खसखस छोटे तिलहन होते हैं, जो पॉपी नामक पौधे से मिलते हैं… पॉपी सीड्स या खसखस दुनिया भर में अलग-अलग किस्मों में उपलब्ध होता है। खसखस नीले और सफेद दो तरह का होता है। ये भारत में सबसे कॉमन सफेद रंग का मिलता है। ये राईं जैसे छोटे-छोटे दानों के रूप में होता है। इसमें कई तरह के पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो हमारी सेहत को ढेरों लाभ पहुंचाते हैं।
हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि खसखस के बीजों में ओमेगा-6 फैटी एसिड, कैल्शियम, मैग्नीशियम और फाइबर की अच्छी मात्रा होती है। आइए जानते हैं इसके फायदों के बारे में…
नींद की परेशानी दूर होगी
खसखस नींद से जुड़ी समस्याओं से राहत देता है क्योंकि इसके सेवन से नींद आसानी से आती है। अगर आप भी अनिद्रा की समस्या से परेशान हैं तो सोने से पहले खसखस के पेस्ट को गर्म दूध के साथ लेंगे तो राहत मिलेगी।
आँखों की सेहत को बनाए रखे
खसखस आपकी आँखों की सेहत को भी बेहतर बनाए रखता है क्योंकि इसमें जि़ंक और एंटीऑक्सीडेंट भी होता है जो कि दृष्टि में सुधार करने और मैकुलर डिजनरेशन जैसी आँखों की बीमारियों से बचाने में मदद करती है। इसलिए खसखस को आँखों के लिए अमृत माना गया है।
हड्डियों को बनाता मजबूत
हड्डियों को मजबूत बनाने में खसखस आपकी मदद करता है। आप सुबह खाली पेट इसका सेवन कर सकते हैं। खसखस के बीजों में मौजूद मैंगनीज़ और प्रोटीन कोलेजन के उत्पादन में मदद करता है जो हड्डियों को गंभीर क्षति से बचाता है। आप खाली पेट दूध के साथ इसका सेवन करें।
दूर होती कब्ज की समस्या
अगर आपको कब्ज और पेट की समस्या है तो आप खसखस का सेवन कर सकते हैं। खसखस के बीजों में फाइबर का अधिक मात्रा में होना मल में थोक जोड़ता है, जिसमें पेट साफ करने में मदद मिलती है। ये डाइटरी फाइबर से भरपूर होता है, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। जब आप खसखस जैसे ज्य़ादा फाइबर से भरपूर चीज़ों को खाते हैं, तो इसमें पानी को जोडऩे में मदद मिलती है। इससे आपका पेट आसानी से साफ हो जाता है।
मुंह के छालों को करता कम
खसखस मुंह के छालों के लिए भी फायदेमंद होता है। खसखस के बीजों का सुबह खाली पेट सेवन करना मुंह के छालों का कारगर इलाज है। खसखस के बीजों को भिगोकर रखें और इसमें शहद मिलाने के बाद इसका सेवन करें। ऐसा करने से जीभ की जलन भी खत्म होगी।
ब्लड प्रेशर कम करने में मददगार
खसखस आयरन से भरपूर होता है जो ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है। इसके सेवन से ब्लड प्रेशर का लेवल नियंत्रित रहता है और इनमें ओमेगा-3 फैटी एसिड भी होता है, जो हृदय रोगों की संभावना को कम करने में फायदेमंद होता है।
प्रोटीन का अच्छा स्रोत
खसखस के बीज ओमेगा-4 फैटी एसिड, प्रोटीन, फाइबर का अच्छा स्रोत हैं। इसके अलावा इसमें विभिन्न फाइटोकेमिकल्स, विटामिन बी, थायमिन, कैल्शियम और मैंगनीज भी होता है इसलिए खसखस को एक उच्च पोषण वाला आहार माना जाता है।
सांस की दिक्कत करे दूर
खसखस के बीज सांस की बीमारियों के इलाज में बहुत कारगर हो सकते हैं। यह खांसी को कम करने में मदद करता है और अस्थमा जैसी समस्याओं के खिलाफ लंबे समय तक राहत प्रदान करता है।
यहाँ दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। इस तरह के किसी भी उपचार, दवा, डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह ज़रूर लें।