महाशिवरात्रि के उपलक्ष्य में महाराजपुर में आयोजित जनसभा के लिए कार्यक्रम
छतरपुर,मध्य प्रदेश। महाशिवरात्रि का पर्व हमें यही संदेश देता है कि अंधकार को मिटाकर सभी के दिलों में ज्ञान की एक ज्योत जगानी है। जैसे महाशिवरात्रि में रात्रि शब्द का यही अर्थ है की परमात्मा शिव का दिव्य अवतरण कलयुगी अंधियारी रात्रि में होता है, ताकि इस संसार को एक सुनहरी सुबह सतयुग में परिवर्तन करने के लिए। तो ऐसे समय पर शिवरात्रि पर सच्चा जागरण करें अपने मन की आंखें खोलें। सच्चा व्रत करें भोजन के त्याग के साथ-साथ बुराइयों के त्यागने का व्रत लें । शिवलिंग पर अक, धतूरा, कांटे, बेर चढ़ाने का यही रहस्य है की अपने अंदर की कांटे सामान बुराइयों को, बेर अर्थात बैर बुराई को शिव के ऊपर अर्पण कर दें। शिवलिंग के ऊपर घड़ा में लटकाते हैं जिससे बूंद बूंद जल शिवलिंग पर टपकता है वास्तव में इसका यही रहस्य है की हमारी आत्मा के ऊपर ज्ञान का घृत निरंतर ही टपकता रहना चाहिए ताकि हम अपने जीवन को दिव्य गुणों से संपन्न बना सके और एक सुखमय जीवन व्यतीत कर सकें। उक्त उदगार महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर महाराजपुर में एमएलबी स्कूल के ग्राउंड में छतरपुर विश्वनाथ कॉलोनी सेवा केंद्र प्रभारी बीके रमा दीदी ने व्यक्त किये।
वही कार्यक्रम में उपस्थित छतरपुर से बीके रीना बहन ने कहा की एक दिव्य समाज बनाने के लिए हम सभी को अपनी आध्यात्मिक ज्योति जगानी होगी। अपने अंदर के दैवी गुणों को जैसे धैर्यता, नम्रता, सहनशीलता, हर्षितमुखता, मधुरता ऐसे अनेक गुणों को अपने जीवन में आत्मसात करना होगा तभी हम एक दिव्य समाज की कल्पना कर पाएंगे। एक दिव्य समाज दिव्य गुणों के माध्यम से ही बनेगा और इसके लिए राजयोग का अभ्यास कर अपनी कर्मेंद्रियों पर विजय प्राप्त करनी होगी। तभी हम परमात्मा से वह सभी गुण एवं शक्तियां प्राप्त कर सकेंगे और इस पुनीत कार्य में अपना सहयोग दे सकेंगें।
कार्यक्रम में शिल्पा बहन के द्वारा संस्था का परिचय एवं परमात्मा का दिव्य परिचय दिया गया। इस मौके पर पूनम बहन भी उपस्थित रहीं।
कार्यक्रम में प्रार्थना, सानिया एवं रोहिणी के द्वारा शिव महिमा का नृत्य प्रस्तुत किया गया जिसका सभा ने भरपूर लाभ लिया।शिव की आराधना, साधना और भक्ति में लीन होकर के सभी ने मिलकर के शिव भोलेनाथ की आरती की और तत्पश्चात शिव ध्वज फहराते हुए इस पुनीत कार्य में अपना सहयोग देने का सभी ने संकल्प लिया।
इस अवसर पर दीपू महाराज- पुजारी बड़े मंदिर, पप्पू महाराज – पुजारी बगराजन माता मंदिर, उत्तम दास चौरसिया अध्यक्ष चौरसिया धर्मशाला, अंबिका प्रसाद चौरसिया समाजसेवी, राधा चौरसिया प्र.प्राचार्य शा.उ. मा.विद्यालय टटम, जितेंद्र दीपक चौरसिया प्र.प्राचार्य शा.हाई स्कूल मनकारी, अरुण चौरसिया सहित समाज के अन्य व्यक्ति मौजूद रहे। अंत में सभी ने शिव भोलेनाथ की याद में प्रसाद स्वीकार किया।





