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रीवा: मानव कल्याण के लिए अध्यात्म और राजयोग ( मेडिटेशन ) बहुत आवश्यक है 

रीवा,मध्य प्रदेश। उप मुख्यमंत्री (लोक स्वस्थ एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री )मध्य प्रदेश शासन श्री राजेंद्र शुक्ला जी के समस्त पदाधिकारीयों ने ब्रह्माकुमारीज शांति धाम में आयोजित कार्यशाला एवं स्नेह मिलन में सहभागिता की।

श्रमती नीता कोल जिला पंचायत अध्यक्ष एवं सोभनाथ कोल  रीवा ने कार्यशाला में आध्यात्मिक ज्ञान और मेडिटेशन सभी के लिए आवश्यक बताया।

वरिष्ठ राजयोग प्रशिक्षक बीके प्रकाश भाई जी ने माननीय उप मुख्यमंत्री जी के समस्त विकास कार्यों की सराहना की । और विंध्य क्षेत्र के लिए   माननीय राजेंद्र शुक्ल जी को वरदान बताया। 

उप मुख्यमंत्री जी के निज सचिव श्री राजीव तिवारी उप मुख्यमंत्री के पुजारी कृष्णकांत द्विवेदी, विधायक प्रतिनिधि प्रकाश सोनी चिंटू, पूर्व मुख्य कार्यपालन अधिकारी के के गर्ग , विवेक दुबे समाजसेवी, समयलाल पाण्डेय प्रतिनिधि स्वास्थ्य विभाग, पवन शुक्ला सचिव, शिवम द्विवेदी दीनदयाल मंडल अध्यक्ष, लवकुश भाई ग्रामीण सोशल मीडिया, शैलू यादव पिछड़ा मोर्चा जिला महामंत्री, सुधाकर उपाध्याय, अखिलेश तिवारी, धनंजय सिंह, प्रत्यूष भाई कैमरा मैन भाजपा कार्यकर्ता आदि।  

पूर्व मुख्य कार्य पालन यंत्री केके गर्ग जी ने जीवन में आध्यात्मिक विकास एवं आत्म शुद्धि पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि जैसा अन्न वैसा मन। अन्न का सीधा असर हमारे मन और  तन पर होता है। 

हमने ब्रह्माकुमारीज आकर यह सीखा कि यहां कितनी शुद्धता के साथ भोजन बनाया जाता है और खिलाया जाता है । उसका जीवन पर एक अलग ही सात्विक प्रभाव पड़ता है। और मन शांतिमय, सुखमय बन जाता है।

रीवा जनपद सदस्य श्री विकास चतुर्वेदी ने नशा मुक्त भारत बनाने एवं आत्म सशक्तिकरण करने पर सहमत व्यक्त की।

सांसद रीवा के प्रतिनिधि एवं स्टाफ जेपी यादव एवं रविशंकर वर्मा ने अपने सुविचार व्यक्त किया।  

उपमुख्यमंत्री मध्य प्रदेश शासन जी के निज सचिव श्री राजीव तिवारी जी ने बताया कि जब आध्यात्मिकता हमारे जीवन का अंग बन जाए तो वह आध्यात्मिक जीवन  कहलाता है। वह समर्थ बन जाता है।

और हमने यहां आकर साक्षात देखा है। 

मानव कल्याण सुखमय  एवं शांतिमय जीवन जीने के लिए आध्यात्मिक ज्ञान एवं राजयोग का अभ्यास बहुत जरूरी है। बिना मेडिटेशन और ज्ञान चिंतन के मानव जीवन व्यर्थ है। उक्त उदगार ब्रह्मा कुमारीज संस्थान झिरिया रीवा में आयोजित राजयोग ध्यान एवं मेडिटेशन के संबंध में  सात्विक सुखमय समाज के निर्माण विषय पर वक्ताओं ने अपने सुंदर विचार व्यक्त किए। इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि ब्रह्मा कुमारीज केंद्र समस्त मानव के लिए आशा का दीपक है। जो यहां के राजयोग का ज्ञान  समझकर  जीवन में उतरता है,  उनका  आंतरिक हृदय, पवित्र  बन जाता है। साथ ही उनके भीतर देवताई  गुण जाग्रत हो जाते हैं। और वही मानव,मानव से देवता समान बन जाता है। 

इस कार्यक्रम में पधारे समस्त पदाधिकारी एवं जनप्रतिनिधियों ने ब्रह्माकुमारीज संस्थान अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय में चलने का संकल्प लिया। ब्रह्माकुमारी संस्थान रीवा में पधारे समस्त अतिथियों का विशेष रूप से आदरणीय राजयोगिनी बीके निर्मला दीदी जी ब्रह्मकुमारीज की क्षेत्रीय संचालिका रीवा के मार्गदर्शन में से  बीके भाई बहनों द्वारा सम्मान किया गया। अंत में सभी ने राजयोग ध्यान करके नियमित राजयोग को जीवन में लाने का 7 दिवसीय राजयोग का कोर्स करने का संकल्प लिया। अंत में बीके सुभाष भाई ने आभार व्यक्त किया।

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