व्यक्तिगत जीवन और कार्य क्षेत्र में सामंजस्य बनाने में सहयोग देता है राजयोग ध्यान का अभ्यास – ब्रह्माकुमारी विमला दीदी जी .
अपने कार्य की समय सीमा का ध्यान रखने के साथ खुद की मानसिक शान्ति का ध्यान रखना भी है जरुरी – सी ए कैलाश अग्रवाल
आईसीएआई जबलपुर शाखा द्वारा वेलनेस वीक के अंतर्गत विशेष स्वास्थ्य एवं ध्यान कार्यक्रम संपन्न
जबलपुर,मध्य प्रदेश। भारतीय चार्टर्ड एकाउंटेंट्स संस्थान (ICAI) की जबलपुर शाखा (CIRC) द्वारा वेलनेस वीक के अंतर्गत रविवार, 23 नवम्बर 2025 को ब्रह्माकुमारीज़ मेडिटेशन सेंटर, शिव उपहार भवन, प्रेमनगर, गुप्तेश्वर में एक विशेष स्वास्थ्य एवं ध्यान कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। इसमें बड़ी संख्या में आईसीएआई सदस्यगण एवं उनके परिवारजनों ने उत्साहपूर्वक सहभागिता की।
कार्यक्रम में प्रसिद्ध कैंसर रोग विशेषज्ञा डॉ. प्रीति जैन ने शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य के आपसी संबंध पर प्रकाश डालते हुए कहा कि दोनों एक-दूसरे से गहराई से जुड़े हुए हैं। उन्होंने बताया कि यदि व्यक्ति नियमित रूप से अपनी श्वास पर ध्यान केंद्रित करे, तो इससे चमत्कारिक परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। साथ ही उन्होंने वर्क–लाइफ बैलेंस विषय पर कहा कि यदि व्यक्ति अपने कार्यक्षेत्र को ही अपना पसंदीदा स्थान बना ले, तो व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में सामंजस्य स्थापित करने के लिए अलग से प्रयास करने की आवश्यकता नहीं पड़ती।
वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी विनिता दीदी द्वारा कराए गए ध्यान सत्र में प्रतिभागियों ने गहरी शांति और सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव किया। इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी विमला दीदी जी ने सभी को प्रतिदिन सुबह और शाम पांच–पांच मिनट राजयोग ध्यान करने एवं ईश्वर को धन्यवाद देने की प्रेरणा दी, जिससे जीवन में स्थायी शांति और संतुलन बना रहे।
इसके अतिरिक्त डॉ. निखिल गिरी (एम.डी. मेडिसिन) एवं डॉ. मीनाक्षी (एम.डी. एनेस्थीसिया) द्वारा विशेष सीपीआर प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया गया, जिसमें जीवन रक्षक तकनीकों की व्यावहारिक जानकारी दी गई। साथ ही हाल ही में उत्तीर्ण हुए आईसीएआई के नए सदस्यों का सम्मान भी किया गया।
कार्यक्रम का सफल संचालन शाखा सचिव सी.ए. प्रणव अग्रवाल द्वारा किया गया तथा सभी का स्वागत शाखा अध्यक्ष सी.ए. कैलाश अग्रवाल ने किया। कार्यक्रम के सुचारु संचालन एवं सफल संयोजन में उपाध्यक्ष सी.ए. चांदनी आहूजा, सिकासा अध्यक्ष सी.ए. तरुण पारवानी, सी.ए. कमल वालेचा एवं सी.ए. विकाश श्रीवास्तव का विशेष सहयोग रहा।
कार्यक्रम का उद्देश्य सदस्यों के शारीरिक, मानसिक एवं आध्यात्मिक कल्याण को बढ़ावा देना था।







