मुख पृष्ठराज्यमध्य प्रदेश।कटनी: सिविल लाइंस,संत सम्मेलन व युगलो का सम्मान समारोह 

कटनी: सिविल लाइंस,संत सम्मेलन व युगलो का सम्मान समारोह 

भगवान का संदेश विश्व में फैला रहीं ब्रह्माकुमारी बहनें

संत समागम एवं गृहस्थ जीवन में कमल समान जीवन यापन करने वालों का सम्मान समारोह आयोजित

सन्तों ने एक मत होकर कहा कि भगवान धरती पर आ चुके हैं

कटनी की धरती पर गूंजी सन्तों की वाणी, निकली भव्य शोभायात्रा

कटनी,मध्य प्रदेश। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय ने रविवार को संत समागम एवं गृहस्थ जीवन में कमल समान जीवन यापन करने वालों का सम्मान समारोह आयोजित किया। इस समारोह में ग्रहस्थ आश्रम में रहते हुए पवित्र जीवन जीने वाले युगलों का सम्मान किया गया। इस कार्यक्रम में ब्रह्मचर्य व्रत का पालन करने वाले ग्रहस्थ जोड़ियों ने अपने अनुभव भी सुनाए।

संत सम्मेलन में विशेष रूप से सन्त महामंडलेश्वर कमल किशोर जी महाराज शिवशक्ति अखाड़ा सहारनपुर, गुरुमाता साध्वी अनिता दीदीजी सहारनपुर, अंतरराष्ट्रीय धर्मगुरु महामंडलेश्वर श्री राधे जी सरकार जबलपुर, आचार्यश्री परमानंद जी सतना, पुष्पेंद्र महाराज श्री प्रेम नारायण जनसेवा संस्थान, परम् तपस्वी सन्त त्यागी जी महाराज ज्ञान तीर्थ विश्व कल्याण आश्रम स्वर्ग धाम कटनी, राजयोगी ब्रह्माकुमार नारायण भाई ज़ोन कॉर्डिनेटर धार्मिक प्रभाग इंदौर ज़ोन, बीके पुष्पा दीदी सब कॉर्डिनेटर धार्मिक प्रभाग इंदौर ज़ोन राजिम, बीके भारती दीदी कथा वाचक ने उपस्थिति दर्ज करवाई।

सन्त सम्मेलन व गृहस्थ जीवन में पवित्र सराहने वाली जोड़ियों के सम्मान के पूर्व सुंदर शोभायात्रा निकाली गई। सन्त सम्मेलन में पधारे सन्त शोभायात्रा के द्वारा कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे।

ब्रह्माकुमारी आश्रम कटनी की प्रमुख बीके लक्ष्मी दीदी ने स्वागत भाषण के माध्यम से सभी सन्तों व अतिथियों का स्वागत किया।

ये ज्ञान का महाकुंभ है, जहां सच्चे सन्त इक्कठे हुए हैं-नारायण भाई ब्रह्माकुमार नारायण भाई, ज़ोन कॉर्डिनेटर धार्मिक प्रभाग इंदौर ज़ोन ने सभा को संबोधित करते हुए लहै कि ओमशान्ति का कितना प्यारा मंत्र है, सब समस्याओं का समाधान कर देता है। मन निर्मल हो जाता है। ऐसा मंत्र देने वाला शिव, जिसकी हमने अभी शिवरात्रि भी मनाई। एक तरफ है प्रयागराज का कुम्भ और दूसरी तरफ है ज्ञान का कुम्भ। आज हम देख रहे हैं ये ज्ञान का महाकुंभ लगा हुआ है। कटनी के सारे सच्चे सन्तों का कार्यक्रम लक्ष्मी बहन ने रखा। जीवन को कमल जैसा बनाना है तो केवल मुस्कुराओ। दूसरों को खुशी देने से बड़ा परोपकार हो नहीं सकता। गीता में भगवान ने कहा है कि काम विकार नरक का द्वार होता है। हमें स्वयम को पहचानना है। मैं शरीर नहीं आत्मा हूँ। गीता में कहा गया है कि हे अर्जुन , तू देह और देह के सब सम्बन्धो को भूल मुझे याद कर। जैसा संकल्प होगा, वैसी भावना होगी, वैसी दृष्टि होगी, वैसी ही सृष्टि होगी। भविष्य अच्छा बनाना चाहते हैं तो लिख लीजिए अपने विचार श्रेष्ठ कर लीजिए। आपका भविष्य अच्छा हो जाएगा।

ब्रह्माकुमारी बहने लगातार ज्ञान का दीपक जलाती रहती हैं-कटनी महापौर

कटनी की महापौर प्रीति सूरी ने कहा कि कितनी के लिए सौभाग्य की बात है कि यहां इतने सन्त पधारे हुए हैं। ये सत्य है कि शिव ही सुंदर हैं, सत्य हैं। शिव ही बैकुंठ तक पहुंचाते हैं। मानव सेवा ही सबसे बड़ी सेवा है।

हम यहां संकल्प लें कि हम अच्छे विचार धारण करें व आत्मा परमात्मा के मिलन द्वारा हम बैकुंठ तक पहुंच जाएं। ब्रह्माकुमारी बहने लगातार ज्ञान का दीपक जलाती रहती हैं। वे साधुवाद की पात्र हैं।

परमपिता शिव की संतान हैं ब्रह्माकुमार और ब्रह्माकुमारी- महामंडलेश्वर कमल किशोर जी

संत सम्मेलन में विशेष रूप से शिवशक्ति अखाड़ा सहारनपुर से पधारे सन्त महामंडलेश्वर कमल किशोर जी ने कहा कि ब्रह्मा बाबा के बच्चे हैं, परमात्मा शिव की संतान हैं, वही तो ब्रह्माकुमारी और ब्रह्माकुमार हैं। ब्रह्माकुमारीज़ का कार्य कोई छोटा मोटा तो नहीं है, ये परमात्मा का कार्य है। सन्तों का मिलन बड़ी मुश्किल से होता है। हम भगवा कपड़े में दिख रहे हैं लेकिन श्वेत कपड़ों में बैठे हुए सन्त हैं। हम तो घर बार छोड़कर तपस्या करने निकल जाते हैं। लेकिन आप लोग घर मे रहते हुए तपस्वी जीवन जीते हैं। ये बड़ी बात है।ज्ञान की बातें यूं ही नहीं मिलती। हमारे सामने निराकार शिव का प्रतीक शिवलिंग रखा हुआ है। आंखों देखी व कानों सुनी बातों का प्रभाव अधिक होता है।सभी के जीवन मे टेंशन है, अवसाद है, इसको कैसे दूर करें। केवल एक ही विधि है राजयोग। राजयोग केवल ब्रह्माकुमारी आश्रम में ही सिखाया जाता है, केवल ब्रह्माकुमारीज़ ही सीखा सकती हैं। भारत मे करीब 3 करोड़ भगवाधारी सन्त है, तब भी भारत सबसे ज्यादा भ्रष्टाचारी डेढ़ माना जाता है, क्योंकि सन्तों में भी साफ आचरण नहीं रह गया है। केवल भगवानशिव ही हमारा आचरण सुधार सकते हैं। भगवान को चुनिंदा लोगों ने पहचाना। पहले दिए ने दूसरे दिए को कुछ दिया इसलिए वह दिया है। प्रेम की ज्योति जब हम प्रज्ज्वलित करते हैं, वह कई गुना बढ़ जाती है। आप परमात्मा की शरण मे आये हैं। आप सब प्रज्ज्वलित दिए हैं। सबको ब्रह्माकुमारीज़ के सात दिन के कोर्स के लिए प्रेरित करना है। आनंद की अनुभूति करने के लिए परमात्मा की याद जरूरी हैं। गुरु गोविंद सिंह जी ने लिखा है कि मनुष्य की आयु 30 वर्ष रह जाएगी। लोग बालों की तरफ ज्यादा ध्यान देंगे। सन 2046 तक पुरानी सृष्टि का विनाश और नई सृष्टि की स्थापना बताई गई है। विष्णु पुराण व भविष्य पुराण में भी इसका उल्लेख है। हमे ब्रह्माकुमारी बहनों से जीवन जीना सीखना चाहिए। आपने हमे बहुत कुछ सिखाया है।

अंततोगत्वा सबको ब्रह्माकुमारी बहनों की शरण मे ही आना है-परमानंद जी महाराज

सतना से पधारे परमानंद जी ने सम्बोधन की शुरुआत में परमात्मा शिव को कोटि कोटि धन्यवाद दिया। परमानंद जी ने सन्त सम्मेलन के अहोजन के लिए कटनी आश्रम की प्रमुख दीदी बीके लक्ष्मी दीदी, बीके पुष्पा दीदी और ब्रह्माकुमार नारायण भाई को बधाई दी। सभी सन्तों को भी सन्त सम्मेलन में पधारने के लिए धन्यवाद दिया। परमात्मा शिव बाबा ने कहा है कि सबको सम्मान दो। परमानंद जी महाराज ने अपना अनुभव सुनते हुए कहा कि एक बार हम ट्रेन में थे, किसी ने पूछा कि कहां गए थे? तो हमने कहा की ब्रह्माकुमारी आश्रम गए थे, तो उन्होंने कहा कि आप सनातनी हो वो तो ईसाई हैं। हमने कहा कि बिना ब्रह्माकुमारीज़ गए, आप कैसे कह सकते हैं कि वे ईसाई हैं। केवल सफेद वस्त्र पहनने से कोई ईसाई होता यो सब राजनेता सफेद कपड़े पहनते हैं। अगर ब्रह्माकुमारीज़ कहती हैं कि भगवान आया हुआ है तो कोई तो आधार होगा। आप आकर समझो तो सही। हम तो ब्रह्माकुमारी संस्था में ही हैं। भारत की चारो दिशाओं में विश्व के कोने कोने में बोलेंगे कि भगवान आया हुआ है। किसी को दिक्कत हो तो हमसे आकर मिले। साधु संतों का काम हमारी ब्रह्माकुमारी बहने कर रही हैं। नारी को समाज मे अबला कहा गया, परमात्मा को अबला को सबला बनाना पड़ा। जो तीनों लोकों का नियंता हूँ, मालिक हूँ, माताओं के पैर दबाने आया हूँ। माताओं की पुकार सुनकर आया हूँ। हमे युगलों की पवित्रता आश्रम तक खींचकर लायी है। परम् सत्ता परमात्मा ही इस कार्य को किया है।बशिव के तीसरे नेत्र के खुले बिना काम विकार कामदेव जलने वाला नहीं है। भगवान धरती पर आ चुका है, जागना हो तो जग जाओ, बाद में समय जगा देगा, लेकिन फिर बाद में कुछ होने वाला नहीं है। सब एक बार ब्रह्माकुमारी आश्रम जरूर आएं। परमात्मा को प्रमाण की आवश्यकता नहीं है। एक के मत पर केवल ब्रह्माकुमारी बहने चल रही हैं। एक धर्मग्रंथ गीता एक ही भगवान शिव हैं। अंततोगत्वा सबको ब्रह्माकुमारीज़ की शरण मे आना ही पड़ेगा।

मैं तो भोलेनाथ के कार्य मे ही लगा हूँ-गिरधर पोद्दार

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक गिरधर पोद्दार जी ने कहा कि बड़े हर्ष का विषय है कि ब्रह्माकुमारी आश्रम ने सन्त सम्मेलन का आयोजन किया। सबसे बड़ी बात है कि हम सकारात्मक पक्ष में चल रहे हैं। हमारे ग्रन्थों नेकहा है कि यत्र पूज्यंते नारी, तत्र रमन्ते देवता।मैं तो पूरे समय भोलेनाथ के कार्य मे लगा हुआ हूँ।भारत तिब्बत मंच संगठन पूरे विश्व में कैलाश मान सरोवर मुक्त करने का अभियान चला रहा है।

ब्रह्माकुमारीज़ को कोई रोक नहीं सकता, पूरे विश्व में फैलाया सनातन का प्रकाश-गिरधारी जी

गिरधारी लाल जी पूर्व विधायक ने कहा कि जो दिव्य कुम्भ प्रयागराज में था, वही यहां हम आज देख रहे हैं। हमारी ब्रह्माकुमारी बहनों ने कुम्भ में भी बड़ा कार्य किया। देश से विदेश तक पहुंच गए,और आगे बढ़ेंगे। इतना बढ़ेंगे की लोग देखते रह जाएगा। हमारी ब्रह्माकुमारी बहनों को, हमारे गुरु जी को कोई रोक नहीं सकता।

स्वर्ग देखना हो तो ब्रह्माकुमारीज़ के मुख्यालय माउंट आबू जाओ-पुष्पेंद्र जी महाराज

पुष्पेंद्र महाराज ने कहा कि प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय एकमात्र ऐसा विश्विद्यालय है, जहां परमात्मा पढ़ाते हैं। ऐसा न कोई दूसरा है, न कोई हो सकता है।रामकृष्ण परमहंस का उद्धरण देकर समझाया कि परमात्मा का पता जानने के लिए खुद के बारे में, खुद के पते के बारे जानना होगा।जो कहते हैं कि परमात्मा नहीं है, उनपर धिक्कार है। अगर परमात्मा नहीं है तो चल कैसे रहे हैं। अगर आपको स्वर्ग देखना है तो माउंट आबू चले जाओ। वहां साक्षात परमात्मा का वास है।

भारत पुनः सोने की चिड़िया बनेगा-पुष्पा दीदी

छत्तीसगढ़ के प्रयागराज राजिम से पधारीं बीके पुष्पा दीदी ने कहा कि कल्प कल्प ड्रामा में यह कार्यक्रम दर्ज हो गया। सबसे पहले शिव निराकार परमात्मा को धन्यवाद, स्वागत, अभिनंदन करती हूँ। भारत मे अतिथि देवो भवः कहना, ये हमारा आत्मिक भाव है। अब दुनिया मे अति तमोप्रधानता का समय आ गया है। भारत विश्व गुरु तभी बनेगा, जब हमारी भावनाएं सकारात्मक होंगीं।आने वाला समय भारत विश्व गुरु बनेगा अर्थात सोने की चिड़िया बनेगा।

कार्यक्रम में गीतांजलि परिषद के शिष्यों ने भक्ति गीतों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये। कार्यक्रम का सफल संचाल छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से पधारी ब्रह्माकुमारी राखी बहन ने किया। सन्त सम्मेलन व सम्मान समारोह में 50 युगलों का सम्मान किया गया। कटनी के गणमान्य नागरिकों और आश्रम से जुड़े लोगों ने कार्यक्रम में भाग लिया।

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