धड़गांव, महाराष्ट्र। 11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि प्रजापिता ब्रह्माकुमारी धड़गांव केंद्र की ब्रह्मा कुमारी सरिता बहन जी थीं। धड़गांव तालुका पतंजलि योग समिति की ओर से उनका स्वागत किया गया। ब्रह्मा कुमारी सरिता बहन ने योग दिवस के अवसर पर विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों से बातचीत की और ओंकार और मन की शांति का महत्व समझाया। उन्होंने बताया कि योग करने से शांतिपूर्ण जीवन जीने की कला प्राप्त होती है और जीवन आनंदमय होता है। उन्होंने राजयोग पर कहा की राजयोग जीवन जीने की कला है।
धड़गांव पतंजलि योग समिति तहसील प्रभारी योग शिक्षक प्रा. श्री प्रभाकर गवली, धड़गांव भारत स्वाभिमान न्यास प्रभारी आदर्श शिक्षक पुरस्कार प्राप्त स्काउट एवं योग शिक्षक श्री सतीलाल पाटिल सर, योग शिक्षक श्री जगदीश अहिराव सर ने योग प्रार्थना ली तथा 21 जून के प्रोटोकॉल अनुसार सूक्ष्म व्यायाम, दंड आसन एवं बैठक आसन कराया। शिक्षकों एवं अभिभावकों द्वारा प्राणायाम भस्रिका, कपालभाति, अनुलोम-विलोम प्राणायाम कराया गया। योग दिवस का लाभ उठाते हुए विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को योग का महत्व बताया गया तथा उनके द्वारा योग कराया गया। वर्ष भर योग करने का संकल्प लेते हुए अच्छे स्वास्थ्य एवं शांतिपूर्ण जीवन के लिए नियमित योगाभ्यास करने की बात कही गई। आज के कार्यक्रम में आदिवासी सतपुड़ा शिक्षण प्रसारक मंडल धड़गांव, माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक के अध्यक्ष का शुभकामना योग संदेश एवं मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। साथ ही प्राध्यापकों, शिक्षकों एवं गैर-शिक्षण कर्मचारियों की सहभागिता एवं कार्यक्रम को सफल बनाने में उनके सहयोग की सराहना की गई। कार्यक्रम के अंत में श्री सतीलाल पाटिल सर श्री जगदीश अहिरराव सर ने आसन एवं शांतिपाठ के साथ आज के योग दिवस का समापन किया।






