केक काटकर मनाया गया श्रीकृष्ण का जन्म दिवस
ओम शांति रिट्रीट सेंटर में हुआ कार्यक्रम
रास नृत्य के द्वारा की गई खुशियाँ प्रकट
विश्व के प्रथम महाराज कुमार श्रीकृष्ण हैं पवित्रता का सम्पूर्ण स्वरूप
भौरा कलां हरियाणा। ब्रह्माकुमारीज के भोराकलां स्थित ओम शांति रिट्रीट सेंटर में केक काटकर श्रीकृष्ण का जन्म दिवस मनाया। इस अवसर पर सभी ने रास नृत्य के द्वारा अपनी खुशियाँ प्रकट की। जन्माष्टमी के पावन अवसर पर संस्था के अतिरिक्त महासचिव बीके बृजमोहन ने सबको शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि विश्व इतिहास में श्रीकृष्ण सम्पूर्ण पवित्रता के स्वरूप हैं। श्रीकृष्ण का अर्थ ही है आकर्षण करने वाला। श्रीकृष्ण को वैकुंठनाथ भी कहा जाता है। जिससे स्पष्ट है कि भारत भूमि ही स्वर्ग कहलाती है। आज भी श्रीकृष्ण के जीवन चरित्रों की झांकियों के दर्शन मात्र से मन पुलकित हो जाता है। जब वो चैतन्य रूप में होंगे तो दुनिया कितनी सुख-शांति से संपन्न होगी।
ओआरसी की निदेशिका आशा दीदी ने कहा कि आज हरेक श्रीकृष्ण समान बच्चा चाहता है। उन्होंने कहा कि हमें श्रीकृष्ण के जीवन चरित्रों से प्रेरणा लेनी चाहिए। उनके आदर्शों पर चलकर ही एक स्वर्णिम दुनिया की स्थापना हो सकती।
हिसार से भाजपा के ओबीसी प्रभारी सतवीर सिंह ने कहा कि काफी समय से वो ब्रह्माकुमारीज के साथ जुड़े हैं। उन्होंने कहा की आध्यात्मिक सशक्तिकरण से ही स्वर्णिम भारत बन सकता है। श्रीकृष्ण का जीवन आध्यात्मिक शक्तियों से भरपूर था। उन्हें निरंतर बांसुरी बजाते हुए दिखाना निश्चिंत स्थिति का सूचक है। उन्होंने कहा कि राजयोग के अभ्यास से उनके जीवन में एक अलौकिक परिवर्तन हुआ।
इस अवसर पर ब्रह्माकुमारीज के मुख्यालय माउंट आबू से मोटिवेशनल स्पीकर बीके सूरज भी उपस्थित थे। अपनी शुभकामनाएं व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण का जीवन दिव्यगुणों से पूर्ण था। श्रीकृष्ण के हाथ में स्वदर्शन चक्र ज्ञान का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि सच्ची जन्माष्टमी मनाना अर्थात श्रीकृष्ण के जैसे गुण धारण करना।
राजयोगिनी गीता दीदी ने भी सभी को जन्माष्टमी की बधाईयां दी। कार्यक्रम में सभी ने एक-दूसरे को शुभकामनाएं दी। और सभी के जीवन के लिए मंगल कामना की। कार्यक्रम में काफी संख्या में संस्था के सदस्य मौजूद थे।