*ब्रह्माकुमारीज, चितईपुर, वाराणसी द्वारा वाराणसी के वरिष्ठ डॉक्टरों का सम्मान समारोह*
*चिकित्सा क्षेत्र की समस्याओं का भी आध्यात्मिक समाधान देती है ब्रह्माकुमारी संस्था – प्रोफेसर विश्वंभरनाथ मिश्र, महंत संकट मोचन मंदिर*
*व्यक्ति को शारीरिक के साथ मानसिक रूप से सशक्त बनाता है राजयोग – ब्र कु सरोज दीदी*
*शहर के अनेक वरिष्ठ चिकित्सकों के साथ 40 से अधिक डॉक्टर्स की उपस्थिति ने दिखाई संस्था एवं आध्यात्म के प्रति चिकित्सकों की रुचि, बढ़ाया हौसला*
वाराणसी,उत्तर प्रदेश: गौतम नगर कॉलोनी सुसुवाही, चितईपुर, प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय, शाखा गौतम नगर कॉलोनी, चितईपुर द्वारा शहर के कुछ विशिष्ट चिकित्सकों का एक विशेष कार्यक्रम के तहत सम्मान किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बी एच यू के प्रोफेसर विश्वंभरनाथ मिश्र जी, महंत श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर वाराणसी रहे।
मुख्य अतिथि प्रोफेसर विशंभर नाथ मिश्र जी ने उपस्थित चिकित्सकों को संबोधित करते हुए कहा की हमारे डॉक्टर मानवता की सेवा में समर्पित है । समाज के ऐसे कर्मयोगी समर्पित और संवेदनशील चिकित्सकों का सम्मान करना भी एक पुण्य का कार्य है । ब्रह्माकुमारी संस्था देश विदेश में 20 प्रभागों के द्वारा मानवता के कल्याण का कार्य कर रही है ! ब्रह्माकुमारी संस्था मानवता की सेवा में समर्पण भावना से लगे हुए इन चिकित्सकों को आध्यात्मिकता से जोड़ने का कार्य विश्व स्तर पर कर रही है। रात दिन जन सेवा में दीन दुखियों की सेवा करते हुए आने वाली अनेक नकारात्मक चुनौतियों के कारण चिकित्सक भी अवसाद ग्रस्त हो जा रहे हैं, ऐसी स्थिति में इनको अध्यात्म की तरफ आकृष्ट कर, आध्यात्मिक समाधान देने में ब्रह्माकुमारीज अपनी विशेष भूमिका निभा रही है। ऐसी संस्था के प्रति हमें गर्व है।
कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों का स्वागत करते हुए ब्रह्माकुमारीज़ श्रीरामनगर एवं चितईपुर प्रभारी ब्रह्माकुमारी सरोज दीदी ने कहा कि आज मानव को शारीरिक के साथ मानसिक रूप से संबल और सशक्त बनाने की जरूरत है। आध्यात्मिक ज्ञान एवं राजयोग एक ऐसी विधि है जिससे व्यक्ति के अंदर अपने जीवन में आने वाली अनेक नकारात्मक समस्याओं और चुनौतियों का सहज समाधान कर आगे बढ़ने की क्षमता का विकास होता है । इसलिए ब्रह्माकुमारीज़ परिवार चिकित्सा विज्ञान में आध्यात्मिक विज्ञान को साथ लेकर आगे बढ़ रही है। उन्होंने सभी चिकित्सकों को इस क्षेत्र में साथ आने और आगे बढ़ने की अपील की।
कार्यक्रम में बी एच यू की पूर्व विभागाध्यक्ष एवं वरिष्ठ गायनोकोलोजिस्ट और संस्था की सक्रिय वरिष्ठ सदस्य प्रो मधु जैन ने कहा कि ब्रह्माकुमारी संस्था अपनी मेडिकल विंग के द्वारा संस्था के मुख्यालय माउंट आबू, राजस्थान में राजयोग शिविर एवं कॉन्फ्रेंस का आयोजन करती है, जिसमें देश विदेश के अनेक वरिष्ठ चिकित्सक पहुंचकर लाभ उठाते हैं। मानव को नव जीवन प्रदान करने वाली चिकित्सा विज्ञान में आध्यात्मिक विज्ञान को समावेश कर समाज में सर्वांगीण स्वास्थ्य को बढ़ावा देना ही संस्था का मूल उद्देश्य है। इसके लिए हम सभी को मिलकर साथ चलने की जरूरत है।
संस्था का परिचय देते हुए ब्रह्माकुमारी चंदा दीदी, सह प्रभारी, चितईपुर ने कहा कि आज संस्था विश्व के 140 से अधिक देशों में अपने 9000 से अधिक सेवाकेंद्रों के माध्यम से मानवता की सेवा में लगी हुई है ।
ब्रह्माकुमारी सरोज दीदी, चंदा बहन, साधना बहन द्वारा मुख्य अतिथि महोदय के साथ अन्य सभी अतिथियों को टीका लगाकर, माला पहनाकर एवं अंगवस्त्रम द्वारा सम्मानित किया गया । सभी चिकित्सक गण सम्मानित होने के बाद अद्भुत लग रहे थे।
कार्यक्रम का कुशल संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन वरिष्ठ समाजसेवी ब्रह्माकुमार ओ एन उपाध्याय ने किया। उन्होंने कहा कि संस्था की एक छोटी सी आग्रह पर आप सभी देव तुल्य वरिष्ठ चिकित्सकों का ब्रह्माकुमारीज परिवार में आना हम सभी के लिए अति हर्ष की बात है। यह आपका अपना परिवार है।
सम्मान समारोह में मुख्य रूप से बी एच यू के पूर्व चिकित्सा अधीक्षक डॉ ओ पी उपाध्याय, शहर के प्रतिष्ठित और वरिष्ठ नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ डी के सिन्हा, पॉपुलर हॉस्पिटल के निदेशक डॉक्टर ए के कौशिक, काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बी एच यू) के वरिष्ठ डॉक्टर टी पी चतुर्वेदी, डॉक्टर जे एस त्रिपाठी, डॉक्टर सुशील कुमार दुबे, गैलेक्सी हॉस्पिटल के डॉ ओमप्रकाश प्रजापति, वाराणसी के सुप्रसिद्द वरिष्ठ गैस्ट्रोलॉजिस्ट डाक्टर कुमार अभिषेक, वरिष्ठ नेत्र सर्जन डॉ अभिषेक राय, लक्ष्मी हॉस्पिटल वाराणसी के निदेशक एवं वरिष्ठ भा ज पा नेता डा अशोक राय, डॉक्टर देव आनंद पांडे, डॉक्टर उपासना राय, डॉ मुकेश राय, डॉ दीपक गौतम, काशी हिंदू विश्वविद्यालय आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
शहर के 40 से अधिक चिकित्सकों की उपस्थिति वाले इस आयोजन को सफल बनाने में मुख्य रूप से ब्रह्माकुमार राज भाई, श्याम भाई, इरशाद भाई, आशीष भाई, अभिनंदन भाई, सौरभ भाई, सत्यम भाई, ब्रह्माकुमारी साधना बहन, किरण बहन, नीमा बहन, मधु बहन, श्रेया बहन, ज्योति बहन एवं आनंद भाई आदि की प्रमुख भूमिका रही।






