गोड्डा: परमात्मा शिव के अवतरण दिवस का यादगार पर्व महाशिवरात्रि- भगवान भाई

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गोड्डा ( झारखण्ड):

ब्रह्माकुमारीज के मुख्यालय माउंट आबू राजस्थान से पधारे हुए बी के भगवान भाई जी ने शिवरात्रि के आध्यात्मिक रहस्य को स्पष्ट करते हुए बताया कि शिव का अर्थ है ‘कल्याणकारी’ शिव के साथ जुड़ी हुई रात्रि आध्यात्मिक रहस्यों की ओर संकेत है |  हमारे यहां बच्चे का जन्म अगर रात को भी होता है तो भी उसका जन्मदिन मनाते हैं परंतु शिव के साथ ही रात्रि का त्यौहार उस समय से मनाया जाता है जब यह सृष्टि विकारों के वशीभूत होकर अज्ञान अंधकार में होती है। तब पतित पावन परमपिता परमात्मा शिव इस सृष्टि में जन्म लेते हैं।

·      स्थानीय ब्रह्माकुमारीज राजयोग सेवाकेंद्र , गोड्डा ( झारखण्ड) द्वारा आयोजित

·      स्थानीय ब्रह्माकुमारीज राजयोग सेवाकेंद्र में एकत्रित ईश्वर पेमी भाई बहनों को शिवरात्री का आध्यत्मिक रहस्य विषय पर बोल रहे थे | 

भगवान भाई जी ने कहा कि शिव पर धतुरा का फुल अर्पित करे है जो जहरीला और कंटीला होता है | वास्तव में हमारे अंदर की बुराई का प्रतीक है अगर हम बुरायो को शिव पर अर्पित करेंगे ति शिव कि हम पर कृपा होगी | शिवरात्री पर जागरण करे है अर्थात हमें अज्ञान अन्धकार से जगाना है मै कौन ? मै कहा से आया हु ? मरे जीवन का उदिष्ट क्या ? मेरे आत्मा का पित़ा कौन ? यह जागरण | उपवास करना मतलब मन और बुध्दी से शिव परमात्मा का ध्यान करना | हमे एसी अर्थ सहित शिवरात्री मनाना है |

·      स्थानीय ब्रह्माकुमारी राजयोग कि प्रभारी बीके पूनम बहन जी ने कहा कि परमात्मा हम सभी के परमपिता है जो कि भारत में 12 ज्योर्तिलिंगम प्रसिद्ध है और गली-गली में शिवालय बने हुए हैं इससे स्पष्ट होता है कि परमपिता परमात्मा शिव इस सृष्टि पर आए हैं और विश्व कल्याण का कार्य किया है ।

·      सभी ने शिव ध्वज के निचे प्रतिज्ञा लिया कि हम किसे को दुःख नहीं देंगे , विकारों से दूर रहेंगे , कभी किसी का परचिन्तन नही करेंगे , हम मनसा वाचा कर्मना शुध्द  रहेंगे | कभी क्रोध नही करेंगे |

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