– ब्रह्माकुमारी शिवानी दीदी ने अपने प्रेरणादायी उद्बोधन से सभी का दिल जीत लिया…
– चेम्बर ऑफ कॉमर्स और ब्रह्माकुमारीज उद्योग प्रभाग का संयुक्त आयोजन था…
– इण्डोर स्टेडियम में शिवानी दीदी को सुनने भारी तादाद में लोग उमड़े…
– व्यवसाय से धन के साथ-साथ लोगों की दुआएं भी अर्जित करें…शिवानी दीदी
रायपुर (छ.ग.) : जीवन प्रबन्धन विशेषज्ञा एवं मोटिवेशनल स्पीकर ब्रह्माकुमारी शिवानी दीदी ने कहा कि सिर्फ अपने लाभ के बारे में न सोचे बल्कि दूसरों के कल्याण के बारे में भी सोचें। इससे आप लोगों का विश्वास जीत सकेंगे। दूसरों के लाभ में आपका कल्याण भी समाया हुआ है। व्यवसाय के साथ लोगों की दुआएं और पुण्य अर्जित करें। इससे धन के साथ घर में खुशी भी आएगी। जैसे व्यवसाय में उत्पाद की गुणवत्ता पर ध्यान देते हैं ऐसे ही अपने विचारों की गुणवत्ता पर भी ध्यान दें तो जीवन खुशहाल बन जाएगा।
इण्डोर स्टेडियम में शिवानी दीदी को सुनने के लिए लोकसभा सांसद बृजमोहन अग्रवाल, महापौर श्रीमती मीनल चौबे, नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव, पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा, पूर्व महापौर प्रमोद दुबे, छ.ग. चेम्बर ऑफ कामर्स के अध्यक्ष सतीश थौरानी, पूर्व विधायक श्रीचन्द सुन्दरानी, पूर्व विधायक श्रीचन्द सुन्दरानी, क्षेत्रीय निदेशिका ब्रह्माकुमारी हेमलता, बीके आशा, बीके सविता सहित भारी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। व्याख्यान का विषय था- अनिश्चितता से मुकाबला।

ब्रह्माकुमारी शिवानी दीदी ने आगे कहा कि जिस प्रकार शरीर की सफाई रोज जरुरी है वैसे ही मन की सफाई भी जरुरी है। रात को सोने से एक घण्टा पहले फोन और टेलीविजन देखना बन्द कर दें। यह हमारी नींद और जीवन की खुशियॉँ छिन रहा है। हम सारा दिन शरीर की खुशी प्राप्त करने के लिए मेहनत करते हैं लेकिन शाम को जब घर आते हैं तो अपना समय परिवारजनों के साथ बिताने की बजाए फोन और टेलीविजन के संग बिताने लगते हैं। हम मोबाईल के गुलाम बन गए हैं। साधन को मालिक बनकर उपयोग करें लेकिन उसके गुलाम नहीं बने। खाली समय का उपयोग पुस्तक पढऩे और संगीत सुनने में करें। नींद की कमी से शरीर बीमार हो रहा है। तनाव और अवसाद बढ़ रहा है। असमय ही हृदय रोग और कैंसर का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि कम बोलें, धीरे बोलें और मीठा बोलें। इसीमें जीवन का सुख समाया हुआ है। रास्ते में किसी ने गाड़ी को ठोकर मार दी तो गुस्सा न करें। हमारी खुशी गुम न हो। गाड़ी तो मरम्मत करके ठीक की जा सकती है किन्तु गुस्से के कारण जो स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचेगा उसकी भरपाई नहीं हो पाएगी।
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार मोबाईल की बैटरी को रोज चार्ज करना पड़ता है ठीक वैसे ही आत्मा को भी मेडिटेशन के माध्यम से चार्ज करने की आवश्यकता है। आपके मेडिटेशन करने से आपके घर का वायुमण्डल बदल जाएगा। सबके साथ सम्बन्ध सुधर जाएंगे। एक माह यह करके दखिए। आपका जीवन खुशहाल बन जाएगा। सुबह का समय मोबाईल चेक करने की बजाय परमात्मा को याद करें। आपके पाजिटिव वाईब्रेयरन्स पूरे घर का वायुमण्डल सकारात्मक बना देंगे। हम अपने बच्चों को परिस्थिति का सामना करने की शक्ति नहीं दे पा रहे हैं। हर साल हमारे देश में अनेक बच्चे सुसाईड कर रहे हैं। ऐसे बच्चे व्यवसाय में चुनौतियों का सामना कैसे कर पाएंगे? हमारे मन की स्थिति परिस्थिति पर निर्भर न हो।
प्रारम्भ में छ.ग. चेम्बर ऑफ कामर्स के अध्यक्ष सतीश थौरानी ने शिवानी दीदी का स्वागत किया और चेम्बर की ओर से मोमेन्टो भेंट किया। नगर के बाल कलाकारों ने स्वागत नृत्य प्रस्तुत किया। कु. शारदा नाग ने अपनी सुमधुर आवाज में स्वागत गीत प्रस्तुत कर भाव विभोर कर दिया।








