- जीवन की सबसे बड़ी पूंजी हैं श्रेष्ठ संस्कार - बीके बिंदु
- 17 वें जनजातीय युवा आदान प्रदान कार्यक्रम का शुभारम्भ
- ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के ओम शांति रिट्रीट सेंटर में हुआ आयोजन
भोरा कलां- गुरुग्राम, हरियाणा: ब्रह्माकुमारीज़ के बहोड़ाकलां स्थित ओम शांति रिट्रीट सेंटर में 17 वें जनजातीय युवा आदान प्रदान कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ। कार्यक्रम का आयोजन भारत सरकार के गृह मंत्रालय एवं युवा मामले एवं खेल मंत्रालय के अंतर्गत मेरा युवा भारत के तत्वाधान में हुआ।
मेरा युवा भारत के उत्तरी क्षेत्र के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. लाल सिंह ने कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य आदिवासी एवं जनजाति के युवाओं को राष्ट्र की मुख्यधारा से जोड़ना है। उन्हें देश की सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक विरासत से परिचित कराना है। डॉ. सिंह ने कहा कि सप्ताह भर चलने वाले इस आयोजन में नशा मुक्त भारत, आत्मनिर्भर भारत और विकसित भारत 2047 जैसे विषयों पर कार्यशालाएं एवं सांस्कृतिक प्रस्तुतियां आयोजित की जाएंगी। साथ ही आध्यात्मिक एवं नैतिक मूल्यों के आधार पर श्रेष्ठ चरित्र का निर्माण करना है। डॉ. सिंह ने कहा कि ये हमारा सौभाग्य है कि इस कार्यक्रम का उद्घाटन योग की तपोभूमि पर हो रहा है।

विश्व जागृति मिशन की उपाध्यक्ष डॉ. अर्चिका सुधांशु ने कार्यक्रम के प्रति शुभकामनाएं व्यक्त की। उन्होंने कहा कि जीवन ईश्वरीय सौगात है। हर कोई अच्छा बनना चाहता है। लेकिन भय मनुष्य को आगे नहीं बढ़ने देता। इसलिए हमें डर पर जीत पानी है। स्वयं पर विश्वास होना जरूरी है। हमेशा सोचें कि ईश्वरीय शक्ति सदा मेरे साथ है। जिन्हें स्वयं पर विश्वास होता है, वो लोग ही अद्भुत करते हैं। जीवन में कुछ पाने के लिए लचीलापन होना जरूरी है। सफलता के लिए हमेशा कुछ न कुछ सीखना जरूरी है। कार्य कैसा भी हो सदैव खुश रहकर करें।

ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के सिरसा स्थित सेवाकेंद्र प्रभारी राजयोगिनी बीके बिंदु दीदी ने कहा कि नकारात्मक विचार ही खुशी को कम करते हैं। हमारा जीवन प्रेरणा स्रोत होना चाहिए। उन्होंने कहा कि आशावादी व्यक्ति ही सदा खुश रह सकता है। श्रेष्ठ संस्कार ही जीवन की सबसे बड़ी पूंजी हैं। उन्होंने कहा कि दूसरों को देखने में समय गंवाने के बजाए स्वयं पर ध्यान देना है।
दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ। कार्यक्रम में देश के विभिन्न प्रांतों से 230 युवाओं ने शिरकत की। संस्थान के गायक कलाकार बीके चांद बजाज ने गीत के द्वारा सबका स्वागत किया। कार्यक्रम में युवाओं द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुति दी गई। ओआरसी की वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके हुसैन ने संस्थान का परिचय दिया एवं मंच संचालन किया।











