मुरादाबाद,उत्तर प्रदेश: आज सिविल लाइंस स्थित ब्रह्माकुमारीज आत्मज्योति भवन में “शांति, एकता और विश्वास को बढ़ावा देने में मीडिया की भूमिका” विषय पर एक भव्य और प्रभावशाली मीडिया सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार में पत्रकारिता, सामाजिक कार्य, प्रशासन, और शिक्षा जैसे विविध क्षेत्रों से जुड़े गणमान्य व्यक्तियों, पत्रकारों, और समाजसेवियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का उद्देश्य समाज में शांति, एकता और विश्वास को बढ़ावा देने में मीडिया की केंद्रीय भूमिका को रेखांकित करना और इस दिशा में सामूहिक प्रयासों को प्रोत्साहित करना था। यह आयोजन न केवल विचार-विमर्श का मंच बना, Story समाज में सकारात्मक बदलाव के लिए एक प्रेरणादायक पहल के रूप में भी उभरा।उद्घाटन और मुख्य वक्ता का संबोधन सेमिनार का उद्घाटन ब्रह्मकुमारीज मीडिया विंग के राष्ट्रीय संयोजक डॉ. बी.के. शांतनु ने दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया।

अपने प्रेरणादायक और विचारोत्तेजक उद्घाटन उद्बोधन में डॉ. शांतनु ने ब्रह्मकुमारीज के वैश्विक शांति मिशन को विस्तार से परिभाषित किया। उन्होंने कहा, “मीडिया समाज का दर्पण और मार्गदर्शक है। यह न केवल सत्य और सकारात्मकता को जन-जन तक पहुंचाने का माध्यम है, बल्कि समाज में शांति और एकता की नींव को मजबूत करने का भी सशक्त उपकरण है। आज के समय में, जब विश्व कई सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक चुनौतियों का सामना कर रहा है, मीडिया की जिम्मेदारी है कि वह सनसनीखेज खबरों के बजाय ऐसी सामग्री को प्राथमिकता दे जो समाज में विश्वास और सौहार्द को बढ़ाए।” उन्होंने मुरादाबाद में इस आयोजन के लिए स्थानीय इकाई की प्रशंसा की और कहा, “यह आयोजन न केवल मुरादाबाद, बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणा है। मीडिया को लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में अपनी भूमिका को गंभीरता से लेना होगा और समाज को सही दिशा दिखानी होगी।” डॉ. शांतनु ने इस अवसर पर ब्रह्मकुमारीज के शांति मिशन के तहत किए जा रहे वैश्विक प्रयासों का भी उल्लेख किया और उपस्थित लोगों से आग्रह किया कि वे इस मिशन का हिस्सा बनें।
मुख्य अतिथि का संबोधन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कुंदरकी विधायक ठाकुर रामवीर सिंह ने अपने संबोधन में मीडिया की सामाजिक जिम्मेदारी पर गहन विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा, “मीडिया समाज को जोड़ने का एक शक्तिशाली माध्यम है। यह न केवल सूचनाएं प्रदान करता है, बल्कि समाज में विश्वास, शांति और एकता का निर्माण करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आज के दौर में, जब समाज में तनाव और विभाजन की प्रवृत्तियां बढ़ रही हैं, मीडिया को सकारात्मक कहानियों और समाधान-उन्मुख पत्रकारिता को अपनाना होगा।” उन्होंने ब्रह्मकुमारीज के इस प्रयास को समाज के लिए एक मील का पत्थर बताया और कहा, “यह सेमिनार हमें यह सोचने के लिए प्रेरित करता है कि हम कैसे अपने कार्यों के माध्यम से समाज में सौहार्द और एकता को बढ़ावा दे सकते हैं। मैं मीडिया से अपील करता हूं कि वह ऐसी खबरों को प्राथमिकता दे जो लोगों में विश्वास जगाए और समाज को एकजुट करे।”
ठाकुर रामवीर सिंह ने यह भी कहा कि ब्रह्मकुमारीज का यह मिशन समाज को नई दिशा प्रदान करेगा और सभी को इस दिशा में सहयोग करना चाहिए।
प्रेस क्लब के उपाध्यक्ष भ्राता शिशिर गुप्ता ने अपने संबोधन में मीडिया की नैतिक जिम्मेदारी पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “मीडिया को समाज में विश्वास का वातावरण बनाने में अपनी भूमिका को गंभीरता से लेना होगा। हमें ऐसी खबरों को प्राथमिकता देनी चाहिए जो समाज को एकजुट करें और सकारात्मक बदलाव लाएं। आज के समय में, जब गलत सूचनाएं और अफवाहें समाज में तनाव पैदा कर रही हैं, मीडिया को सत्यता और निष्पक्षता के साथ कार्य करना होगा।” उन्होंने यह भी कहा कि पत्रकारिता को समाज की सेवा के रूप में देखा जाना चाहिए, न कि केवल व्यवसाय के रूप में।
पंकज त्रिपाठी, एक्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर, टीवी 9 दिल्ली ने अपने विचार साझा करते हुए कहा, “मीडिया का दायित्व केवल समाचार देना नहीं है, बल्कि समाज में शांति और एकता को बढ़ावा देना भी है। हमें ऐसी पत्रकारिता को अपनाना चाहिए जो समाज को प्रेरित करे और लोगों में विश्वास का निर्माण करे। आज के डिजिटल युग में, जहां सूचनाएं तेजी से फैलती हैं, हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारी खबरें समाज में सकारात्मकता का संदेश दें।”
सीनियर एडवोकेट: मनोज गुप्ता ने अपने विचार रखते हुए कहा, “मीडिया को निष्पक्षता और सत्यता के साथ कार्य करना चाहिए। यह समाज में विश्वास और शांति का आधार बन सकता है। हमें ऐसी पत्रकारिता की आवश्यकता है जो समाज को सकारात्मक दिशा में ले जाए और लोगों में एकता का भाव जागृत करे।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि मीडिया को समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए अपनी शक्ति का उपयोग करना चाहिए और सामाजिक मुद्दों को संवेदनशीलता के साथ प्रस्तुत करना चाहिए।
राजेश कुमार शुक्ला, विभागाध्यक्ष, पत्रकारिता विभाग, IFTM यूनिवर्सिटी: राजेश कुमार शुक्ला ने अपने संबोधन में डिजिटल युग में मीडिया की बढ़ती जिम्मेदारी पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “डिजिटल युग में मीडिया की शक्ति और जिम्मेदारी दोनों बढ़ गई हैं। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारी पत्रकारिता समाज में सकारात्मक बदलाव लाए और शांति को बढ़ावा दे। आज के समय में, जब सोशल मीडिया के माध्यम से सूचनाएं तेजी से फैलती हैं, हमें सत्यता और नैतिकता को प्राथमिकता देनी होगी।” उन्होंने पत्रकारिता के छात्रों से भी आग्रह किया कि वे समाज में सकारात्मकता फैलाने वाली पत्रकारिता को अपनाएं।
अतुल राय, डिप्टी एक्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर, टीवी 18: अतुल राय ने अपने संबोधन में मीडिया के प्रभाव पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा, “मीडिया का प्रभाव आज अभूतपूर्व है। यह न केवल समाज को सूचनाएं प्रदान करता है, बल्कि लोगों के विचारों और दृष्टिकोण को भी आकार देता है। हमें ऐसी पत्रकारिता को बढ़ावा देना चाहिए जो समाज में शांति और एकता का संदेश प्रसारित करे। आज के समय में, जब सामाजिक तनाव और विभाजन की चुनौतियां बढ़ रही हैं, मीडिया को जिम्मेदारी के साथ सकारात्मक कहानियां और समाधान-उन्मुख पत्रकारिता को प्राथमिकता देनी चाहिए।” उन्होंने यह भी कहा कि मीडिया को समाज के विभिन्न वर्गों के बीच संवाद का सेतु बनना चाहिए।नीतेश ओझा, डिप्टी न्यूज एडिटर, फ्रेमर AI ने अपने विचार व्यक्त करते हुए आधुनिक तकनीक और मीडिया के तालमेल पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डिजिटल तकनीक ने मीडिया को और सशक्त बनाया है। हमें इस तकनीक का उपयोग समाज में विश्वास और एकता को बढ़ाने के लिए करना चाहिए। सनसनीखेज खबरों के बजाय ऐसी सामग्री को प्राथमिकता देनी चाहिए जो समाज को प्रेरित करे और लोगों में सकारात्मकता का संचार करे। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारी पत्रकारिता समाज को जोड़े, न कि उसे बांटे।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि डिजिटल युग में गलत सूचनाओं को रोकने के लिए मीडिया को और अधिक जिम्मेदारी के साथ कार्य करना होगा।
ब्रह्मकुमारीज मुरादाबाद की निदेशक बी.के. आशा दीदी ने अपने आशीर्वचन में सभी अतिथियों, वक्ताओं और उपस्थित लोगों का हृदय से धन्यवाद किया। उन्होंने कहा, “यह सेमिनार न केवल विचार-विमर्श का मंच है, बल्कि यह हमें एकजुट होकर शांति और एकता के लिए कार्य करने की प्रेरणा देता है। हम सभी को मिलकर समाज में सकारात्मकता का संदेश फैलाना होगा। ब्रह्मकुमारीज का यह मिशन समाज में शांति और विश्वास का निर्माण करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।” उन्होंने उपस्थित सभी लोगों से आग्रह किया कि वे इस मिशन को अपने जीवन में अपनाएं और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में योगदान दें। कुमारी अवनी ने से स्वागत नृत्य प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम का संचालन बहन डॉ अर्चना शर्मा ने अत्यंत कुशलतापूर्वक किया। उन्होंने सभी वक्ताओं के विचारों को प्रभावी ढंग से उपस्थित लोगों तक पहुंचाया और पूरे कार्यक्रम को एक सुचारु और प्रेरणादायक रूप प्रदान किया। कार्यक्रम के संयोजक मुकेश कुमार कश्यप ने आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी मेहनत और समर्पण के कारण यह सेमिनार न केवल सफल रहा, बल्कि सभी उपस्थित लोगों के लिए एक यादगार अनुभव बन गया।
यह सेमिनार शांति, एकता और विश्वास को बढ़ावा देने में मीडिया की भूमिका पर विचार-विमर्श का एक प्रभावी और प्रेरणादायक मंच साबित हुआ। सभी वक्ताओं ने एक स्वर में इस बात पर जोर दिया कि मीडिया को समाज में सकारात्मकता और विश्वास का निर्माण करने में अपनी जिम्मेदारी को गंभीरता से निभाना होगा। यह आयोजन समाज में सौहार्द और एकता को बढ़ावा देने के लिए एक सामूहिक संकल्प का प्रतीक बना। सभी उपस्थित व्यक्तियों ने इस बात पर सहमति जताई कि मीडिया को समाज के हर वर्ग को जोड़ने और सकारात्मक बदलाव लाने के लिए अपनी शक्ति का उपयोग करना चाहिए।








