्ता , लोकप्रिय स्तंभकार जिनके 8500+ कॉलम भारत, नेपाल और यू.के के समाचार पत्रों में प्रकाशित हुए हैं और ब्रह्माकुमारीज के मीडिया विंग के राष्ट्रीय समन्वयक, को इस कार्यक्रम के लिए “अतिथि वक्ता” के रूप में आमंत्रित किया गया। राजयोगी निकुंज ने “मास्टरिंग योर माइंडसेट – फाइंडिंग जॉय इन एवरी जॉब” इस विषय पर प्रेरणाएं दी , जिसमें उन्होंने सकारात्मक मानसिकता को विकसित करने के महत्व पर जोर दिया, ताकि एक सामंजस्यपूर्ण जीवन जिया जा सके। उन्होंने अपने आशीर्वचन में जीवन में ‘सीखने के गुण’ को हमेशा जागृत रखने की विशेष राय सभी को दी |
प्रतिभागी , जिनमें से अधिकांश छात्र थे, को अकादमिक शिक्षा के साथ-साथ कोई शौक को अपनाने या खेल गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया गया ताकि वे एक संतुलित व्यक्तित्व विकसित कर सकें, साथ ही शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ा सकें, और समय प्रबंधन, तनाव प्रबंधन, सहकर्मी दबाव का सामना करना और प्रतियोगी जीवन कौशल को आत्मसात कर सकें।
राजयोगी निकुंज ने व्यावहारिक उदाहरणों के साथ इस तथ्य पर जोर दिया कि सफलता के लिए दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत ही सीढ़ी हैं, न कि केवल किस्मत। राजयोगी निकुंज, जो स्वयं सोमैया कॉलेज के पूर्व छात्र हैं, छात्रों के साथ अच्छी तरह से घुलमिल गए, और सहज तरीके से उनको प्रेरणाएं दी | इस इंटरैक्टिव सत्र का लगभग 200 प्रतिभागियों ने लाभ लिया।








