“कन्वर्सेशनस ऑन लीडरशिप बीयोंड बाउंड्रीस द रोल ऑफ पेशेंस इन ट्रांसफॉरमेशनल लीडरशिप” विषय पर कार्यक्रम

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भिलाई,छत्तीसगढ़ : शिक्षा नगरी और इस्पात नगरी के नाम से प्रसिद्ध छतीसगढ़ का मिनी इंडिया  भिलाई में  महात्मा गांधी कला मंदिर ऑडिटोरियम में भिलाई इस्पात संयंत्र के एग्जीक्यूटिव ऑफिसर्स के लिए “कन्वर्सेशनस ऑन लीडरशिप बीयोंड बाउंड्रीस  द रोल ऑफ पेशेंस इन ट्रांसफॉरमेशनल लीडरशिप” विमर्श कार्यक्रम का आयोजन आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य वक्ता इंटरनेशनल स्पीकर ब्रह्माकुमारी गोपी दीदी लंदन का था, जिन्होंने अपने उद्बोधन में ना सिर्फ लीडरशिप में पेशेंस धैर्यता  के बारे में बताया ही नहीं बल्कि उसे मेडिटेशन और एक्टिविटीज के माध्यम से बहुत ही कम समय में सभी को सभी के जीवन का हिस्सा भी बना दिया। बताया कि सुनना आसान है लेकिन थोड़ी सी प्रैक्टिस से उसे हम अपने जीवन का हिस्सा बना सकते हैं, आपने तनाव से बचने के लिए टेंशन रिलेक्स एक्टिविटी एक्सरसाइज कराया और सोर्स ऑफ एनर्जी के बारे में बताया कि कौन सी शक्ति मन को चलाती है, आपने कहा शांति से बोलेंगे, सोचेंगे, देखेंगे यह प्रैक्टिस करेंगे तो समय आने पर आप शांत रहेंगे राइट मोमेंट में राइट स्पीक और राइट एक्शन हमारे मन की शक्ति को बचाता है। कहा कि हमें हम तनाव से बचने के लिए छुट्टियों में घूमने जाते हैं लेकिन वापस आने के बाद फिर वही सिचुएशन रहती है हमारे संस्कारों और अहंकार का टकराव भी हमारे मन की शांति को खत्म कर देता है। हमें दुनिया और लोगों के बारे में सोचना स्टॉप करना है। लीडरशिप की फर्स्ट क्वालिटी है धैर्यता  और दूसरा एडजेस्टमेंट। ब्रह्माकुमारीज के बारे में बताया 140 देशों में विभिन्न भाषाओं में विभिन्न देश की संस्कृति संस्कारों में भी हमारी दादियों  इस संस्था का को अपने सॉफ्ट पावर आत्मीय शक्ति स्नेह से सिंचा। हमें अपने ईगो अहंकार को मेल्ट करना है जो कि हमारे इरिटेड चिडचिडेपन का कारण बनता है। समय और संकल्प का गहरा कनेक्शन है। कार्यक्रम में क्वेश्चन एंड आंसर सेशन भी हुए। सभी को विभिन्न एक्टिविटीज के माध्यम से मेडिटेशन भी कराया गया। इस कार्यक्रम में तपन सूत्रधार डी जी एम माइंस, ए के बट्टा ईड़ी प्रोजेक्ट, अंजनी कुमार ई डी वर्क्स, के के सिंह ईडी P & A,  सहित एग्जीक्यूटिव ऑफिसर ने लाभ लिया।

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