मुख पृष्ठराज्यबिहारछपरा : श्री कृष्ण जन्माष्टमी का आध्यात्मिक ज्ञान देने के पश्चात ग्रुप... बिहारश्रीकृष्ण जन्माष्टमीसमाचार छपरा : श्री कृष्ण जन्माष्टमी का आध्यात्मिक ज्ञान देने के पश्चात ग्रुप फोटो में गणमान्य अतिथि By ओम शांति मीडिया September 5, 2025 0 121 साझा करना FacebookTwitterPinterestWhatsApp छपरा (बिहार): श्री कृष्ण जन्माष्टमी का आध्यात्मिक ज्ञान देने के पश्चात बी.के. अनामिका दीदी, बी. के. अरविंद भाई, समूह में छपरा के मेयर राखी गुप्ता, डॉ. विनोद कुमारी तथा अन्य गणमान्य अतिथि गण। साझा करना FacebookTwitterPinterestWhatsApp पिछला लेखबरनाला: ब्रह्मा कुमारीज़ सेवा केंद्र में जन्माष्टमी के अवसर पर धूमधाम से कार्यक्रम किया गया।अगला लेखपहाड़ी डीग: दादी प्रकाशमणि जी के दिवस पर पुष्प अर्पित करते हुए डॉ सुभाष, डॉ करतार, डॉ भरतराम,बीके प्रीति, बीके संतोष ओम शांति मीडिया RELATED ARTICLES माउंट आबू आबू रोड: ब्रह्माकुमारीज़ से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने हेतु नए कार्यक्रम की जानकारी December 10, 2025 राजस्थान जयपुर श्रीनिवास नगर: उपमुख्यमंत्री, डॉ श्री प्रेमचंद जी बैरवा जी को ईश्वरीय सौगात देते हुए December 10, 2025 मध्य प्रदेश। किशनगढ़: गौरवपूर्ण वृद्धावस्था और सम्मानित जीवन विषय पर शासकीय कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास में ब्रह्माकुमारी द्वारा किया गया कार्यक्रम December 10, 2025 कोई जवाब दें जवाब कैंसिल करें टिप्पणी: कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें! नाम:* कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें ईमेल:* आपने एक गलत ईमेल पता दर्ज किया है! कृपया अपना ईमेल पता यहाँ दर्ज करें वेबसाइट: अगली बार टिप्पणी के लिए इस ब्राउज़र में मेरा नाम, ईमेल और वेबसाइट सहेजें Most Popular जीते-जी मरना माना देह-भान रिंचक मात्र भी न रहे December 10, 2025 आबू रोड: ब्रह्माकुमारीज़ से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने हेतु नए कार्यक्रम की जानकारी December 10, 2025 जयपुर श्रीनिवास नगर: उपमुख्यमंत्री, डॉ श्री प्रेमचंद जी बैरवा जी को ईश्वरीय सौगात देते हुए December 10, 2025 किशनगढ़: गौरवपूर्ण वृद्धावस्था और सम्मानित जीवन विषय पर शासकीय कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास में ब्रह्माकुमारी द्वारा किया गया कार्यक्रम December 10, 2025 और अधिक लोड करें Recent Comments ओम शांति मीडिया on आजादी का अमृत महोत्सव भारत स्वर्णिम संस्कृति की ओर Bkdev on आजादी का अमृत महोत्सव भारत स्वर्णिम संस्कृति की ओर