देगलूर, महाराष्ट्र : विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर प्रकृति के हमारे जीवन में महत्वपूर्ण योगदान को समझाने के पश्चात ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय देगलूर सेवा केंद्र की मुख्य संचालिका बिके मेनका बहनजी एवं सह संचालिका बिके विद्या बहन जी ने ” एक पेड़ मां के नाम” का संदेश जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया।
वृक्षारोपण अभियान में जन-जन तक संदेश देते हुए प्रर्यावरण के संरक्षण के महत्व को समझाया जा रहा है।
धरती प्राण देती है,वृक्ष हर सांस में जीवन का वरदान देता है लेकिन आज मानव अपने सुविधा के लिए प्रकृति जो हमारी मां है, उसका हनन कर रहा है, जिससे प्रकृति का संतुलन बिगड़ रहा है,जो प्रकृति हमारी इतनी सेवा करतीं हैं तो उसके संरक्षण का दायित्व भी हम सबका है, ताकि हमारा आज और आने वाला भविष्य सुखद, सरल हो और सभी के लिए ये प्रर्यावरण सुखदाई आंनदमयी हो जाए। नहीं तो सर्दी-गर्मी-बरसात-हवा सबका संतुलन बिगड़ जायेगा और प्रकृति के प्रकोप को मनुष्य सह नहीं पाएंगे। इसलिए यह संदेश जन-जन तक सिर्फ पहुंचें ही नहीं बल्कि संस्था की ओर से गांव गांव में जाकर आजतक एक हजार से भी अधिक पौधे मुफ्त में लगाये गये है।
पौधे की सुरक्षा की भी जिम्मेदारी सौंपी गई है।
इसमें संस्था से जुड़े हुए सभी भाई-बहनों का सहयोग बड़े ही उमंग उत्साह से मिल रहा है। ५ जून से लेकर २१ जून तक ये जैसे रामपुर, कुशावाडी, ,गवंडगाव,सोपूर,जूक्कल,बागनटाकली,हवरगा,मूजलगा,सुगाव,वन्नाली,शहापूर,आलूर, शेलगाव, तमलूर,मेदनकलूर,नरंगल, आदि स्थानों में पौधे लगाए गए।









