वडोदरा-अटलादरा,गुजरात: ब्रह्माकुमारीज़ अटलादरा में राजयोगिनी दादी हदयमोहिनी जी की चतुर्थ पुण्यतिथि के निमित आयोजित हुआ “पावर ऑफ वन थॉट” पर स्पेशल बिसनेस सेमिनार।
इस विषय पे मार्गदर्शन करने के लिए दिल्ली से जीबी पंत हॉस्पिटल के डायरेक्टर और कार्डियोलॉजी प्रोफेसर के रूप में कार्यरत डॉ मोहित गुप्ता जी पधारे |
राजयोगिनी दादी हदयमोहिनी जी की चतुर्थ पुण्यतिथि पर दिल्ली से पधारे डॉ.मोहित गुप्ता,सेवा केंद्र संचालिका बी.के. डॉ.अरुणादीदी, सहसंचालिका बी.के. पूनमदीदी एवं सभी साथी बेहनो और सेवाकेंद्र के 600 भाई बहनों ने दी भावपूर्ण श्रद्धांजलि और साथ में डॉ.मोहित गुप्ता ने सभी भाई बहनों को “सहज योगी जीवन” पे एक विशेष क्लास भी कराया |
इसी के दुशरे सत्र में “पावर ऑफ वन थॉट” पर स्पेशल बिसनेस सेमिनार का आयोजन भी हुआ उसमें 400 लोगों ने भाग लिया और इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
1) डॉ.मितेष शाह (प्रेसिडेंट ऑफ़ IMA)
2) ध्रुमिल पटेल (प्रेसिडेंट ऑफ़ केरडाइ)
3) अंकुर पटेल (प्रेसिडेंट ऑफ़ VCCI)
4) तारक पटेल (प्रेसिडेंट ऑफ़ FGI)
5) निमिष मेहता (प्रेसिडेंट ऑफ़ GCCI)
6) परेश परीख (प्रेसिडेंट ऑफ़ वेपlर विकास मंडल)
7) डॉ.अनिल बिसेन (VC ऑफ़ ITM UNI)
8) राजीव भट्ट (HCG केंसर हॉस्पिटल)
डॉ मोहित गुप्ता अपने बाल्य काल से ही ब्रह्माकुमारी संस्था से जुड़कर नियमित आध्यात्मिक ज्ञान और राजयोग का अभ्यास करते आ रहे हैं और उसके साथ ही अपनी मेडिकल की पढ़ाई को भी उत्कृष्ट तरीके से करते हुए डॉक्टर गुप्ता ने 18 गोल्ड मेडल और 5 सिल्वर मेडल प्राप्त किये।
कार्डियोलॉजी के क्षेत्र में आप कई ऐतिहासिक विश्वस्तरीय शोध कार्यों में प्रमुख शोधकर्ता हैं जिनके नाम पर 150 से अधिक प्रकाशन है विगत वर्षों में कार्डियोलॉजी क्षेत्र में अपने उत्कृष्ट कार्यो के लिए 2021 और 22 में आपको अपनी उत्कृष्ट सेवा और रिसर्च के लिए सम्मानित किया जा चुका है।
अध्यात्म और शिक्षा दोनों के बैलेंस के साथ आपने बहुत सफलताएं पाई हैं इसीलिए अपनी इन विशिष्टताओं के चलते हुए कई प्रतिष्ठित संस्थानों जैसे की ऑक्सफोर्ड, कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के साथ आईआईटी, आईआईएम इत्यादि में प्रेरक वक्ता के रूप में आप सेवाएं दे चुके हैं।

मल्टी टैलेंटेड व्यक्तित्व के धनी डॉ गुप्ता ने अपने उद्बोधन में अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि संकल्प शक्ति कितने प्रभावशाली तरीके से काम करती है उसके कई प्रयोग और अनुभव उन्होंने अपने जीवन में किए हैं। सन 2003 में उनके मस्तिष्क में एक क्लॉट हुआ जिनका ऑपरेशन किया गया लेकिन कुछ ही समय बाद मस्तिष्क में दूसरी जगह भी यह क्लॉट हुआ जिसका ऑपरेशन भी नहीं किया जा सकता था और दवाई भी असर नहीं कर रही थी उसे समय राजयोग के गहन अभ्यास द्वारा अपनी मानसिक शक्ति और संकल्पों की सकारात्मकता को निरंतर बढ़ाते हुए डॉ गुप्ता ने अपने मन को शक्तिशाली बनाए रखा राजयोग अभ्यास में अपने सुंदर चिंतन के माध्यम से उन्होंने मस्तिष्क में सकारात्मक ऊर्जा का निरंतर संचार किया जिसके फल स्वरुप वह क्लॉट खुद अपने आप ही पूरी तरह से समाप्त हो गया।
इस तरह हमारे दृढ़ संकल्प की शक्ति से हमारा बिलीफ सिस्टम कैसे असाध्य कार्यों में भी हमें सफल बना सकता है यह डॉ गुप्ता ने वैज्ञानिक तथ्यों के उदाहरण के साथ समझाया।और बताया कि किस प्रकार नकारात्मक चिंतन की वजह से शरीर और मन दोनों आंतरिक रूप से जर्जर हो जाते हैं जोकि कम उम्र में ही हृदय रोग और मानसिक रोगों की बढ़ोतरी का प्रमुख कारण बन रहे हैं। कम उम्र में ऐसे हृदय रोगी जिनका खुद डॉ गुप्ता ने इलाज किया उनके उदाहरण देकर उन्होंने इस सिद्धांत और भी स्पष्ट रूप से बताया।
डॉ गुप्ता ने यह समझाया की नकारात्मकता की जगह सकारात्मक की शक्ति को अपने मन और जीवन में ले आने से हम कई बीमारियों से छूट सकते हैं। अपने सकारात्मक स्वभाव संस्कारों को राजयोग के द्वारा सहज ही विकसित किया जा सकता है और इसे कोई भी कर सकता है इसीलिए राजयोग को जिंदगी में शामिल करके हम अपने मन को शक्तिशाली और संस्कारों को श्रेष्ठ बनाकर एक नई सुखमय संस्कृति का निर्माण कर सकते हैं क्योंकि विचार ही हमारे व्यक्तित्व का आधार हैं और एक अच्छे व्यक्तित्व के द्वारा ही अच्छे संबंध और अच्छे वातावरण की रचना होती है तब एक अच्छा समाज बनता है। वैसे ही शारीरिक दृष्टिकोण से सकारात्मक विचारों के द्वारा हमारा मस्तिष्क पूरी क्षमताओं के साथ काम करता है जिसका शक्तिशाली प्रभाव पूरे शरीर को निरोगी बनाए रखने में भी मदद करता है। इस तरह डॉ गुप्ता ने मुख्य रूप से अपने संकल्पों को परिवर्तन करके अपने जीवन को खुशनुमा बनाने का मंत्र सभी को दिया।
सेवाकेंद्र प्रभारी बीके डॉ अरूणा बहन जी ने डॉ गुप्ता का हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए सभा के सभी भाई बहनों को राजयोग करने के लिए आमंत्रित किया जिसके लिए अनेक लोगों ने अपनी सहमति प्रदान की।
इस सेमिनार में शहर के कही नमी ग्रामी व्यकियो के साथ लगभग 1000 लोगो ने लाभ लिया |कार्यक्रम पुरा होने के बाद सभी ने ब्रह्माभोजन स्वीकार किया |Photos & Videos Link
https://drive.google.com/drive/folders/1ocroi17jckEnyY_iumcJRJA_ZZ_VQRws?usp=sharing








