सिक्युरिटी सर्विस विंग द्वारा ग्वालियर शहर में बिभिन्न सुरक्षा बलों के लिए हुए कार्यक्रम आयोजित
ग्वालियर,मध्य प्रदेश।: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की सहयोगी संस्था राजयोग एज्युकेशन एण्ड रिसर्च फाउंडेशन की सिक्युरिटी सर्विस विंग द्वारा शहर में विभिन्न सुरक्षा बलों हेतु “सेल्फ एम्पावरमेंट फॉर स्ट्रेस फ्री लाइफ” विषय पर विभिन्न जगहों पर कार्यक्रम आयोजित हुए। जिसमें मध्य प्रदेश पुलिस के SAF (विशेष सशस्त्र बल) की तीन अलग अलग बटालियन (2nd, 13th & 14th ), CRPF (केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस फ़ोर्स) के GC & CTC में, BSF अकादमी टेकनपुर में तथा सभी के लिए एक सयुंक्त कार्यक्रम ब्रह्माकुमारीज़ केंद्र पर आयोजित हुआ।
पहला कार्यक्रम – पनिहार स्थित सी.आर.पी.एफ. के सीटीसी मे आयोजित हुआ।
जिसमें वक्ता के रूप मे प्रेरक वक्ता प्रो. ई. वी. गिरीश, डॉ. गुरचरण सिंह, बीके जीतू उपस्थित थे। इस अवसर पर कमांडेंट श्री बी. ए. के. चौरसिया, सहायक कमांडेंट श्री धर्मेंद्र कुमार, निरीक्षक अनिल कुमार सहित अनेक अधिकारी एवं जवान उपस्थित थे।
कार्यक्रम में बीके गिरीश ने कहा कि आंतरिक रूप से स्वयं को इतना मजबूत बनाओ कि बाहर कि परिस्थिति का असर हमारे ऊपर न पड़े और यह तभी हो सकता है जब हम आध्यात्मिकता को जीवन में अपनाते है। आज की जीवनशैली कुछ ऐसी हो गई है कि हर व्यक्ति छोटी छोटी बातों में तनाव में आ जाता है। और उसका कारण है कि अत्यधिक काम का बोझ, नकारात्मक सोच का हावी होना, संबंधों मे खटास आना, असंतुलित दिनचर्या। इन सबका समाधान है, राजयोग ध्यान। आप थोड़ा समय अपने लिए अवश्य निकाले और दिन की शुरुआत राजयोग अभ्यास के साथ करें तो हर प्रकार के तनाव से छूटा जा सकता है। और जीवन को खुशनुमा रखा जा सकता है। कार्यक्रम में बीके डॉ. गुरचरण ने भी अपने विचार रखे।
दूसरा कार्यक्रम – द्वितीय वाहिनी वि.स.बल. मे आयोजित हुआ।
जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में माउंट आबू से आए कर्नल बी सी सती (सेवा निवृत्त), पुणे से आई सॉफ्टवेयर इंजीनीयर बीके श्वेता, ब्रह्माकुमारीज़ ग्वालियर की सेवाकेंद्र प्रमुख बीके आदर्श दीदी उपस्थित थीं। इस अवसर पर IPS अधिकारी कमांडेंट श्री राकेश कुमार सगर, डिप्टी कमांडेंट परवेश खान, डीएसपी सुरेश यादव, मेडिकल ऑफिसर डॉ ओम प्रकाश वर्मा सहित अन्य अधिकारी एवं बटालियन से पुलिस के जवान उपस्थित थे।
कार्यक्रम में कर्नल सती ने कहा कि हर कार्य को यदि सूझ बूझ और बेहतर ढंग से करना है। आप हर परिस्थिति में सकारात्मक सोचो आप जैसा सोचोगे वैसा बन जाओगे। उन्होंने मन, बुद्धि संस्कार पर प्रकाश डाला कि इन्हें कैसे सशक्त बनाया जा सकता है। बीके आदर्श दीदी ने सभी को ध्यान का महत्व बताते हुए अभ्यास कराया। साथ ही कमांडेंट श्री राकेश सगर ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
तीसरा कार्यक्रम – 14 वी वाहनी वि.स.बल. में आयोजित हुआ।
जिसमें मुख्य रूप से दिल्ली से आए कैप्टन (भ.नौ.) शिव सिंह, फ्लाईंग अधिकारी रामनरेश दुबे (सेवा निवृत्त), बीके ज्योति उपस्थित थी। इस अवसर पर आई.पी.एस. अधिकारी कमांडेंट डॉ शिव दयाल सिंह, असि. कमांडेंट कमला रावत, इंस्पेक्टर कृपाल सिंह, राकेश शर्मा सहित अन्य अधिकारी एवं पुलिस के जवान उपस्थित थे।
कार्यक्रम में कैप्टन शिव सिंह ने कहा कि आज हर व्यक्ति को मन से सशक्त होना आवश्यक है चाहे वह किसी भी फील्ड में हो जब हमारा मन शक्तिशाली होगा तो हर कार्य को सुंदर ढंग से कर सकते है। उन्होंने अपने अनुभव भी शेयर किए।कार्यक्रम में बीके ज्योति बहन सभी को ध्यान की गहन अनुभूति कराई तथा रामनरेश दुबे ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
चौथा कार्यक्रम – 13 वी वाहिनी वि.स.बल में आयोजित हुआ।
जिसमें कर्नल सती, बीके प्रहलाद, बीके विपुल, बीके श्वेता उपस्थित थीं। इस अवसर पर डिप्टी कमांडेंट श्री अनुराग पांडे, सहायक सेनानी श्री संजय कौल, निरीक्षक मुकेश सिंह परिहार बटालियन के अधिकारी / कर्मचारी कार्यक्रम उपस्थित थे।कर्नल सती ने सैनिक जीवन के अनुभव साझा किए तथा बीके श्वेता ने रचनात्मक एक्टिविटी कराई। बीके प्रहलाद ने सभी को ध्यान का अभ्यास कराया।
पांचवां कार्यक्रम – बीएसएफ अकादमी में आयोजित हुआ।
जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में दिल्ली से कैप्टन शिव सिंह, माउंट आबू से बीके कमल, बीके दीपक, बीके डॉ. गुरचरण सिंह उपस्थित थे। इस अवसर पर सी ओ टी कमांडेंट संजय टंडन, एवं अलग अलग विंग के अधिकारी सहित बीएसएफ के जवान उपस्थित थे। साथ ही टेकनपुर स्थानीय केंद्र प्रभारी बीके नीलम बहन सहित अन्य साथी उपस्थित थे।
छटवां कार्यक्रम – पुलिस ट्रेनिग स्कूल तिघरा
आत्म-बल हमें जीवन की चुनौतियों से लड़ने की शक्ति देता है – बी के कर्नल सती
स्व-सशक्तीकरण का अर्थ है – स्वयं को समझना, अपनी कमजोरियों पर विजय पाना और अपनी आंतरिक शक्तियों का विकास करना। इसके लिए अपने विचारों पर नियंत्रण प्राप्त करना आवश्यक है, जब मन शांत होता है, तो निर्णय शक्ति, एकाग्रता और आत्म-विश्वास बढ़ता है। यही आत्म-बल हमें जीवन की चुनौतियों से लड़ने की शक्ति देता है। जो जीवन के हर क्षेत्र में सफलता का मूल है। उक्त बात कर बीके कर्नल बी सी सती ने पुलिस ट्रेनिग स्कूल तिघरा में कही। कार्यक्रम में पीटीएस तिघरा के पुलिस अधीक्षक सहित अन्य अधिकारी एवं पुलिस के जवान उपस्थित थे।
सातवाँ कार्यक्रम – ग्रुप सेंटर सी.आर.पी.एफ. में आयोजित हुआ।
कर्नल सती ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि सुरक्षा बलों के साथियों को शारीरिक पराक्रम के साथ साथ मानसिक दृढ़ता और भावनात्मक संतुलन कि भी जरुरत है। लगातार तनाव, अनिश्चितता, विपरीत परिस्थितियाँ और मानसिक दबाव हमारी आंतरिक शक्ति की परीक्षा लेते हैं। ऐसे समय में हमें स्वयं को सशक्त बनाने के लिए मन को शक्तिशाली बनाने की आवश्यकता है। जब हम स्वयं को अंदर से सशक्त महसूस करते हैं, तभी हम देश और समाज की रक्षा पूरी निष्ठा और मनोबल के साथ कर सकते हैं। परिस्थितियाँ निश्चित ही हमारी निर्णय शक्ति को कमजोर करती है। जिसका प्रभाव हमारे जीवन के हर व्यवहार पर पड़ता है इसीलिए आवश्यकता है कि हम स्वयं को जितना शारीरिक रूप से फिट एंड अलर्ट रखते है उतना ही हमें मानसिक रूप से मजबूत बनना होगा।
बीके प्रहलाद भाई ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि यदि हम राजयोग मैडिटेशन का निरंतर अभ्यास करें तो हम परमात्म शक्तियों से आत्मा को सशक्त कर सकते है।
कार्यक्रम में कमांडेंट पी सी गुप्ता ने भी अपने अनुभव साझा किये इस अवसर परडिप्टी कमांडेंट दिलाबर सिंह सहित अनेक पुलिस के जवान उपस्थित थे।











