बाड़ी,राजस्थान: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय बाड़ी की संचालिका राजयोगिनी बीके अंबिका बहन ने बताया कि आज पुस्तक दिवस के अवसर पर सभी को हार्दिक शुभकामाए दी और कहा कि आज प्रातः बीके रेनू बहन और बीके कालीचरण भाई, बीके सूरतराम भाई और बी के मनीषा बहन पवित्र नगरी बिशनगिरी में शांति प्रेम सौहार्द एवं आत्मिक भाईचारा बनाए रखने और व्यसन मुक्त बनाने के लिए बाड़ी क्षेत्र द्वारा एक कार्यक्रम रखा गया ।
कार्यक्रम में दूर-दूर से आए हुए सभी संतो ने भाग लिया । राजयोगिनी अंबिका बहन ने बताया कि इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी रेनू बहन ने परमात्मा संदेश देते हुए कहा कि आज जीवन में शांति प्रेम सौहार्द बढ़ाने के लिए आपस में भाईचारा होना अति आवश्यक है । किंतु जीवन में भाईचारा कैसे आए, हम सभी गीत तो गाते हैं हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई आपस में सब भाई भाई। लेकिन वास्तव में भाई भाई कैसे यह समझने की आवश्यकता है। दैहिक दृष्टि से तो हम भाई भाई हो नहीं सकते क्योंकि हम सब का शारीरिक पिता अलग-अलग है, लेकिन आत्मा के नाते से हम सभी का पिता परमात्मा एक है जो निराकार और नेक है । जिसे कोई अल्लाह, कोई ईश्वर, कोई गॉड, कोई वाहेगुरु आदि नामों से याद करते हैं। वास्तव में हमारे जीवन में वसुधैव कुटुंब की और भाईचारे की भावना जब जागृत हो जाएगी तभी शांति प्रेम सौहार्द बना रहेगा ।
उ. प्र. कासगंज से आए कालीचरन भाई जी नें परमात्मा शिव का सत्य परिचय सुनाते हुए कहा वास्तव में परमात्मा एक है, जो निराकार और नेक है, जिसका नाम सदाशिव है। जिसके लिए कहा जाता है सत्यम शिवम सुंदरम ।
इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी रेनू बहिन, बी. के. सूरतराम, बीके मनीषा बहन आदि ने सभी को पुस्तक दिवस की हार्दिक शुभमनाए दी और सभी संत आत्माओं को ईश्वरीय साहित्य भेंट कर उन्हें सम्मानित किया ।