प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय बिजावर के उप सेवा केंद्र पर महाशिवरात्रि का पावन पर्व मनाया गया जिसमें समाजसेवियों का सम्मान हुआ
बिजावर,मध्य प्रदेश। कार्यक्रम में बीके शैलजा बहन जी (समाज सेवा प्रभाग की जोनल कोर्डिनेटर) ने अपने उद्गार में महाशिवरात्रि के गहन आध्यात्मिक महत्व को समझाते हुए बताया कि समाज का अच्छा मैनेजमेंट कैसे चलाएं, सब विपरीत स्वभाव, संस्कार वालों को एक साथ में लाकर घर कैसे बसाऐं इन सब के लिए महाशिवरात्रि से हमें सुंदर प्रेरणा मिलती है कि विभिन्न सामाजिक परिस्थितियां होते हुए भी, जैसे शिव की बारात में हम देखते हैं लूले भी थे, लंगड़े भी थे, अंधे, काने, भूत, प्रेत, सब थे मन भगवान के साथ चलने वाले वैरायटी आत्माएं थी, उन सब को साथ लेकर चले ऐसे नहीं मैं तो भगवान हूं मैं तो सुंदर हूं, सत्यम शिवम सुंदर मेरे लिए तो कहते हैं और यह ऐसे लूले, लंगड़े ,मेरी बारात में चल रहे हैं कैसा लगेगा। ऐसा सोचा क्या, नहीं उन्होंने सोच कैसे भी है मेरे हैं, मेरे परिवार के है। भगवान कहते हैं आप भी यही सोचो जब भगवान ने इन सबको अपना बच्चा कहा अपना परिवार माना तो यह भगवान के परिवार के है और जिसको भगवान ने अपना माना उसे मैं रिजेक्ट कैसे कर सकता हूं । और सर्वगुण संपन्न बनने के लिए सभी में गुण को देखना शुरू करेंगे तो निश्चय ही अच्छे समाज का निर्माण हम सब कर सकते हैं। साथ ही परमात्मा का सभी को परिचय दिया वा उनको याद करने की सहज विधि भी बतलाई।
इस शुभ अवसर पर असाटी समाज के अध्यक्ष अधीर असाटी, असाटी समाज की उपाध्यक्ष सुनीता असाटी, जनपद पंचायत इंजीनियर आलोक खरे, कुशवाहा समाज अध्यक्ष चिंतामन कुशवाहा, सरपंच देवरा मोतीलाल दुबे महिला बाल विकास अधिकारी राजकुमार बागरी , डॉक्टर कल्पना बागरी ,गहोई समाज संरक्षक रीना विश्वारी पत्रकार बंधु राकेश भाई और रवि गुप्ता उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का कुशल संचालन करते हुए बीके प्रीति बहन ने सभी अतिथियों का शब्दों के द्वारा स्वागत किया तत्पश्चात बीके रचना बहन बीके साधना बहन ने मंच पर उपस्थित सभी अतिथियों बैज एवं तिलक लगाया।
इस मौके पर बाल विकास अधिकारी जी ने 30 दिन के सकारात्मक संकल्पों द्वारा जीवन को परिवर्तन के लिए कहा कि आज के प्रोग्राम में बीके शैलजा दीदी जी ने कई सारी चीज बताई उनमें से कोई एक को लेकर उसको 30 दिन तक दिनचर्या में लाए तो एक अलग ऊर्जा का अनुभव सभी कर सकते है, तथा ब्रह्मकुमारी बहनों का धन्यवाद करते हुए कहा कि सभी को इन कार्यक्रमों में जुड़े रहना चाहिए इससे क्या होगा कि हम अपने घर पर बैठकर जो फालतू की पंचायत में समय बर्बाद करते हैं उसे ना करके यहां अच्छी चीज सुनिए और जीवन में उतारिए तो निश्चय ही उसका उद्देश्य निकलेगा।
आलोक खरे जनपद पंचायत इंजीनियर ने ब्रह्मकुमारी बहनों की त्याग तपस्या को देखकर उपस्थित सभी भाई, बहनों से कहा कि जिन्होंने सारी दुनिया छोड़ दी तो क्या हम उनके लिए एक घंटा नहीं दे सकते, हमें अपने ग्रहस्थ जीवन में धर्म का सहारा लेकर कैसे आगे बढ़ाना है दीदी रोज ज्ञान मुरली में सीखते हैं कि कहीं आप गलत मार्ग पर ना चले जाए साथ ही इस सांसारिक जीवन को व्यतीत करने के साथ-साथ जो तुम्हारा मुख्य काम (लक्ष्य) है जिसके लिए तुम धरती पर आए हो उसके लिए एक घंटा जरूर दें।
नन्हे मुन्ने कलाकारों ने अपने नृत्य द्वारा कार्यक्रम में चार चांद लगाए।
बीके भाई बहनों द्वारा लघु नाटक की प्रस्तुति द्वारा एक सत्य परमात्मा की पहचान को स्पष्ट किया गया।
तत्पश्चात आए हुए सभी अतिथियों वा गणमान्य के साथ बीके बहनों ने शिव ध्वज फहराया एवं शुभ संकल्प के द्वारा जीवन परिवर्तन की प्रतिज्ञा ली। इसके साथ ही शिव महा आरती की गई।
आए हुए सभी अतिथियों ने छतरपुर सेवा केंद्र संचालिका बीके शैलजा बहन जी का श्रीफल और शॉल से सम्मान किया तथा बीके शैलजा बहन जी ने आए हुए सभी समाजसेवी अतिथियों का सम्मान पट्टा, ईश्वरीय सौगात और प्रभु प्रसाद के साथ किया।
कार्यक्रम के अंत में सभी को ईश्वरीय प्रसाद वितरण किया गया।









