कुरुक्षेत्र, हरियाणा: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की स्थानीय शाखा विश्व शांति धाम, द्वारा दिनांक 01 अगस्त 2025 को प्रातः 12:00 से 1:00 बजे तक कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड कार्यालय में रक्षाबंधन के शुभ अवसर पर एक आध्यात्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में बी.के. मधु दीदी ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को राजयोग मेडिटेशन की विधि से परिचित करवाया। उन्होंने बताया कि राजयोग हमें आत्म-ज्ञान और परमात्मा से जुड़ने की विधि सिखाता है, जिससे मन शक्तिशाली बनता है और नकारात्मक विचारों से स्वतः ही मुक्त हो जाता है। आज की मानसिक समस्याओं जैसे तनाव, भय और चिंता का मुख्य कारण आत्म-पहचान और परमात्मा से जुड़ाव की कमी है।
इसके उपरांत बी.के. राधा दीदी ने रक्षाबंधन के आध्यात्मिक रहस्य को उजागर करते हुए कहा कि रक्षा सूत्र हमें आत्मा की स्मृति में टिके रहने और परमात्मा से संबंध जोड़ने की प्रेरणा देता है। रक्षाबंधन का तिलक इस बात का प्रतीक है कि हम सभी आत्माएं हैं और परमपिता परमात्मा की संतान हैं। जब हम इसी भावना से कार्य करते हैं, तो समाज में स्वतः ही शांति और प्रेम का वातावरण बनता है।





इसके पश्चात बी.के. बहनों ने कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री पंकज कुमार (एच.सी.एस.), सचिव श्री उपेन्द्र सिंघल, तथा समस्त स्टाफ सदस्यों को रक्षा सूत्र बाँधा और उनके जीवन से पाँच विकारों (काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार) को त्यागने का निवेदन किया।
इस अवसर पर सीईओ श्री पंकज कुमार जी ने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि वे प्रतिदिन प्रातः और रात्रि को राजयोग मेडिटेशन का अभ्यास करते हैं जिससे उनके जीवन में सकारात्मकता आई है। उन्होंने कहा, “हम जैसा सोचते हैं, वैसा ही हमारे जीवन में घटित होने लगता है।” उन्होंने सभी को इस आध्यात्मिक साधना को अपनाने और आत्म-शक्ति प्राप्त करने की प्रेरणा दी।





