*चुनौतियों से जीतने के लिए आज आध्यात्मिक शक्ति की जरूरत-बीके उषा दीदी*
*इनसाइट सेशन में दिए पत्रकारों को चुनौती से पार जाने के टिप्स*
*मीडिया कॉन्फ्रेंस में मन को सशक्त करने के लिए विशेष आध्यात्मिक सेशन का आयोजन*

आबू रोड, राजस्थान। राष्ट्रीय मीडिया कॉन्फ्रेंस में आध्यात्मिक शक्तियों से चुनौतियों पर विजय विषय पर इनसाइट सेशन का आयोजन किया गया। राजयोगिनी बीके डॉ उषा दीदी ने मुख्य वक्तव्य देते हुए कहा कि इस युग को कहा ही गया है चुनौतियों का युग। चुनौतियों से किसी के जीवन मे तनाव तो किसी की जीवन में अवसाद भी आ जाता है। इस युग में आध्यात्मिकता की शक्ति की आवश्यकता है। चुनौती हरेक के जीवन मे आती है, लेकिन किसी किसी के लिए यही चुनौती अवसर के द्वार खोलती है। जो सही निर्णय लेता है, उसके लिए अवसर के द्वार खोल देती है। जो स्वार्थ के कारण गलत निर्णय कर लेते हैं, बाद में उसे अफसोस करना पड़ता है। जीवन एक संघर्ष है। उसमें जीत प्राप्त करने के लिए विशुद्ध ज्ञान की आवश्यकता है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को मनुष्य नेगेटिव बुद्धि का उपयोग कर विध्वंस की और बढ़ता है। ज्ञान और ध्यान मिलते हैं तो मन बिल्कुल शांत और स्पष्ट हो जाता है।

बीके सिस्टर डॉ सुनीता, एफपीपी, शिवशक्ति लीडरशिप अप्रोच ने कहा कि चुनौती सबके जीवन मे आती हैं। हमारे सामने भी हैं। ये हमारी आंतरिक शक्तियों को बढ़ाने के लिए आती है। लेकिन जब हम स्वयं पर विश्वास करते हैं। जब हम शिवशक्ति हूँ, यह ध्यान रखते हैं, दुनिया को सुख, शांति, प्रेम देने का भाव रखते हैं तो अपनेआप चुनौती आगे बढ़ने की सीढ़ी बन जाती है।

जोनल कोऑर्डिनेटर मीडिया विंग जयपुर बीके चंद्रकला दीदी ने कहा कि मनोवृत्ति दूषित हो तो नज़रिया नेगेटिव हो जाता है। हम दूसरों को गिराने का प्रयास करते हैं। हम लक्ष्य से भटक चुके हैं। आध्यात्मिकता लक्ष्य की तरफ लेकर जाती है।

विशिष्ट अथिति डॉ श्री गोपाल नारसन, एडिटर डिवाइन मिरर हिंदी चैनल रुड़की ने अपना अनुभव सुनाया कि अगर हमारे अंदर आध्यात्मिक ताकत आ जाये तो कोई चुनौती नहीं टिक सकती। मैं आपके सामने इस बात का उदाहरण हूँ कि एक बार परमात्मा से रिश्ता बनाइये। जब आप परमात्मा को अपना बना लेंगे तो वो आपको अपना लेगा। आप निश्चित ही नकारात्मकता से सकारात्मकता की और बढ़ेंगे।


मुम्बई घाटकोपर सेंटर की सब ज़ोन इंचार्ज बीके शाकू ने राजयोग मैडिटेशन का अभ्यास कराया एवं जबलपुर की बीके विनीता बहन ने मंच संचालन किया ।




