कुरुक्षेत्र, हरियाणा: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के स्थानीय सेवा केन्द्र ‘विश्व शांति धाम’ द्वारा रक्षाबंधन के पावन पर्व पर कुरुक्षेत्र जिला जेल में एक आध्यात्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में 200 से अधिक बंदी भाई-बहन उपस्थित रहे।

कार्यक्रम की शुरुआत बी.के. पुष्पा बहन द्वारा की गई, जिन्होंने आत्मा की पहचान कराते हुए बताया कि वर्तमान समय में बढ़ते पाप और भ्रष्टाचार का मुख्य कारण ‘देह अभिमान’ है। जब तक हम अपने को आत्मा न समझकर देह के आधार पर कर्म करते रहेंगे, तब तक हमारे कर्म श्रेष्ठ नहीं हो सकते। आत्मा की पहचान से किए गए कर्म ही सुख, शांति और प्रेम की अनुभूति देते हैं।

ब्रह्माकुमारी राधा बहन ने रक्षाबंधन के पर्व का आध्यात्मिक रहस्य समझाते हुए कहा कि तिलक आत्म-परिचय और मिठास का प्रतीक है। राखी बांधते समय हमें कोई एक बुराई का त्याग करने का संकल्प लेना चाहिए। वास्तव में, हमारी सच्ची रक्षा परमपिता शिव परमात्मा करते हैं।
कार्यक्रम में बी.के. मधु बहन ने सभी को राजयोग मेडिटेशन की गहन अनुभूति कराई, जिससे वातावरण में आध्यात्मिक शांति और सकारात्मकता का अनुभव हुआ।इस अवसर पर कुरुक्षेत्र जिला जेल अधीक्षक डॉ. धर्मवीर सिंह ने ब्रह्माकुमारी बहनों की निःस्वार्थ सेवा की सराहना करते हुए कहा, “ये बहनें समाज में आध्यात्मिक जागरूकता फैलाने का प्रशंसनीय कार्य कर रही हैं। जिला प्रशासन की ओर से हम इनका हार्दिक स्वागत करते हैं।”



कार्यक्रम में डीएसपी रोहन हुड्डा, राजेश कुमार, सतपाल, सुरेंद्र कुमार, तथा डीएसपी शिवेंद्र पाल सिंह सहित जेल प्रशासन के कई अधिकारी उपस्थित रहे। सभी अधिकारियों को बहनों द्वारा राखी बाँधी गई और ईश्वरीय शुभकामनाएँ दी गईं।



