हमारे पौधारोपण जैसे छोटे छोटे प्रयास पर्यावरण के संरक्षण और संवर्धन के लिए आवश्यक हैं – बी के वर्षा
राजयोग का अभ्यास भी हमारे आंतरिक विचारों के शुद्धिकरण एवं संवर्धन हेतु आवश्यक हैं- बी के वर्षा
जबलपुर-नेपियर टाउन, मध्य प्रदेश। विश्व पर्यावरण दिवस हर साल 5 जून को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण और विकास के महत्व को उजागर करना है। पौधारोपण इस दिवस पर एक महत्वपूर्ण गतिविधि है जो पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
ब्रह्मा कुमारी बी के वर्षा ने बताया की हमारे पौधरोपण जैसे छोटे छोटे प्रयास पर्यावरण के संरक्षण और संवर्धन के लिए आवश्यक हैं साथ ही हमें उनसे कई फायदे भी हैं-
जैसे वायु शुद्धिकरण पेड़-पौधे वायु में ऑक्सीजन प्रदान करते हैं और प्रदूषण को कम करते हैं। *जल संरक्षण*: पेड़-पौधे जल चक्र को नियमित करने में मदद करते हैं और जल संरक्षण में सहायक होते हैं। मिट्टी संरक्षण पेड़-पौधे मिट्टी के क्रोध को रोकने में मदद करते हैं और मिट्टी संरक्षण में सहायक होते हैं। जिस प्रकार पौधा रोपण प्रकृति के संरक्षण और संवर्धन में सहायक हैं उसी प्रकार राजयोग भी हमारे शरीर रुपी प्रकृति के लिए सहायक हैं ना केवल बाहरी बल्कि आंतरिक विचारों का शुद्धि करण एवं उनके संवर्धन हेतु भी।
ब्रह्मा कुमारी बी के गीता (रांझी सेवा केंद्र ) ने पर्यावरण के संरक्षण एवं संवर्धन की उपयोगिता को बताते हुए कहा की यह पर्यावरण संरक्षण जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करने में मदद करता है। पेड़-पौधे जीव-जंतुओं के लिए आश्रय और भोजन प्रदान करते हैं। सभी भाई बहनो ने पौधा रोपण किया और सभी का आवहन किया की वे भी अपने आस-पास के क्षेत्रों में पोधारोपण करें। पर्यावरण शिक्षा को बढ़ावा दें और लोगों को पर्यावरण संरक्षण के बारे में बताया। पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्यक्रमों में भाग लें और पर्यावरण संरक्षण के लिए काम करें। आइए हम सब मिलकर पर्यावरण संरक्षण में योगदान दें और पर्यावरण से पर्यावरण को सुरक्षित बनाएं।





