मुंबई -मुलुंड, महाराष्ट्र। 2 अक्टूबर के पावन अवसर पर ब्रह्माकुमारीज़ मुलुंड सबज़ोन द्वारा प्रातः 7 बजे से सायं 4 बजे तक एक दिव्य एवं भव्य जन्मदिन समारोह का आयोजन किया गया। आदरणीय चक्रधारी दीदीजी की पावन उपस्थिति ने पूरे वातावरण को आध्यात्मिक ऊर्जा और आनंद से भर दिया।
कार्यक्रम की शुरुआत प्रातःकालीन सत्र से हुई, जिसमें 7:00 से 7:30 बजे तक योगाभ्यास, तत्पश्चात 7:30 से 8:30 बजे तक मुरली क्लास, उसके बाद नाश्ता एवं पुनः योग सत्र आयोजित किया गया।
मुख्य सत्र में आदरणीय चक्रधारी दीदीजी ने अत्यंत प्रेरणादायक एवं आत्म-जागृतिपूर्ण क्लास किया , जिसमें उन्होंने अपने गहन आध्यात्मिक अनुभव सरल एवं सुलभ भाषा में साझा किए।
बीके राजयोगिनी डॉ. गोदावरी दीदीजी ने भी अपनी स्नेहमयी भावनाएँ व्यक्त करते हुए सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ दीं।
कार्यक्रम में एक सुंदर और भावपूर्ण सांस्कृतिक प्रस्तुति का आयोजन किया गया, जिसकी शुरुआत “स्वागत नृत्य” से हुई, जिसने पूरे माहौल को आध्यात्मिक और उल्लासपूर्ण बना दिया।
इसके बाद एक प्रेरणादायक देशभक्ति नाटक प्रस्तुत किया गया जिसका शीर्षक था “गांधीजी, लाल बहादुर शास्त्री जी एवं स्वतंत्रता सेनानियों का अभिनय।”
“विश्व एकता सम्मेलन” नामक लघुनाटिका ने शांति, सहयोग और वैश्विक भाईचारे का संदेश दिया। इसके अतिरिक्त, पारंपरिक और संगीतमय “गरबा नृत्य” ने मंच पर ऊर्जा और उत्साह की छटा बिखेरी, जिसमें दर्शकों ने भी ताल से ताल मिलाई।
तीन श्रद्धेय दीदियों का सम्मान:
नवरात्रि के इस पावन अवसर पर तीन महान विभूतियों को सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित किया गया: आदरणीय चक्रधारी दीदीजी बीके राजयोगिनी डॉ. गोदावरी दीदीजी, बीकेलाजवंती दीदीजी। इन तीन दिव्य आत्माओं का पारंपरिक रीति-रिवाजों के अनुसार गुलदस्ता भेंट करना,आरती उतारना,तिलक लगाना,चुन्नी ओढ़ाना, एवं मुकुट (क्राउन) पहना कर सम्मान किया गया।
अन्य भी सभी टीचर्स बहनो का भी सम्मान किया गया।
समाज रत्न श्री नानजी खीमजी ठाक्कर ठाणेवाला जी ने भी अपनी विशेष श्रद्धा एवं स्नेह व्यक्त करते हुए सभी तीनों आदरणीय दीदियों का सम्मान किया।
समाज सेवक भ्राता अशोक जग्यासी तथा आर. आर. एजुकेशन ट्रस्ट के ट्रस्टी डॉ. राजेन्द्र सिंह, अमित सिंह एवं ईशावती सिंह द्वारा आदरणीय चक्रधारी दीदीजी का आत्मीयता एवं सम्मानपूर्वक स्वागत किया गया।
दोपहर सत्र (12:30 बजे से 1:30 बजे तक) में भोग, दीप प्रज्वलन, केक कटिंग एवं विशेष जन्मदिन नृत्य प्रस्तुति हुई। समारोह का समापन ब्रह्मा भोजन और सौगात वितरण के साथ हुआ, जो दिव्य आत्मीयता एवं आध्यात्मिक संतोष से परिपूर्ण था।
यह पूरा दिन सबज़ोन की एकता, प्रेम और समर्पण का जीवंत प्रमाण था, जिसने आत्मिक सशक्तिकरण और सांस्कृतिक सौहार्द का संदेश दूर-दूर तक फैलाया।












